Mandi Bhav: तमिलनाडु में 3200 रुपये क्विंटल प्याज.. जानें UP, MP, पंजाब में कितना है भाव

देशभर में प्याज की कीमतें गिर रही हैं, जिससे गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के किसान नुकसान में हैं. लेकिन तमिलनाडु के किसान बंपर कमाई कर रहे हैं. यहां के धर्मपुरी में प्याज 3000 से 3200 रुपये क्विंटल बिक रहा है.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 1 Jul, 2025 | 07:39 PM

गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में प्याज की गिरती कीमतों से किसान परेशान हैं. कीमतों में गिरावट आने से किसान लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं. लेकिन तमिलनाडु में ऐसा नहीं है.  यहां पर प्याज किसानों को मंडी में अच्छा रेट मिल रहा है. 1 जुलाई को तमिलनाडु की धर्मपुरी मंडी में बेल्लारी प्याज का मिनिमम रेट 3000 रुपये क्विंटल दर्ज किया गया. जबकि, मैक्सिमम और मॉडल प्राइस 3200 रुपये क्विंटल रहा. इससे यहां के किसान दूसरे राज्यों के मुकाबले अच्छी कमाई कर रहे हैं.

30 जून को मध्य प्रदेश के रतलाम में मंडी के अंदर FAQ क्वालिटी वाले प्याज का मिनिमम प्राइस 250 रुपये क्विंटल रहा. जबकि, मॉडल प्राइस 400 रुपये क्विंटल और मैक्सिमम रेट 1000 रुपये क्विंटल दर्ज किया गया. हालांकि, किसानों का कहना है कि खेती पर लागत 2000 से 2500 रुपये प्रति क्विंटल आती है. ऐसे में किसान लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं.

पंजाब में 1500 रुपये क्विंटल रहा प्याज

बात अगर पंजाब की करें तो, यहां के संगरूर में 30 जून को FAQ ग्रेट वाले प्याज का न्यूनतम रेट 1500 रुपये क्विंटल रहा. जबकि, मॉडल प्राइस 1700 रुपये और मैक्सिमम रेट भी 1700 रुपये क्विंटल ही दर्ज किया गया. वहीं, 29 जून को उत्तर प्रदेश के आगरा में मीडियम क्वालिटी वाले प्याज की मिनिमम कीमत 675 रुपये क्विंटल रही. जबकि, मॉडल और मैक्सिमम रेट 700 रुपये क्टिंवल पहुंच गया.

आगरा में लाल प्याज का रेट

हालांकि, 23 जून को अगरा में लाल प्याज ने अच्छा कारोबार किया. इसकी मिनिमम कीमत 1050 रुपये क्लिंटल रही. जबकि, मैक्सिमम रेट 1340 रुपये क्विंटल और मॉडल रेट 1180  रुपये क्विंटल दर्ज किया गया.

बता दें कि बीते दिनोंं प्याज उत्पादक संगठन के अध्यक्ष भरत दिघोले ने किसान इंडिया से कहा था कि प्याज की कीमतों में गिरावट आने से किसानों को काफी नुकसान हो रहा है. उन्होंने कहा कि अपनी उपज लेकर मंडी जाने वाले किसानों को 500, 600 और 800 से 1000 रुपये तक ही अधिकतम रेट मिल रहे हैं, जो उनके लिए नकाफी हैं. ऐसे में वे लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं. अगर मंडी में रेट इसी तरह से रहा, तो आर्थिक नुकसान होने से किसान कर्ज तले दब जाएंगे.

200 रुपये की आर्थिक मदद

वहीं, गुजरात सरकार ने विशेष योजना के तहत किसानों को प्रति क्विंटल 200 रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी. कृषि मंत्री राघवजी पटेल ने कहा कि राज्य सरकार प्रभावित किसानों को प्रति क्विंटल 200 रुपये की आर्थिक मदद देगी, जिसकी अधिकतम सीमा 50,000 रुपये प्रति किसान होगी. उन्होंने कहा कि वर्ष 2024- 25 में गुजरात में करीब 93,500 हेक्टेयर में प्याज की बुवाई हुई, जो सामान्य क्षेत्र से ज्यादा है. इसके चलते राज्य में करीब 248.70 लाख क्विंटल प्याज का उत्पादन हुआ है.

 

 

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Published: 1 Jul, 2025 | 02:23 PM

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