Mandi Bhav: 114 फीसदी महंगी हुईं सब्जियां, होलसेल में 75 रुपये किलो भिंडी.. जानें टमाटर, धनिया का रेट

फूलगोभी के दाम भी 14 से बढ़कर 20 रुपये प्रति किलो हो गए हैं, जो लगभग 43 फीसदी की बढ़त है. करेला (कर्ली) की कीमत में भी तेज उछाल आया है और यह 40 रुपये से बढ़कर 65 रुपये प्रति किलो गया है.

नोएडा | Updated On: 6 Jul, 2025 | 05:29 PM

Vegetable price hike: महाराष्ट्र की नवी मुंबई में 17 जून से 4 जुलाई के बीच एपीएमसी (कृषि उत्पाद बाजार समिति) में थोक सब्जियों के दाम तेजी से बढ़े हैं. ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, भिंडी, टमाटर, गवार, फूलगोभी, टोंडली, करेला और धनिया जैसी रोजमर्रा की सब्जियों के दामों में खासा इजाफा हुआ है. इन सब्जियों में सबसे ज्यादा कीमत भिंडी की बढ़ी है. 17 जून को इसका थोक रेट जहां 35 रुपये प्रति किलो था, वहीं 4 जुलाई को ये 75 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया. यानी सिर्फ दो हफ्तों में 114 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.

द फ्री प्रेस जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, इसी तरह टमाटर की कीमतें  भी थोड़ी बढ़ी हैं. इसका औसत थोक भाव 20 रुपये से बढ़कर 21 रुपये प्रति किलो हो गया. भले ही बढ़त कम है, लेकिन व्यापारियों का कहना है कि सप्लाई घटने और मांग बढ़ने की वजह से दाम ऊपर जा रहे हैं. महंगाई का आलम यह है कि क्लस्टर बीन्स और फ्लैट बीन्स की औसत कीमत 60 से बढ़कर 80 रुपये प्रति किलो हो गई है, यानी करीब 33 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इसकी वजह अनियमित मॉनसून और सप्लाई-ट्रांसपोर्ट में आई रुकावट बताई जा रही है.

फूलगोभी 43 फीसदी हुआ महंगा

फूलगोभी के दाम भी 14 से बढ़कर 20 रुपये प्रति किलो हो गए हैं, जो लगभग 43 फीसदी की बढ़त है. करेला (कर्ली) की कीमत में भी तेज उछाल आया है और यह 40 रुपये से बढ़कर 65 रुपये प्रति किलो गया है, यानी 62 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. जबकि, कुंदरू की कीमत 33 से बढ़कर 55 रुपये प्रति किलो हो गई है, जो 66 फीसदी की वृद्धि है. भले ही इसकी सप्लाई में कोई खास बदलाव नहीं आया, लेकिन मांग बढ़ने से दाम ऊपर चले गए.

धनिया की कीमतों में मिला-जुला रुझान

धनिया की कीमतों में मिला-जुला रुझान देखने को मिला. पुणे की किस्म के दाम लगभग स्थिर रहे, लेकिन नासिक की किस्म 15.50 से गिरकर 11 रुपये प्रति किलो पहुंच गई. इसकी वजह बाजार में बड़ी मात्रा में माल आना माना जा रहा है, जिससे मांग के बावजूद कीमतें घट गईं.

कुछ हरी सब्जियों के दामों में गिरावट

वहीं, एक अन्य व्यापारी ने कहा कि भिंडी, टमाटर और हरी सब्जियों जैसी रोजमर्रा की चीजों की मांग काफी बढ़ गई है. इसके अलावा, कई उत्पादन क्षेत्रों में हुई स्थानीय बारिश की वजह से मुंबई तक सब्जियों की सप्लाई में दिक्कत आई है. हालांकि, नासिक और पुणे जैसे उत्पादन क्षेत्रों में मौसम बेहतर होने से हरी सब्जियों की पैदावार बढ़ी है और उन्हें तेजी से मुंबई भेजा जा रहा है, जिससे कुछ हरी सब्जियों के दामों में गिरावट आई है.

Published: 6 Jul, 2025 | 05:23 PM