बारिश से कई हजार एकड़ प्याज फसल बर्बाद, फिर से परेशान करेंगी महंगी कीमतें?

महाराष्ट्र में बारिश ने प्याज उत्पादकों की चिंता बढ़ा दी है, जो पहले से ही प्याज की गिरती कीमतों को लेकर तनाव में हैं. जबकि, उत्पादन प्रभावित होने और मॉनसून के चलते आपूर्ति पर असर को देखते हुए उपभोक्ताओं के लिए दाम बढ़ सकते हैं.

रिजवान नूर खान
नोएडा | Updated On: 25 May, 2025 | 11:15 AM

महाराष्ट्र में मई की शुरुआत से ही रुक-रुककर हो रही बारिश के चलते कई हजार एकड़ में की गई प्याज की खेती बर्बाद हो गई है. अब मॉनसून समय से एक हफ्ते पहले आ जाने से महाराष्ट्र के कई इलाकों में अगले 7 दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. महाराष्ट्र राज्य प्याज उत्पादक किसान संघ ने किसानों के लिए इसे दोहरी मार बताया है. वहीं, विपरीत मौसम का असर प्याज के उत्पादन पर भी देखने को मिल सकता है, जिससे आने वाले हफ्तों में प्याज की खुदरा कीमतों में उछाल की आशंका है.

महाराष्ट्र के कई हिस्सों में प्री-मानसून बारिश ने राज्य के प्याज उत्पादकों की चिंता बढ़ा दी है, जो पहले से ही रसोई का प्रमुख हिस्सा प्याज की गिरती कीमतों को लेकर तनाव में हैं. महाराष्ट्र राज्य प्याज उत्पादक किसान संघ के संस्थापक अध्यक्ष भरत दिघोले ने पीटीआई को बताया कि बारिश में हजारों एकड़ में प्याज की फसल बर्बाद हो गई है, जिससे किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि वास्तविक नुकसान का अभी पता नहीं चल पाया है, क्योंकि बारिश जारी है और मौके का आकलन नहीं किया गया है.

महाराष्ट्र के प्याज उत्पादक जिलों में बारिश का कहर

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के कोंकण, नासिक, पुणे, कोल्हापुर, छत्रपति संभाजीनगर, लातूर, अमरावती और नागपुर में प्याज उत्पादक क्षेत्रों में 6 मई से भारी बेमौसम बारिश हो रही है. इसके अलावा धुले, नासिक, अहिल्यानगर, छत्रपति संभाजीनगर, पुणे, सोलापुर, बीड, धाराशिव, अकोला, जालना, बुलढाणा और जलगांव के प्याज उत्पादक जिलों में बेमौसम बारिश हुई है. किसान संघ ने कहा कि प्याज की कीमतें पहले से ही कम थीं और बेमौसम बारिश के चलते मंडी भाव में और गिरावट देखी गई है.

प्याज का मंडी भाव 10-12 रुपये किलो

महाराष्ट्र राज्य प्याज उत्पादक किसान संघ के संस्थापक ने कहा कि लासलगांव बाजार में 20 मई तक औसत कीमत 1,150 रुपये प्रति क्विंटल थी. जबकि, देश की कई अन्य मंडियों में दाम इससे भी कम चल रहा है. सरकारी मंडी आंकड़ों के हिसाब से उत्तर प्रदेश की औरैया में अछल्दा प्याज मंडी में मॉडल प्राइस 1250 रुपये प्रति क्विंटल है. इसी तरह अकोला मंडी में मॉडल प्राइस 900 रुपये प्रति क्विंटल है. इसी तरह पुणे में 1050 रुपये प्रति क्विंटल मंडी भाव है.

किसानों को आधा दाम भी नहीं मिल रहा

मंडी भाव के हिसाब से प्याज का दाम किसानों को 10-12 रुपये प्रति किलो मिल रहा है. जबकि, बाजार में खुदरा भाव देखें तो उपभोक्ताओं को 25-26 रुपये प्रति किलो मिल रही है. यानी किसानों को आधा दाम भी नहीं मिल पा रहा है. जबकि, बिचौलिए मोटा मुनाफा हासिल कर उपभोक्ताओं को दोगुने दाम पर बेच रहे हैं. उपभोक्ता मामले विभाग के अनुसार 24 मई को प्याज की राष्ट्रीय स्तर पर औसत खुदरा कीमत 26 रुपये प्रति किलो बिक रही है.

प्याज के दाम में बढ़ोत्तरी की संभावना

इस बार मॉनसून समय से एक हफ्ते पहले आ गया है. इससे किसानों को फसल समेटने का मौका भी नहीं मिला है. जबकि, मई की शुरुआत से ही बारिश होने से फसल का विकास भी प्रभावित हुआ है. ऐसे में उत्पादन घटने की आशंका जताई जा रही है. बारिश और मौसम के चलते आपूर्ति बाधाएं भी मुश्किल खड़ी करेंगी. पिछले साल भी बारिश के चलते आपूर्ति प्रभावित हुई थी, जिससे जुलाई के दौरान प्याज की कीमत आसमान छूने लगी थीं. इसके मद्देनजर आगामी हफ्तों में प्याज की कीमतों में भारी उछाल देखने को मिल सकता है.

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Published: 25 May, 2025 | 11:07 AM

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