US Tariff News India: 2 अप्रैल से अमेरिका लगाएगा कृषि उत्‍पादों पर टैरिफ, भारत पर होगा कितना असर

अमेरिका दो अप्रैल से आयातित कृषि उत्‍पादों पर टैरिफ वसूलेगा. भारत से कई तरह के कृषि उत्पादों का आयात अमेरिका करता है, जिनमें काजू, मसाले, आवश्यक तेल, बासमती चावल, तथा ताजे और प्रोसेस्‍ड फल और सब्जियां शामिल हैं.

Kisan India
Noida | Updated On: 4 Mar, 2025 | 06:59 PM

अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने सोमवार को ऐलान कर दिया है कि दो अप्रैल से आयातित कृषि उत्‍पादों पर टैरिफ वसूला जाएगा. ट्रंप का कहना है कि अमेरिका के किसानों के हित में यह फैसला काफी जरूरी था. ट्रंप की इस घोषणा के बाद शुरुआती असर कनाडा और मैक्सिको पर नजर आएगा जहां से सबसे ज्‍यादा कृषि उत्‍पादों को आयात किया जाता है. विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में भारत जैसे देश भी इससे बच नहीं पाएंगे. जानिए अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप के इस आक्रामक रवैये का भारत पर कितना असर होगा.

भारत से क्‍या चाहता है अमेरिका

पिछले दिनों भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्‍ट्रपति ट्रंप के बीच व्‍हाइट हाउस में द्विपक्षीय वार्ता हुई. इसके बाद खबरें आईं कि भारत, अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ कटौती पर विचार कर रहा है. इंडियन एक्‍सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका, भारत को ज्‍यादा से ज्‍यादा कृषि उत्पादों का निर्यात करने के लिए उत्सुक है. अमेरिका चाहता है कि भारत इस पर टैरिफ कटौती करे. भारत-अमेरिका ट्रेड एग्रीमेंट के लिए बातचीत के दौरान टैरिफ पर चर्चा होने की पूरी संभावना है.

सूत्रों की मानें तो कृषि निर्यात डोनाल्ड ट्रंप के नए प्रशासन का ‘आक्रामक’ रुख है और इसका मकसद अमेरिकी निर्यात को बढ़ावा देना है. बाजार के जानकारों की मानें तो ट्रंप के ऐलान का एकदम से भारत पर असर नहीं होगा लेकिन आने वाले समय में भारत के लिए चुनौतियां पेश आ सकती हैं.

भारत को कहा है ‘टैरिफ किंग’

इंडियन काउंसिल फॉर रिसर्च इन इंटरनेशनल इकोनॉमिक रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार साल 2024 में अमेरिकी व्यापार घाटा बढ़कर 918.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया. इसमें भारत का 45.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर का योगदान था. ट्रंप ने हर बार भारत के हाई टैरिफ की आलोचना की है और देश को ‘टैरिफ किंग’ के तौर पर बताया है. भारत, अमेरिका की तुलना में बहुत ज्‍यादा टैरिफ लगाता है.

कृषि में भारत की तरफ से 39 फीसदी का प्रतिशत का साधारण औसत टैरिफ है. जबकि 65 प्रतिशत का ट्रेड वेटेड टैरिफ (व्यापार-भारित टैरिफ) लगाता है. वहीं अमेरिका की अगर बात करें तो यह आंकड़ा क्रमशः 5 प्रतिशत और 4 प्रतिशत है. इस असमानता को देखते हुए, ट्रंप का ऐलान भारत के अमेरिका को कृषि निर्यात पर प्रभावित कर सकता है. अमेरिका, भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है.

भारत से क्‍या-क्‍या आयात करता अमेरिका

यूएस डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्‍चर के अनुसार अमेरिका भारत से कई तरह के कृषि उत्पादों का आयात करता है, जिनमें काजू, मसाले, आवश्यक तेल, बासमती चावल, तथा ताजे और प्रोसेस्‍ड फल और सब्जियां शामिल हैं. भारत का कहना है कि वह घरेलू किसानों की सुरक्षा के लिए टैरिफ पर भरोसा करता है. लेकिन अमेरिका के आक्रामक रुख से भारतीय कृषि उत्पादों के लिए बाजार तक पहुंच कम हो सकती है.

भारत के लिए चुनौती घरेलू कृषि हितों को संतुलित करना है. साथ ही साथ यह सुनिश्चित करना है कि अमेरिका के साथ व्यापार संबंध स्थिर रहें. अगर आपसी टकराव जारी रहे तो फिर कृषि में पारस्परिक शुल्क के मामले में, भारत का अमेरिका को कृषि-निर्यात कम हो सकता है और अमेरिका से उसका आयात बढ़ सकता है.

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Published: 4 Mar, 2025 | 06:21 PM

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