हल्दी किसानों को जून अंत तक मिलेगा मुआवजा, कृषि मंत्री ने किया ऐलान

कोल्ड स्टोरेज प्रबंधन को निर्देश दिया गया है कि वे 294 प्रभावित किसानों को 7,000 रुपये प्रति क्विंटल की दर से भुगतान सुनिश्चित करें, जैसा कि 10 जुलाई 2024 को तय हुआ था.

नोएडा | Published: 15 Jun, 2025 | 10:49 AM

आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में हल्दी की खेती करने वाले किसानों के लिए राहतभरी खबर है. उन्हें जल्द ही मुआवजा मिलने वाला है. खुद राज्य के कृषि मंत्री के. अच्चनायडु और केंद्रीय मंत्री पेम्मासानी चंद्रशेखर ने ऐलान किया है. दोनों नेताओं ने कहा है कि गुंटूर जिले केदुग्गिराला में श‍ुभम महेश्वरी कोल्ड स्टोरेज में लगी आग से प्रभावित हल्दी किसानों को जून के अंत तक मुआवजा मिल जाएगा. यानी अब किसानों को ज्यादा इंतजार करने की जरूरत नहीं है.

गुरुवार को गुंटूर जिले के कृषि आयुक्त कार्यालय में हुई समीक्षा बैठक में दोनों मंत्रियों ने अधिकारियों, बीमा कंपनी और कोल्ड स्टोरेज प्रबंधन से चर्चा की. इस दौरान गुंटूर कलेक्टर एस. नागालक्ष्मी और कार्यवाहक कृषि आयुक्त सुरेश कुमार भी मौजूद थे. अच्चनायडु ने कहा कि न्यू इंडिया एश्योरेंस ने बीमा दावों को प्राथमिकता दी है और सभी जरूरी दस्तावेज जमा कर दिए गए हैं. उम्मीद है कि एक हफ्ते के भीतर मंजूरी मिल जाएगी.

7,000 रुपये प्रति क्विंटल की दर से किसानों को मिले रेट

कोल्ड स्टोरेज प्रबंधन को निर्देश दिया गया है कि वे 294 प्रभावित किसानों को 7,000 रुपये प्रति क्विंटल की दर से भुगतान सुनिश्चित करें, जैसा कि 10 जुलाई 2024 को तय हुआ था. मार्केटिंग विभाग को मुआवजा की पर्चियां तैयार करने को कहा गया है और जैसे ही बीमा राशि HDFC खाते में जमा होगी, किसानों को भुगतान शुरू कर दिया जाएगा.

इन जिलों में हल्दी की खेती

बता दें कि आंध्र प्रदेश के प्रमुख हल्दी उत्पादक जिलों में से एक गुंटूर भी है. यहां पर किसान बड़े स्तर पर हल्दी की खेती करते हैं. पहले गुंटूर जिले में कुल 4,348 एकड़ में हल्दी उगाई जाती थी,जिसमें 1,881 एकड़ गुंटूर, 1,645 एकड़ बापटला, और 820 एकड़ पलनाडु जिले में शामिल थे. यह नकदी फसल मुख्य रूप से ताडेपल्ली, मंगलगिरी, कोल्लिपारा, दुग्गिराला, तेनाली, मेडिकोंडूरु, वेमुरु, कोल्लुरु, भट्टीप्रोलु, अमृतालुरु, चुंदूरु, रेपल्ले, और बापटला के द्वीपीय गांवों में उगाई जाती है. इसके अलावा पलनाडु जिले के सत्तेनपल्ली, मुप्पल्ला, राजुपालेम, पिडुगुरल्ला, अचंपेट और अमरावती जैसे मंडलों में भी हल्दी की खेती होती है.