ठंड में मशरूम उगाना है मुनाफे का सौदा, लेकिन इन जरूरी बातों की अनदेखी पड़ेगी भारी
Mushroom Temperature Control : सर्दियों में मशरूम की खेती जितनी आसान दिखती है, उतनी ही जोखिम भरी भी हो सकती है. तापमान और नमी का संतुलन बिगड़ते ही बैग गलने लगते हैं और पूरी फसल खराब होने का खतरा बढ़ जाता है. सही देखभाल और समय पर सतर्कता से इस नुकसान से बचा जा सकता है.
Mushroom Farming : सर्दियों का मौसम जहां कई फसलों के लिए फायदेमंद माना जाता है, वहीं मशरूम उत्पादन करने वाले किसानों के लिए यह मौसम सबसे ज्यादा सतर्कता मांगता है. थोड़ी सी लापरवाही पूरी मेहनत पर पानी फेर सकती है. ठंड के दिनों में तापमान और नमी का संतुलन बिगड़ते ही मशरूम के बैग गलने लगते हैं, जिससे पूरी फसल खराब होने का खतरा बढ़ जाता है. यही वजह है कि सर्दियों में मशरूम फार्मिंग करते समय कुछ खास बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी हो जाता है.
कम जगह, कम खर्च, लेकिन सर्दियों में ज्यादा जोखिम
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मशरूम की खेती की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसके लिए खेत या ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती. एक अंधेरे कमरे में बैग लगाकर आसानी से उत्पादन किया जा सकता है. यही कारण है कि बड़ी संख्या में किसान इसकी ओर आकर्षित हो रहे हैं. लेकिन सर्दियों में यही आसान खेती थोड़ी सी गलती के कारण नुकसानदायक बन सकती है. ठंड बढ़ते ही बैग में नमी ज्यादा जमा होने लगती है, जिससे गलन की समस्या शुरू हो जाती है.
सर्दियों में मशरूम के लिए सही तापमान क्यों जरूरी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सर्दियों में मशरूम उत्पादन के लिए कमरे का तापमान 15 से 18 डिग्री सेल्सियस के बीच रहना सबसे उपयुक्त माना जाता है. अगर तापमान इससे नीचे चला जाए तो बैग के अंदर नमी बढ़ने लगती है और बीज गलने लगता है. इससे बचने के लिए किसानों को कमरे में थर्मामीटर लगाकर लगातार तापमान पर नजर रखनी चाहिए. जरूरत पड़ने पर कमरे को हल्का गर्म रखने के लिए सुरक्षित हीटर, बल्ब या अन्य साधनों का इस्तेमाल किया जा सकता है.
नमी और हवा का संतुलन बिगड़ा तो बढ़ेगा नुकसान
सिर्फ तापमान ही नहीं, बल्कि कमरे की नमी भी मशरूम की सेहत के लिए बेहद जरूरी होती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कमरे में नमी 80 से 85 प्रतिशत के बीच होनी चाहिए. अगर नमी ज्यादा हो जाए तो बैग पर पानी की बूंदें जमने लगती हैं, जिससे गलन तेजी से फैलती है. वहीं अगर कमरे को पूरी तरह बंद रखा जाए तो अंदर की हवा खराब हो जाती है. इसलिए सर्दियों में भी हल्का वेंटिलेशन जरूरी है, लेकिन ध्यान रहे कि ठंडी हवा सीधे बैग पर न लगे.
खराब बैग को तुरंत हटाना ही बचाव का सबसे आसान तरीका
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मशरूम की अलग-अलग किस्मों की खेती की विधि भी अलग होती है, इसलिए शुरुआत से पहले सही जानकारी लेना जरूरी है. सबसे अहम बात यह है कि अगर किसी एक बैग में गलन शुरू हो जाए तो वह जल्दी ही आसपास के बैग को भी खराब कर सकता है. ऐसे में जैसे ही बदबू, रंग बदलना या ज्यादा गीलापन दिखे, उस बैग को तुरंत कमरे से बाहर निकाल देना चाहिए. समय पर उठाया गया यह छोटा कदम पूरी फसल को बचा सकता है.