Sugarcane Farming: रबी सीजन में खाली पड़ी है जमीन तो कर दें गन्ने की बुवाई, गेहूं-चना से ज्यादा होगी कमाई
रबी सीजन में खाली पड़े खेत अब नुकसान नहीं, मुनाफे का मौका बन सकते हैं. सही किस्म, बेहतर खेत तैयारी और सही बुआई से गन्ना की खेती किसानों को गेहूं-चना से ज्यादा कमाई दिला सकती है. मांग लगातार बनी रहने से गन्ना रबी की एक भरोसेमंद फसल बनकर उभर रहा है.
Sugarcane Farming : रबी का मौसम आते ही कई किसान गेहूं, चना और मक्का की तैयारी में लग जाते हैं, लेकिन बहुत से खेत किसी कारण से खाली भी रह जाते हैं. ऐसे में किसान सोचते हैं कि अब इस खाली जमीन का क्या किया जाए. अगर आप भी इसी दुविधा में हैं, तो गन्ना की खेती आपके लिए बड़ा मौका बन सकती है. सही तकनीक और समझदारी के साथ रबी में लगाया गया गन्ना दूसरी फसलों के मुकाबले ज्यादा मुनाफा दे सकता है. यही वजह है कि अब कई किसान रबी में गन्ना लगाकर अपनी आमदनी बढ़ा रहे हैं.
रबी में गन्ना क्यों है फायदे का सौदा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गन्ना ऐसी फसल है, जिसकी मांग पूरे साल बनी रहती है. इससे गुड़, चीनी और बायो-ईंधन जैसे उत्पाद बनाए जाते हैं, जिनकी खपत कभी कम नहीं होती. यही कारण है कि गन्ना बेचने में किसानों को ज्यादा दिक्कत नहीं आती. रबी में गन्ना लगाने का एक बड़ा फायदा यह भी है कि इसमें मेहनत तो लगती है, लेकिन आमदनी गेहूं और चना जैसी फसलों से कहीं ज्यादा हो सकती है. अगर सिंचाई की व्यवस्था ठीक हो, तो गन्ना किसानों के लिए लंबी अवधि की मजबूत कमाई बन सकता है.
कम समय में तैयार होने वाली किस्में चुनें
जो किसान कम समय में बेहतर उत्पादन चाहते हैं, उनके लिए कम अवधि वाली गन्ना किस्में सबसे अच्छा विकल्प मानी जाती हैं. ऐसी किस्में करीब 9 से 10 महीने में तैयार हो जाती हैं. सही देखभाल और समय पर सिंचाई के साथ इन किस्मों से प्रति एकड़ 360 से 400 क्विंटल तक उत्पादन लिया जा सकता है. यही वजह है कि अब किसान लंबी अवधि वाली किस्मों के बजाय कम समय में तैयार होने वाले गन्ने पर ज्यादा भरोसा कर रहे हैं. इससे खेत जल्दी खाली होता है और अगली फसल की योजना बनाना भी आसान हो जाता है.
बुआई से पहले खेत की तैयारी है सबसे जरूरी
गन्ना की अच्छी फसल के लिए खेत की तैयारी पर खास ध्यान देना जरूरी होता है. बुआई से पहले खेत की गहरी जुताई करनी चाहिए, ताकि मिट्टी नरम हो जाए और जड़ों को फैलने की पूरी जगह मिले. इसके बाद दो से तीन बार कल्टीवेटर चलाकर मिट्टी को भुरभुरी बना लें. अगर संभव हो, तो रोटावेटर चलाकर खेत को और बेहतर बनाया जा सकता है. आखिर में पाटा लगाकर खेत को समतल करना जरूरी है. अच्छी तैयारी से गन्ने की जड़ें मजबूत बनती हैं और पौधा तेजी से बढ़ता है.
सही बुआई तरीका और बीज चयन बढ़ाएगा पैदावार
गन्ना की बुआई के लिए किसान अपनी सुविधा के अनुसार तरीका चुन सकते हैं. आमतौर पर समतल खेत में बुआई, नाली बनाकर बुआई और दो पंक्तियों में बुआई की जाती है. खेत की स्थिति और सिंचाई व्यवस्था देखकर सही विधि चुनना फायदेमंद रहता है. इसके साथ ही बीज का चयन सबसे अहम माना जाता है. बुआई के लिए हमेशा स्वस्थ और रोगमुक्त गन्ने का ही इस्तेमाल करें. जिस गन्ने पर लाल निशान या किसी भी तरह के रोग के लक्षण दिखें, उसे बिल्कुल न लगाएं. 9 से 10 महीने पुराना गन्ना बीज के लिए सबसे बेहतर माना जाता है, क्योंकि इससे अंकुरण अच्छा होता है और पैदावार भी बढ़ती है.