क्या है स्टीम डिस्टिलेशन, चमेली का तेल निकालने में होता है इस तकनीक का इस्तेमाल

चमेली के तेल को निकालने के लिए स्टीम डिस्टिलेशन तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है. इस तकनीक में भाप की मदद से चमेली के फूलों को बिना कोई नुकसान पहुंचाए तेल निकाला जाता है.

नोएडा | Updated On: 10 Jun, 2025 | 02:17 PM

ऐसी बहुत सी तिलहनी फसलें और फूल हैं दो अपने तेल के लिए काफी लोकप्रिय हैं. इन्हीं लोकप्रिय फसलों में से एक है चमेली का फूल. चमेली के तेल को निकालने के लिए स्टीम डिस्टिलेशन तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है. इस तकनीक में भाप की मदद से चमेली के फूलों को बिना कोई नुकसान पहुंचाए तेल निकाला जाता है. खबर में आगे बात करेंगे कि कैसे क्या है स्टीम डिस्टिलेशन तकनीक और कैसे इसकी मदद से निकलता है चमेली का तेल.

क्या है स्टीम डिस्टिलेशन

स्टीम डिस्टिलेशन एक ऐसी तकनीक है जिसका इस्तेमाल तेल निकालने के लिए किया जाता है. इसका इ्स्तेमाल मुख्य तौर पर उन फसलों के लिए होता है जिनमें तेल की मात्रा कम होती है. तेल निकालने की इस तकनीक में भाप का मदद से पौधों से तेल निकाला जाता है . इस तरह तेल निकालने से तेल की क्वालिटि भी बनी रहती है और उसके गुण भी नष्ट नहीं होते हैं.

कैसे काम करती है ये तकनीक

स्टीम डिस्टिलेशन में सबसे पहले पानी उबालकर स्टीम या भाप बनाई जाती है. ये भाप तेल निकालने वाले पौधे से होकर गुजरती है जिसके कारण तेल के जो भी गुण होते हैं वो पानी में जाकर मिल जाते हैं. इसके बाद पानी और तेल को एक कंडेन्सर में रखकर ठंडा किया जाता है. बता दें कि जो मिश्रण आप ठंडा कर रहे हैं उसमें तेल और पानी अलग-अलग परतों में होता है जिसके अलग कर लिया जाता है.

स्टीम डिस्टिलेशन से चमेली का तेल

चमेली का तेल निकालने के लिए सबसे पहले पूरी तरह से खुले हुए और जिनमें पर्यापत मात्रा में तेल हो, ऐसे फूलों का चुनाव करें. इसके बाद बॉयलर में पानी उबालें और डिस्टिलेशन चेंबर में फूलों को रखें. बॉयलर में उबल रहे पानी की भाप डिस्टिलेशन चेंबर से होकर गुजरती है. भाप के कारण फूलों से जो तेल निकलता है वो कंडेन्सर में जाकर इकट्ठा हो जाता है. कंडेन्सर से मिले मिश्रण में तेल और पानी अलग-अलग सतह पर होता है जिसे संभलकर धीरे से अलग कर दिया जाता है. इस पूरी प्रक्रिया के बाद तेल को छानकर शुद्ध किया जाता है और फिर उसे स्टेर किया जाता है.

Published: 10 Jun, 2025 | 02:16 PM