सोयाबीन की खेती का सुनहरा मौका! जुलाई के पहले पखवाड़े में करें ये 3 काम

जुलाई का पहला पखवाड़ा सोयाबीन की बुवाई के लिए सबसे उपयुक्त समय है. ये उपाय अपनाकर किसान रिकॉर्ड पैदावार हासिल कर सकते हैं.

नोएडा | Updated On: 30 Jun, 2025 | 11:17 PM

जुलाई का पहला पखवाड़ा यानी किसानों के लिए सोयाबीन की बुवाई का सबसे सही समय. अगर आप इस बार अपनी खेती से अच्छी कमाई करना चाहते हैं तो कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखिए. सही समय पर बोआई, बीज का वैज्ञानिक तरीके से उपचार और खरपतवार नियंत्रण, ये तीन काम आपकी फसल को नुकसान से बचाएंगे और उपज में जबरदस्त बढ़ोतरी करेंगे. इन तीन उपायों से सोयाबीन की खेती में रिकॉर्ड पैदावार पा सकते हैं.

जुलाई का पहला पखवाड़ा सबसे मुफीद

उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि विभाग के मुताबिक, सोयाबीन की बोआई के लिए जुलाई का शुरुआती पखवाड़ा सबसे उपयुक्त माना जाता है. क्योंकि इस दौरान जमीन में नमी बनी रहती है और तापमान भी अनुकूल होता है. इस समय पर बोआई करने से पौधे की वृद्धि अच्छी होती है और फसल की जड़ें मजबूत बनती हैं. अगर आप बोआई देर से करते हैं तो पैदावार पर सीधा असर पड़ सकता है. इसलिए कोशिश करें कि 15 जुलाई से पहले बोआई का काम पूरा हो जाए.

बीज का राइजोबियम से उपचार जरूरी

सोयाबीन की अच्छी पैदावार के लिए बीज को राइजोबियम कल्चर से उपचारित करना बहुत जरूरी है. यह एक तरह का लाभकारी जीवाणु होता है, जो पौधों की जड़ों में जाकर नाइट्रोजन का संचार करता है. इससे पौधे हरे-भरे और स्वस्थ रहते हैं. ध्यान दें कि बीज को उपचारित करने के लिए 250 ग्राम राइजोबियम कल्चर को 10-12 किलो बीज में मिलाकर छाया में सुखाएं और उसी दिन बोआई कर दें. इससे मिट्टी की उपजाऊ क्षमता भी बढ़ती है.

खरपतवार पर समय रहते करें नियंत्रण

सोयाबीन के खेत में बोआई के तुरंत बाद खरपतवार उग आते हैं, जो पौधों से पोषक तत्व और पानी छीन लेते हैं. इन्हें रोकने के लिए आप एलाक्लोर 50 ई.सी. नामक खरपतवारनाशी का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसकी 4 लीटर मात्रा को 1000 लीटर पानी में घोलकर पूरे खेत में छिड़काव करें. ध्यान दें कि यह छिड़काव बोआई के तुरंत बाद ही करें, जब मिट्टी में नमी हो. इससे फसल की शुरुआती वृद्धि पर कोई असर नहीं पड़ता और खरपतवार पनपने नहीं पाते.

अगर आप समय पर बोआई करें, बीज का सही तरीके से उपचार करें और खरपतवार को समय पर नियंत्रित रख ले तो सोयाबीन की फसल आपके लिए फायदे का सौदा बन सकती है और बढ़िया पैदावर भी दे सकती है.

Published: 1 Jul, 2025 | 06:00 AM