अब गन्ना किसानों को उचित और लाभकारी मूल्य (FRP) मौजूदा सीजन में गन्ने से निकली चीनी की मात्रा यानी रिकवरी दर के आधार पर मिलेगा. यह फैसला हाल ही में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और चीनी उद्योग से जुड़े प्रतिनिधियों के बीच हुई बैठक के बाद लिया गया.
राज्य में बुवाई का समय लगभग समाप्त हो चुका है और आंकड़े बताते हैं कि कई प्रमुख फसलों का रकबा घटा है. पिछले साल की तुलना में इस साल सोयाबीन का रकबा 5 फीसदी घटकर 51.20 लाख हेक्टेयर रह गया. मूंगफली के रकबे में भारी गिरावट देखी गई है.
प्याज की कटाई तभी करें जब पत्तियां पीली होकर नीचे गिरने लगें और उनका ऊपरी हिस्सा सूख जाए. जल्दी कटाई करने से प्याज छोटा रहेगा और देर से कटाई करने पर फसल फट सकती है या खराब हो सकती है.
रूट रॉट से बचने का सबसे आसान तरीका है सही पानी देना और मिट्टी का ध्यान रखना. कभी भी पौधों को जरूरत से ज्यादा पानी न दें और गमले में हमेशा ड्रेनेज होल मौजूद हों. भारी मिट्टी में रेत या पर्लाइट मिलाएं ताकि मिट्टी हल्की और हवादार बनी रहे.
खेती में कभी-कभी ऐसे मौके आते हैं जब मेहनत और बाजार दोनों का साथ मिल जाता है. सितंबर का महीना किसानों के लिए बिल्कुल वैसा ही है. अगर किसान प्याज, लहसुन और आलू की खेती इस समय करते हैं, तो यह उनकी सालभर की कमाई को एक नई ऊंचाई तक पहुंचा सकता है.
इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें ज्यादा खर्चा नहीं आता और किसान कम लागत में भी अच्छी आमदनी कर सकते हैं. जूट से रस्सी, बोरे, चटाई, थैले, कालीन और सजावटी सामान जैसे सैकड़ों चीजें बनाई जाती हैं. यही वजह है कि बाजार में इसकी खेती की हमेशा डिमांड बनी रहती है.