मेथी भारतीय रसोई का ऐसा हर्ब है जो स्वाद के साथ-साथ सेहत का भी खजाना है. लेकिन बाजार से खरीदी हुई मेथी कभी-कभी केमिकल से ट्रीट की जाती है, जबकि घर में उगाई मेथी पूरी तरह शुद्ध और ताजी होती है. और सबसे बड़ी बात इसे पानी में उगाना बहुत आसान है.
प्याज की गलन किसानों के लिए बड़ी चिंता रही है. अब गुड़, बेसन और ट्राइकोडर्मा के देसी उपाय से फसल सुरक्षित रहती है. इससे प्याज की गांठें मजबूत होती हैं, उत्पादन बढ़ता है और फसल का रंग-रूप भी बेहतर रहता है.
अगर आप अपने घर में ऐसा पौधा लगाना चाहते हैं जो सुंदर भी दिखे और लाभदायक भी हो, तो आंवला बेस्ट चॉइस है. यह आपके किचन गार्डन को न केवल हरियाली देगा बल्कि सेहत का खजाना भी बन जाएगा. बस थोड़ी सी देखभाल और धैर्य, और फिर आपका घर प्राकृतिक विटामिन C से भर जाएगा.
इस बार मानसून भले ही देर से गया हो, लेकिन उसने मिट्टी में नमी भर दी है. राजस्थान के उत्तरी और पूर्वी इलाकों में जलाशय इस समय लगभग पूरे भरे हुए हैं. इससे रबी फसलों की बुवाई के लिए परिस्थितियां काफी अनुकूल हो गई हैं. राजस्थान कृषि विभाग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, 24 अक्टूबर तक राज्य में सरसों की बुवाई का रकबा 16.84 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है.
अब ताजी और जैविक अदरक उगाना घर पर बेहद आसान है. बस सही मिट्टी, गमला और थोड़ी देखभाल की जरूरत है. चार से पांच महीने में आपकी खुद की अदरक की फसल तैयार हो जाएगी, जो रसोई और सेहत दोनों के लिए फायदेमंद है.
अनानास गर्म मौसम का पौधा है. अगर आप ऐसे इलाके में रहते हैं जहां सर्दियां हल्की होती हैं, तो इसे सीधे जमीन में लगा सकते हैं. लेकिन जहां ठंड ज्यादा पड़ती है, वहां इसे गमले में लगाना बेहतर रहेगा ताकि ठंड में आप पौधे को अंदर रख सकें. ध्यान रखें कि अनानास का पौधा बढ़ने पर लगभग 4 से 5 फीट तक फैल जाता है.