इस गांव के किसान कर रहे 100 फीसदी ऑर्गेनिक खेती, कमाई में हो रहा बंपर इजाफा

राजौरी के मेहरा गांव में 50 से अधिक किसान पारंपरिक खेती छोड़कर 100 फीसदी ऑर्गेनिक सब्जी उत्पादन कर रहे हैं. सरकारी सहायता, HADP क्लस्टर, प्रशिक्षण और पॉलीहाउस जैसी सुविधाओं ने उनकी आमदनी बढ़ाई है. बढ़ती मांग के बीच पानी और बीज जैसी चुनौतियों के बावजूद ऑर्गेनिक खेती तेजी से फैल रही है.

नोएडा | Updated On: 30 Nov, 2025 | 01:04 PM

Organic Farming: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के मेहरा गांव में 50 से ज्यादा छोटे और सीमांत किसान अब पारंपरिक खेती छोड़कर पूरी तरह ऑर्गेनिक सब्जी की खेती कर रहे हैं. यह बदलाव इलाके में टिकाऊ खेती की ओर एक बड़ा कदम माना जा रहा है. सरकारी मदद से पहाड़ी इलाके के इन किसानों ने अपनी वर्षों की मुश्किलों को अवसर में बदल दिया है. ऑर्गेनिक खेती अपनाने से उनकी आमदनी बढ़ी है और वे स्थानीय समुदाय की बढ़ती मांग भी पूरी कर पा रहे हैं. वहीं, कृषि विभाग को उम्मीद है कि आने वाले महीनों में ऑर्गेनिक खेती करने वाले किसानों की संख्या में और इजाफा होगा.

द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, राजौरी के मुख्य कृषि अधिकारी राजेश वर्मा ने कहा कि अब यह क्षेत्र टिकाऊ और प्राकृतिक  खेती पर तेजी से ध्यान दे रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार ने होलिस्टिक एग्रीकल्चर डेवलपमेंट प्रोग्राम (HADP) के तहत कुछ खास क्लस्टर चुने हैं, जहां ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को प्रशिक्षण और हर तरह की सहायता दी जा रही है. राजेश वर्मा ने कहा कि आजकल जोर टिकाऊ खेती पर है. HADP के तहत ऑर्गेनिक खेती के लिए खास क्लस्टर चुने गए हैं, जहां किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. लोगों में स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता बढ़ने से ऑर्गेनिक उत्पादों की मांग भी तेजी से बढ़ रही है, इसलिए किसानों को ऑर्गेनिक उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है.

50 परिवार अब पूरी तरह ऑर्गेनिक खेती कर रहे हैं

मेहरा गांव के किसान अबिद हुसैन ने कहा कि इलाके की करीब 50 परिवार अब पूरी तरह ऑर्गैनिक खेती  कर रहे हैं. रोजगार के सीमित अवसरों के कारण कई युवा भी सब्जी की खेती अपनाने लगे हैं. नागरोता की किसान सफीना कौसर ने कहा कि उनके यहां उगाई जाने वाली देसी सब्जियों की मांग लगातार बढ़ रही है. लोग दूर-दूर से इन्हें खरीदने आते हैं और देश के अलग-अलग हिस्सों से भी खरीदार उनकी ऑर्गेनिक सब्जियों को पसंद करते हैं.

गांव में धीरे-धीरे विकास हो रहा है

राजौरी के किसान रमीज अहमद ने कहा कि ऑर्गेनिक खेती से आमदनी तो बढ़ी है, लेकिन कुछ चुनौतियां अभी भी हैं. पहले वे पारंपरिक खेती करते थे, लेकिन अब पूरा गांव ऑर्गैनिक तरीके से तरह-तरह की सब्जियां उगा रहा है. गांव में धीरे-धीरे विकास हो रहा है, लेकिन पानी की कमी और अच्छी क्वालिटी के बीज मिलना अभी भी मुश्किल है.

100 फीसदी ऑर्गेनिक सब्जी खेती को बढ़ावा

उधर, सुंदेर्बनी और नौशेरा जैसे बॉर्डर इलाकों में भी कृषि विभाग 100 फीसदी ऑर्गेनिक सब्जी खेती को बढ़ावा दे रहा है. केंद्र प्रायोजित योजनाओं के तहत इन दूरदराज क्षेत्रों के किसानों को वर्मी-कम्पोस्ट यूनिट्स और पॉलीहाउस जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं. पॉलीहाउस की मदद से यहां सालभर सब्जियों की खेती संभव हो पाती है, चाहे सर्दी कितनी भी कड़ी क्यों न हो.

Published: 30 Nov, 2025 | 12:58 PM

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