Alphonso mango: महाराष्ट्र के कोकण क्षेत्र में उगने वाले प्रसिद्ध देवगड़ हापुस (अल्फांसो) आम इस साल अपनी सामान्य सीजन से दो महीने पहले ही बाजार में पहुंच गए हैं. यह आम अपनी खुशबू, स्वाद और रसदारपन के लिए पूरे देश में जाना जाता है. आम का यह जल्दी आगमन खास तौर पर दिवाली के समय आया, जिससे व्यापारियों और आम प्रेमियों में उत्साह का माहौल बन गया.
जल्दी पैदावार ने बढ़ाई मांग
बिजनेस लाइन की खबर के अनुसार, पड़ावने, देवगड़ के किसान प्रकाश शिर्सिकार ने इस साल पहला बैच बाजार में भेजा, जो सामान्य समय से लगभग दो महीने पहले था. इस कदम ने व्यापारियों को भी चौंका दिया, क्योंकि हापुस आम आमतौर पर गर्मियों में ही उपलब्ध होते हैं. पहले बैच की आपूर्ति सीमित होने के बावजूद, शुरुआती आमों का स्वाद लेने के लिए खरीदार उत्साहित हैं. स्थानीय व्यापारी बताते हैं कि ये आम चार-पांच दिनों में प्राकृतिक रूप से पककर तैयार होते हैं, जिससे उनका स्वाद और गुणवत्ता बिल्कुल प्रामाणिक रहती है.
मौसम और बेहतर बागवानी तकनीक से जल्दी पैदावार
कोकण के किसानों का कहना है कि इस साल अनुकूल मौसम और उन्नत बागवानी प्रबंधन तकनीकों की वजह से आम जल्दी पक गए हैं. पहले बैच के आमों को उच्च कीमतों में बेचा जा रहा है, जिससे अन्य किसानों को भी इस सीजन में जल्दी फसल भेजने की उम्मीद बढ़ गई है.
व्यापारियों और बाजार में उत्साह
वाशी और सतारा जैसे प्रमुख बाजारों में पहले देवगड़ हापुस आम के आगमन ने पूरे महाराष्ट्र में उत्साह देखा जा सकता है. व्यापारी और किसान दोनों इस सीजन को अच्छा मान रहे हैं और उम्मीद जताई जा रही है कि त्योहार के समय आम की बिक्री में जबरदस्त वृद्धि होगी.
GI टैग से बढ़ी पहचान और मांग
देवगड़ और रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग क्षेत्र के अल्फांसो आम को जीआई (Geographical Indication) टैग प्राप्त है, जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी विशिष्ट पहचान और प्रीमियम गुणवत्ता को प्रमाणित करता है. इस टैग के कारण आम की मांग केवल भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बनी रहती है.
आम प्रेमियों के लिए खुशी की बात
दिवाली के समय पहले हापुस आम का बाजार में आना आम प्रेमियों के लिए खास तोहफा साबित हुआ है. स्वादिष्ट और खुशबूदार इस आम ने त्योहार की मिठास को और बढ़ा दिया है. किसान, व्यापारी और उपभोक्ता सभी इस जल्दी पैदावार से खुश हैं और आने वाले हफ्तों में आम की अधिक आपूर्ति की उम्मीद कर रहे हैं.
इस साल देवगड़ हापुस आम की जल्दी आगमन ने यह साबित कर दिया कि बेहतर मौसम, उन्नत खेती तकनीक और समय पर बागवानी से न केवल किसानों की आमदनी बढ़ सकती है बल्कि पूरे महाराष्ट्र में आम का आनंद भी पहले से ही लिया जा सकता है.