पटना में दो ट्रक मिलावटी आलू जब्त.. कैसे करें असली और नकली की पहचान.. खाने से हेल्थ पर क्या होगा असर?

पटना के मिठापुर और मीना बाजार में छापेमारी में फूड सेफ्टी विभाग ने दो ट्रक नकली, केमिकल लगे आलू जब्त किए. ये आलू छत्तीसगढ़ से लाकर महंगे दामों पर बेचे जा रहे थे. अधिकारियों ने ऐसे आलू नहीं खरीदने की सलाह दी है.

Kisan India
नोएडा | Published: 23 Sep, 2025 | 09:30 PM

Bihar News: बिहार की राजधानी पटना के मिठापुर और मीना बाजार इलाके में छापेमारी के दौरान फूड सेफ्टी विभाग ने बड़ी मात्रा में नकली और केमिकल से चमकाए गए आलू जब्त किए हैं. पुराने आलू को ताजा दिखाने के लिए उन पर लाल माटी और केमिकल लगाया जा रहा था, जिससे लोगों की सेहत को गंभीर खतरा हो सकता था. फूड सेफ्टी ऑफिसर अजय कुमार की अगुवाई में टीम ने करीब दो ट्रक भरकर मिलावटी आलू जब्त किए, जबकि सैंपल जांच के लिए लैब भेजे गए हैं. शुरुआती जांच में पता चला है कि ये आलू छत्तीसगढ़ से रोजाना सुबह 6 बजे ट्रक से लाए जाते थे, जिन्हें स्थानीय व्यापारी 9 बजे तक खरीदकर पटना के अलग-अलग इलाकों में बेच देते थे.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, छापेमारी के दौरान आधा दर्जन से ज्यादा व्यापारी मौके से भाग निकले. प्रशासन अब उनकी पहचान कर कानूनी कार्रवाई  की तैयारी कर रहा है. अधिकारी ने कहा कि ये आलू 20-25 रुपये प्रति किलो में खरीदे जाते थे और 70-75 रुपये प्रति किलो की ऊंची कीमत पर बेचे जा रहे थे.

नकली और केमिकल वाले आलू कैसे पहचानें?

फूड सेफ्टी अधिकारियों ने कहा कि जब्त किए गए आलुओं में कुछ खास लक्षण पाए गए. उपभोक्ताओं को सलाह दी गई है कि ऐसे आलुओं को पहचानने के लिए इन बातों का ध्यान रखें.

सुगंध:  मिलावटी आलुओं से मिट्टी जैसी प्राकृतिक खुशबू नहीं, बल्कि तेज केमिकल की बदबू आती है.
रंग: काटने पर अंदर का रंग और बनावट, बाहर की चमकदार सतह से मेल नहीं खाता.
पानी में तैरना: असली आलू पानी में डूब जाते हैं, लेकिन ये नकली आलू तैर सकते हैं.
शेल्फ लाइफ: ये आलू 2 दिन के अंदर ही खराब होने लगते हैं.

नकली आलू खाने से स्वास्थ्य पर पड़ता है असर

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, इन आलुओं पर इस्तेमाल किए गए केमिकल लीवर और किडनी  को नुकसान पहुंचा सकते हैं. लगातार सेवन से कब्ज, पेट फूलना, भूख न लगना जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

मिलावटी पनीर की बिक्री को लकेर कार्रवाई

वहीं, आलू मामले से जुड़ी कार्रवाई के तहत प्रशासन ने पटना के दो रेस्टोरेंट्स सांवि कलेक्शन कैफे (बोरिंग रोड) और स्काईलाइन बिरयानी हाउस (राजा बाजार) में अचानक छापेमारी की. अधिकारियों को शक था कि इन जगहों पर मिलावटी पनीर  का इस्तेमाल हो रहा है. जांच टीम ने दोनों जगहों से पनीर के सैंपल लिए हैं और जांच के लिए लैब भेजे हैं. सावधानी के तौर पर जब तक रिपोर्ट नहीं आ जाती, दोनों जगहों पर पनीर और बिरयानी की बिक्री रोक दी गई है.

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Published: 23 Sep, 2025 | 09:30 PM

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