Tractors 2025: खेती-बाड़ी के लिए ट्रैक्टर अब हर किसान की प्राथमिक जरूरत बन गया है. हल चलाना, बीज बोना, सिंचाई करना और कटाई में मदद करने के लिए यह सबसे जरूरी मशीन है. साल 2025 में किसानों के लिए ट्रैक्टर खरीदना पहले से आसान हो गया है, खासकर छोटे खेतों वाले किसानों के लिए. हाल ही में जीएसटी काउंसिल ने कृषि उपकरणों जैसे ट्रैक्टर, सिंचाई मशीन और जैव-कीटनाशकों पर टैक्स 12 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दिया है.
इस फैसले से खेती की लागत में कमी आएगी और किसानों के लिए ट्रैक्टर खरीदना अब सस्ता और सरल हो गया है. तो चलिए जानते हैं 2025 के सबसे किफायती 5 ट्रैक्टरों के बारे में, जो छोटे और मध्यम खेतों के लिए उपयुक्त हैं.
Swaraj Code
स्वराज कोड ट्रैक्टर किसानों के बीच बहुत लोकप्रिय है. यह सबसे सस्ता मॉडल माना जाता है और इसकी कीमत लगभग 2.59 लाख रुपये है. इसका हॉर्सपावर कम है, इसलिए हल्की खेती और छोटे खेतों के लिए बिल्कुल सही है. इसके छोटे और मजबूत इंजन के कारण किसान इसे लंबे समय तक बिना ज्यादा रख-रखाव के इस्तेमाल कर सकते हैं.
Eicher 242
ईशर 242 ट्रैक्टर की कीमत 4.05 लाख से 4.40 लाख रुपये के बीच है. यह 25 हॉर्सपावर का ट्रैक्टर है और छोटे खेतों, बाग-बगीचों और हल्के कृषि कार्यों के लिए बेहतर विकल्प माना जाता है. इसकी कम ईंधन खपत और टिकाऊ डिजाइन इसे छोटे किसानों के लिए आदर्श बनाता है.
Sonalika DI 730 II HDM
सोशलिका DI 730 II HDM 30 हॉर्सपावर जेनरेट करता है और इसकी कीमत 4.23 लाख से 4.64 लाख रुपये के बीच है. यह ट्रैक्टर मध्यम स्तर के खेतों और बागानों के लिए उपयुक्त है. इसके मजबूत इंजन और लंबे समय तक टिकने वाली क्षमता के कारण किसान इसे आसानी से अपना सकते हैं.
Mahindra JIVO 225 DI
महिंद्रा JIVO 225 DI छोटे किसानों के बीच बहुत लोकप्रिय है. इसकी कीमत 4.64 लाख रुपये से 5.05 लाख रुपये के बीच है. महिंद्रा का यह भरोसेमंद ब्रांड किसानों के बीच हमेशा विश्वास का प्रतीक रहा है. इसके मिनी ट्रैक्टर छोटे खेतों और हल्के कृषि कार्यों के लिए बेहद उपयोगी हैं.
Swaraj 724 XM
स्वराज 724 XM 25-30 हॉर्सपावर का ट्रैक्टर है. इसकी कीमत 4.87 लाख रुपये से 5.09 लाख रुपये के बीच है. यह ट्रैक्टर छोटे और मध्यम खेतों के लिए उपयुक्त है और इसके मजबूत इंजन और टिकाऊ डिजाइन के कारण किसान इसे लंबे समय तक इस्तेमाल कर सकते हैं.
इन 5 ट्रैक्टरों में से कोई भी मॉडल किसानों के लिए बजट और कार्यक्षमता दोनों में सही विकल्प साबित हो सकता है. किसान इन ट्रैक्टरों के जरिए अपने खेतों में मेहनत को कम और उत्पादन को ज्यादा कर सकते हैं.