Agriculture News Hindi: भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान परिसर में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्यान मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसान भाइयों को 2024-25 में सिर्फ फसल के लिए किसान क्रेडिट कार्ड (kcc) से 10 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का लोन मिला है. उन्होंने कहा कि जबसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आए हैं, तब से किसानों को अब तक 1.62 लाख करोड़ रुपए ब्याज सब्सिडी के रूप में मिल चुके हैं. इससे किसानों को सीधा फायदा हुआ है. किसान लोन और सब्सिडी की राशि से समय पर धान-बीज खरीद पाते हैं. इससे पैदावार और किसानों की कमाई में भी बढ़ोतरी हुई है. ऐसे में अन्नदाताओं के जीवन स्तर पहले से काफी बेहतर हुआ है. साथ ही उन्होंने कहा कि जीएसटी दरों में कटौती से किसानों को बड़ी राहत मिली है. खासकर छोटे और बड़े ट्रैक्टर सस्ते हो गए हैं.
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि अगर हम उपलब्धियों की बात करें तो संस्थागत कृषि ऋण अब बढ़कर करीब 28 लाख करोड़ रुपए हो गया है. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत फसल नुकसान की भरपाई के लिए अब तक किसानों को 1.83 लाख करोड़ रुपए दिए जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पिछले 10- 11 सालों में खाद्यान्न उत्पादन में 40 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है. गेहूं, चावल, मक्का, मूंगफली और सोयाबीन जैसे कई फसलों में रिकॉर्ड उत्पादन हुआ है. आज भारत के भंडार भरे हैं और कृषि की विकास दर यह दिखाती है कि इस क्षेत्र में कितना अच्छा काम हुआ है. इसलिए मैं प्रधानमंत्री का दिल से धन्यवाद करता हूं.
स्वदेशी चीजें अपनाने पर जोर
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब आपने लाल किले से स्वदेशी अपनाने की बात कही थी, तो कृषि विभाग ने भी उसी वक्त बैठक कर यह संकल्प लिया कि हम स्वदेशी चीजें ही अपनाएंगे. कर्मचारियों ने भी इसमें हिस्सा लिया. अब यह सोच किसानों के बीच भी तेजी से फैल रही है कि हम रोजमर्रा की जरूरत की चीजें अपने देश में बनी हुई ही खरीदेंगे, विदेशी नहीं. उन्होंने कहा कि स्वदेशी का मतलब है अपने देश में बनी चीजें अपनाना.
इन फसलों के एमएसपी में बढ़ोतरी
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जीएसटी दरों में कटौती से किसानों को बड़ी राहत मिली है, खासकर छोटे और बड़े ट्रैक्टरों पर इसका सीधा फायदा मिलेगा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के लिए किसानों का हित सबसे जरूरी है और इसमें कोई समझौता नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हाल ही में रबी फसलों के एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) में बढ़ोतरी की गई है. अब गेहूं पर 160 रुपये, चने पर 225 रुपये, मसूर पर 300 रुपये, सरसों पर 250 रुपये और कुसुम पर 600 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी हुई है. इससे किसानों को उनकी मेहनत का सही और पूरा दाम मिलेगा.