यूपी में मक्का-धान से लहलहाएंगे खेत, 1.27 लाख हेक्टेयर में बुवाई का टारगेट

कासगंज के जिला कृषि अधिकारी डॉ. अवधेश मिश्र ने बताया कि इस साल बारिश अच्छी हो रही है, फसलों का रकबा भी तय तक दिया गया है. जिसके कारण खरीफ फसलों की बुवाई शुरु हो चुकी है.

नोएडा | Updated On: 3 Jul, 2025 | 05:22 PM

देश में मॉनसून की एंट्री होते ही किसानों ने खरीफ सीजन की फसलों की बुवाई शुरू कर दी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार प्रदेश के किसानों को खरीफ फसलों की खेती के लिए लगातार बढ़ावा भी दे रही है और उनकी मदद करने के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है. इस साल उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में कृषि विभाग ने खरीफ फसलों का रकबा बढ़ा दिया है. कृषि विभाग ने ये फैसला जून में औसत से ज्यादा बारिश होने के चलते लिया है. क्योंकि ऐसी उम्मीद लगाई जा रही है कि इस साल दोगुनी बारिश होने के कारण की पैदावार अच्छी होगी. बता दें कि कासगंज में 1.27 लाख हेक्टेयर जमीन पर खरीफ फसलों की खेती करने का लक्ष्य तय किया है.

धान, मक्का और बाजरा का बढ़ा रकबा

जिले के कृषि विभाग ने सबसे ज्यादा रकबा मक्का, धान और बाजरा की फसलों का बढ़ाया है. इन फसलों का रकबा 96.5 फीसदी बढ़ाया गया है. वहीं बाकी बचे 3.5 फीसदी रकबे में मूंगफली, अरहर, उड़द, मूंग, तिल की फसलों की बुवाई की जाएगी. बता दें कि खरीफ फसलों का उत्पादन बारिश पर निर्भर करता है. यही कारण है कि इस साल औसत से ज्यादा हुई बारिश के चलते ऐसी संभावना जताई जा रही है कि इस बार खरीफ फसलों से अच्छा उत्पादन मिलेगा. अगर ऐसा होता है तो इस बार खेत खरीफ फसलों से लहलहा उठेंगे और अच्छे उत्पादन के साथ किसानों की आमदनी भी अच्छी होगी.

तेजी से हो रही खरीफ फसलों की बुवाई

उत्तर प्रदेश कृषि विभाग द्वारा सोशल मीडिया पर दी गई जानकारी के अनुसार कासगंज के जिला कृषि अधिकारी डॉ. अवधेश मिश्र ने बताया कि इस साल बारिश अच्छी हो रही है , फसलों का रकबा भी तय तक दिया गया है. जिसके कारण खरीफ फसलों की बुवाई शुरु हो चुकी है. बता दें कि जून के महीने में औसत 57 मिलीमीटर बारिश होने की संभावना रहती है लेकिन इस साल 100.67 मिलीमीटर बारिश हुई. औसत से ज्यादा बारिश होने से किसानों को भी खेती करने में सहूलियत हो गई है. बारिश में बुवाई करने से किसानों को सिंचाई की चिंता नहीं करनी होती है, लिहाजा उनका पानी में होने वाले खर्च में कमी आती है.

श्रीअन्न फसलों की भी होगी बुवाई

यूपी के कासगंज में खरीफ फसलों की खेती का रकबा बढ़ाने के साथ-साथ एक अहम बदलाव और भी हुआ है. कासगंज जिले में श्रीअन्न फसलों की बुवाई नहीं की जाती है लेकिन इस साल खरीफ सीजन के दौरान जिले में श्रीअन्न फसलों की भी खेती की जाएगी. इन श्रीअन्न फसलों में रागी, कोदो और सावां शामिल हैं. जिले के कृषि विभाग ने श्रीअन्न फसलों की खेती के लिए 16 हेक्टेयर रकबा तय किया है.

Published: 3 Jul, 2025 | 05:21 PM

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