हर दिन 10–15 लीटर दूध! इस गाय से किसानों की खूब हो रही कमाई
Highest Milk Producer Cow: ये गाय आज छोटे किसानों के लिए बड़ी कमाई का आसान जरिया बन गई है. यह नस्ल कम खर्च में रोजाना अच्छा दूध देती है, जो पौष्टिक और बाजार में ज्यादा दाम पर बिकता है. सर्दियों में भी इसका दूध कम नहीं होता, इसलिए इसे किसानों की सबसे भरोसेमंद देसी गाय माना जाता है.
Sahiwal Cow Milk Production: सर्दियों का मौसम आते ही ज्यादातर दुधारू पशुओं का दूध कम होने लगता है. ऐसे में छोटे पशुपालकों के सामने सबसे बड़ी चुनौती होती है-कम लागत में अच्छा दूध उत्पादन कैसे मिले? लेकिन इसी मुश्किल के बीच एक ऐसी देसी नस्ल है जो किसानों के लिए वरदान बनकर उभरती है. इसका दूध न सिर्फ पोषक होता है, बल्कि ये गाय कम देखभाल में भी अच्छे से पाली जा सकती है. यही वजह है कि गांवों से लेकर शहरों तक, हर जगह इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है. यह खास नस्ल है-साहीवाल गाय, जिसे भारत की सबसे बेहतरीन दुधारू देसी गायों में गिना जाता है.
साहीवाल गाय: देसी नस्लों में सबसे भरोसेमंद विकल्प
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, साहीवाल गाय भारत की उन चुनिंदा प्रजातियों में शामिल है, जो कम खर्च में ज्यादा फायदा देती हैं. ग्रामीण इलाकों में किसानों के लिए यह नस्ल कमाई का अच्छा साधन बन चुकी है. यह गाय प्रतिदिन लगभग 10 से 15 लीटर तक दूध देती है, जो सर्दियों में भी स्थिर बना रहता है. बाजार में इसका दूध 50 से 60 रुपये प्रति लीटर तक बिक जाता है, जिससे छोटे पशुपालकों को भी अच्छी आमदनी हो जाती है. इस नस्ल की खासियत यह है कि यह मौसम के बदलाव को जल्दी अपनाती है और ज्यादा बीमार भी नहीं पड़ती. इसके कारण किसानों का खर्च काफी कम हो जाता है.
पौष्टिक और आसानी से पचने वाला
साहीवाल गाय का दूध स्वाद में गाढ़ा और पोषक तत्वों से भरपूर होता है. इस दूध की सबसे बड़ी खूबी है कि यह शरीर में आसानी से पच जाता है. इसमें मौजूद विटामिन A और D, प्रोटीन, और कई जरूरी मिनरल्स शरीर को मजबूत बनाते हैं. डॉक्टर भी अक्सर साहीवाल गाय का दूध बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों के लिए सबसे अच्छा बताते हैं, क्योंकि इसमें इम्यूनिटी बढ़ाने की क्षमता, दिल को स्वस्थ रखने का गुण और शरीर में खून बढ़ाने वाले तत्व मौजूद होते हैं. यही वजह है कि बाजार में इसकी मांग लगातार बढ़ रही है.
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छोटे किसानों के लिए खास
साहीवाल गाय की एक और बड़ी खूबी है कि यह बहुत शांत और समझदार स्वभाव की होती है. इसे पालना मुश्किल नहीं होता और न ही यह ज्यादा तंग करती है. कई पशुपालक बताते हैं कि इसका दूध दुहना बहुत आसान होता है. घर का कोई भी सदस्य इसे आसानी से संभाल सकता है. इसके बछड़े मजबूत और तेजी से बढ़ने वाले होते हैं, जिससे भविष्य में किसानों को और अधिक लाभ मिलता है. सर्दियों में जहां कई नस्लों को ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है, वहीं साहीवाल गाय सामान्य व्यवस्था में भी अच्छा उत्पादन देती है.
कम कीमत में ज्यादा फायदा
आज बाजार में दुधारू गायों की कीमतें बढ़ती जा रही हैं. लेकिन साहीवाल गाय की कीमत अन्य नस्लों की तुलना में काफी किफायती होती है. आमतौर पर यह 18 से 20 हजार रुपये में मिल जाती है. इतनी कम कीमत में इतनी ज्यादा दूध क्षमता मिलना किसी भी छोटे किसान के लिए फायदेमंद है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, साहीवाल गाय उनके लिए सबसे अच्छा निवेश साबित हुई है. कम खाने में भी ज्यादा दूध दे देती है और बीमार भी कम पड़ती है. उनके अनुसार- जितना दूध यह देती है, उसके हिसाब से देखभाल और खर्च बहुत कम है. इसने हमारी आमदनी को दोगुना कर दिया है.
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को दे रही मजबूती
साहीवाल गाय सिर्फ दूध उत्पादन ही नहीं बढ़ाती, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ भी बनती जा रही है. गांवों में छोटे पशुपालकों की संख्या बढ़ रही है और ऐसे समय में एक ऐसी गाय की जरूरत होती है जो कम खतरे के साथ ज्यादा उत्पादन दे सके. साहीवाल गाय ऐसी ही नस्ल है. यह देसी है, बीमारी का खतरा कम है, दूध पौष्टिक है और रखरखाव आसान है. इसी वजह से आज भी कई किसान इसे अपनी पहली पसंद बनाते हैं. स्वास्थ्य के साथ-साथ यह परिवार की आमदनी बढ़ाने में भी बड़ी भूमिका निभाती है.