NPK: इन तीन पोषक तत्वों की कमी से खराब हो सकती है फसल, समय रहते कर लें लक्षणों की पहचान

फसल में नाइट्रोजन की कमी का पता कुछ लक्षणों से लगाया जा सकता है. जैसे किसी भी फसल में अगर नाइट्रोजन की कमी हो रही है तो पौधे की पत्तियां पीली या फिल हल्के हरे रंग की होने लगती हैं.

अनामिका अस्थाना
नोएडा | Published: 15 Sep, 2025 | 10:35 PM

किसी भी फसल की बेहतर ग्रोथ के लिए उस फसल को पर्याप्त पोषण देना बहुत जरूरी है. फसलों के लिए मुख्य रूप से 3 पोषक तत्व जरूरी होते हैं- नाइट्रोजन (N), फॉस्फोरस (P),  पोटैशियम(K). फसलों के पूरी तरह से विकसित होने के  लिए इन तीनों ही पोषक तत्वों का होना बेहद जरूरी है. इनमें से किसी भी एक पोषक तत्व की कमी फसल की ग्रोथ पर बुरा असर डाल सकती है. ये तीनों ही तत्व पौधों की अच्छी ग्रोथ, फल-फूल और रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए जरूरी हैं. इनकी कमी होने पर पैदावार कम होने के साथ-साथ पौधा कमजोर होकर सूख जाता है.  ऐसे में किसानों के लिए बेहद जरूरी है कि किसाम समय रहते इनकी कमी को पहचान लें और उचित इंतजाम करें.

नाइट्रोजन की कमी से पीली होती है पत्तियां

फसल में नाइट्रोजन की कमी का पता कुछ लक्षणों से लगाया जा सकता है. जैसे किसी भी फसल में अगर नाइट्रोजन की कमी हो रही है तो पौधे की पत्तियां पीली या फिल हल्के हरे रंग की होने लगती हैं. किसान इसकी पहचान इस तरह से भी कर सकते हैं कि इसकी कमी होने के शुरुआती दौर में पौधे के पुराने और नीचे वाली पत्तियों का रंग बदलने लगता है. साथ ही इसकी कमी होने पर पौधा न केवल बौना और कमजोर हो जाता है बल्कि फलियों में आने वाले दानों की संख्या कम हो जाती है. बता दें कि, नाइट्रोजन की कमी से पौधे में पीलापन नीचे से ऊपर की ओर बढ़ता है. ऐसे में अगर किसान फसल को नाइट्रोजन देना चाहते हैं तो फसल में यूरिया या अमोनियम सल्फेट डालें, जिससे नाइट्रोजन की कमी पूरी हो जाएगी.

पौधों की ग्रोथ धीमी करती है फॉस्फोरस की कमी

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, फसल में जब फॉस्फोरस की कमी होने लगती है तो फसल की ग्रोथ या तो धीमी होने लगती है या फिर पूरी तरह से रुक जाती है. इसकी कमी से पौधों के पत्ते गहरे हरे लेकिन हल्के बैंगनी या जामुनी रंग के होने लगते हैं.. आमतौर पर बैंगनीपन ज्यादातर पौधों में नीचे के पत्तों और तनों पर दिखता है. अगर मौसम ज्यादा ठंडा है तो ये बैंगनीपन साफ दिखाई देता है, बता दें कि, फॉस्फोरस की कमी से पौधे की जड़ें छोटी और कमजोर हो जाती हैं. फसल में फॉस्फोरस की कमी को पूरा करने के लिए सिंगल सुपर फॉस्फेट (SSP), DAP या फॉस्फोरस युक्त उर्वरक का इस्तेमाल करें.

पौधे गिरने लगें तो हो जाएं सावधान

अगर आपको पौधों की पत्तियों के किनारे जले हुए दिखें या फिर पत्तियां किनारे से भूरे या पीले रंग की होने लगें तो समझ लें कि आपकी फसल में पोटैशियम की कमी है. बता दें कि, फसल में पोटैशियम की कमी होने पर पौधे अपनी लचक खो देते हैं और जल्दी गिरने लगते हैं. साथ ही फसल में जल्दी रोग लगते हैं और कीटों का आक्रमण भी तेजी से होता है. अगर किसानों को अपनी फसल में इस तरह के लक्षण नजर आएं तो वे फसल पर सल्फेट डालें.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

Published: 15 Sep, 2025 | 10:35 PM

अमरूद के उत्पादन में सबसे आगे कौन सा प्रदेश है?

Side Banner

अमरूद के उत्पादन में सबसे आगे कौन सा प्रदेश है?