कम चारे में ज्यादा दूध देने वाली डांगी गाय, अब गांव-गांव में बन रही है कमाई का मजबूत साधन

डांगी गाय एक देसी नस्ल है जो कम चारे और देखभाल में भी अधिक दूध देती है. यह हर मौसम में खुद को आसानी से ढाल लेती है और बीमारियां भी कम होती हैं. इसका पालन किसान भाइयों के लिए कम लागत में ज्यादा मुनाफे का मजबूत साधन बन सकता है.

Saurabh Sharma
नोएडा | Published: 15 Sep, 2025 | 06:28 PM
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अगर आप पशुपालन से कमाई करना चाहते हैं, लेकिन आपकी गाय या अन्य पशु खास फायदा नहीं दे पा रहे, तो अब घबराने की जरूरत नहीं है. आज हम बात कर रहे हैं एक खास देसी नस्ल की गाय की- डांगी गाय, जो कमाल का दूध देती है और बहुत ही कम देखभाल में अच्छा मुनाफा भी. इस गाय की मांग इन दिनों बाजार में तेजी से बढ़ रही है और किसान इसकी खूब तारीफ कर रहे हैं.

डांगी गाय की खासियतदेसी, दमदार और दूधदार

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, डांगी गाय एक शुद्ध देसी नस्ल है, जो मुख्यतः गुजरात के डांग इलाके, महाराष्ट्र के नासिक, ठाणे, अहमदनगर और हरियाणा के कुछ हिस्सों में पाई जाती है. इस गाय को गुजरात में डांग के नाम से भी जाना जाता है. इस नस्ल की खास बात यह है कि ये बहुत ही शांत स्वभाव की होती है और साथ ही इसमें शारीरिक ताकत भी होती है, जिससे यह कठिन परिस्थितियों में भी काम कर सकती है. किसान बताते हैं कि डांगी गाय खेतों में हल चलाने जैसे काम भी बखूबी कर सकती है.

दूध उत्पादनएक बार में 430 से 800 लीटर तक

डांगी गाय (Dangi Cow) का सबसे बड़ा फायदा इसका अधिक दूध उत्पादन  है. सामान्यतः यह एक ब्यांत में लगभग 430 लीटर दूध देती है, लेकिन अगर इसकी सही देखभाल की जाए तो यह मात्रा बढ़कर 800 लीटर तक पहुंच सकती है. इसके दूध में उच्च पोषण तत्व पाए जाते हैं, जिससे इसकी बाजार में अच्छी मांग रहती है और कीमत भी बेहतर मिलती है. इस दूध का उपयोग केवल घर के लिए नहीं, बल्कि घी, दही और पनीर जैसे उत्पादों के निर्माण में भी होता है, जिससे पशुपालकों को अतिरिक्त आमदनी का अवसर मिलता है और लाभ कई गुना बढ़ जाता है.

कैसे पहचानें डांगी गाय को? जानिए आसान तरीका

अगर आप डांगी गाय को पहचानने में दिक्कत महसूस करते हैं तो चिंता न करें, इसकी पहचान आसान है. डांगी गाय की औसतन ऊंचाई 113 सेमी होती है और इसके बैल की 117 सेमी तक होती है. इसका रंग सफेद होता है, लेकिन शरीर पर लाल या काले धब्बे होते हैं. इसके सींग मोटे, छोटे (लगभग 12 से 15 सेमी) और पीछे की ओर मुड़े हुए होते हैं. शरीर मजबूत और सिर थोड़ा चौड़ा होता है. इन खास पहचान के आधार पर आप बाजार में आसानी से असली डांगी गाय की पहचान कर सकते हैं और सही नस्ल का चयन कर सकते हैं.

क्यों करें डांगी गाय का पालन? जानिए फायदे

डांगी गाय पालन का सबसे बड़ा फायदा हैकम खर्च में ज्यादा मुनाफा. यह गाय ज्यादा चारा नहीं मांगती और कम खुराक में भी स्वस्थ रहती है. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह किसी भी जलवायु जैसे गर्मी, सर्दी या बारिश में खुद को ढाल सकती है. डांगी नस्ल बीमारियों से जल्दी प्रभावित नहीं होती, जिससे दवाइयों और इलाज पर ज्यादा खर्च नहीं होता. इसकी देखभाल आसान है और रखरखाव में लागत कम आती है. वहीं, दूध और उससे बने उत्पादों से अच्छी कमाई हो जाती है, जिससे यह पशुपालकों के लिए फायदेमंद विकल्प बन जाती है.

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Published: 15 Sep, 2025 | 06:28 PM
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