ट्रंप का बड़ा फैसला: भारत से व्यापार समझौता लगभग तय, 14 देशों पर लगेगा भारी टैक्स

ट्रंप प्रशासन ने पहले ही 9 जुलाई तक की डेडलाइन तय की थी, लेकिन अब उन्होंने 1 अगस्त तक का समय दे दिया है ताकि देश आपसी समझौते पर विचार कर सकें.

नई दिल्ली | Published: 8 Jul, 2025 | 09:49 AM

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय व्यापार की सुर्खियों में हैं. इस बार उन्होंने दुनिया के 14 देशों पर भारी-भरकम टैरिफ (आयात शुल्क) लगाने का ऐलान कर दिया है, जबकि भारत को लेकर उन्होंने एक सकारात्मक संकेत दिया है. ट्रंप ने कहा कि अमेरिका भारत के साथ एक मजबूत व्यापार समझौते के बेहद करीब है. यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका की नई व्यापार नीति दुनियाभर में हलचल मचा रही है.

व्हाइट हाउस में इजरायली पीएम के साथ ट्रंप का बड़ा ऐलान

वॉशिंगटन डीसी में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ एक द्विपक्षीय डिनर के दौरान ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने यूके और चीन के साथ पहले ही समझौते कर लिए हैं, और भारत के साथ डील अब बस थोड़ी दूर है. उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि जिन देशों के साथ अमेरिका को समझौता नहीं करना है, उन्हें एक चिट्ठी भेजी जा रही है- जिसमें बताया गया है कि उन्हें अमेरिका में व्यापार के लिए कितना टैरिफ चुकाना होगा.

“डील करनी है तो खेल के नए नियम समझो”: ट्रंप का दो टूक संदेश

ट्रंप ने कहा, “अगर कोई देश अमेरिका के साथ व्यापार करना चाहता है तो उसे हमारे नियमों के हिसाब से चलना होगा. हमने पहले ही कह दिया था कि अब व्यापार में पारदर्शिता और संतुलन जरूरी है.”

ट्रंप का दावा है कि अमेरिका इस समय अपने इतिहास के सबसे मजबूत आर्थिक दौर में है और दुनिया भर से निवेश खींच रहा है. ऐसे में अमेरिका चाहता है कि दूसरे देश भी समान रूप से टैरिफ दें, जैसा वो अमेरिका से चाहते हैं.

भारत को लेकर उम्मीद, बाकी देशों पर शिकंजा

ट्रंप ने भारत को लेकर कहा, “हम भारत के साथ एक बेहतरीन व्यापार समझौते के करीब हैं. भारत एक महत्वपूर्ण भागीदार है और हम आपसी समझदारी से आगे बढ़ रहे हैं.”

वहीं दूसरी ओर, उन्होंने 14 देशों पर टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी है, जिनमें जापान, दक्षिण कोरिया, म्यांमार, बांग्लादेश, थाईलैंड, सर्बिया, कम्बोडिया, ट्यूनीशिया, और दक्षिण अफ्रीका जैसे देश शामिल हैं.

किस देश पर कितना टैक्स?

ट्रंप की ओर से साझा की गई चिट्ठियों के अनुसार:

  • म्यांमार और लाओस पर 40 फीसदी टैक्स,
  • थाईलैंड और कम्बोडिया पर 36 फीसदी,
  • बांग्लादेश और सर्बिया पर 35 फीसदी,
  • इंडोनेशिया पर 32 फीसदी,
  • दक्षिण अफ्रीका और बोस्निया पर 30 फीसदी,
  • जापान, दक्षिण कोरिया, मलेशिया और कजाखस्तान पर 25 फीसदी टैक्स लगाया जाएगा.

ये सभी शुल्क 1 अगस्त से लागू होंगे.

तीन महीने की मोहलत का भी किया ऐलान

ट्रंप प्रशासन ने पहले ही 9 जुलाई तक की डेडलाइन तय की थी, लेकिन अब उन्होंने 1 अगस्त तक का समय दे दिया है ताकि देश आपसी समझौते पर विचार कर सकें. इससे पहले अप्रैल में टैरिफ लागू होने के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट देखी गई थी, जिसे देखते हुए ट्रंप ने 90 दिनों की मोहलत दी थी.

क्या भारत इस मौके का फायदा उठा पाएगा?

भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्ते पहले से ही मजबूत रहे हैं. अब ट्रंप के इस बयान के बाद उम्मीद है कि दोनों देश जल्द ही एक नई व्यापार नीति पर सहमत होंगे, जिससे भारतीय निर्यातकों को राहत मिल सकती है.