घटिया और नकली खाद-बीज से बचाने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी, तुरंत शिकायत करें किसान

केंद्र सरकार ने नकली खाद-बीज बेचने वालों पर सख्ती दिखाई है. एफआईआर, लाइसेंस निलंबन और देशभर में छापेमारी के आदेश दिए गए हैं. किसानों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है, जिससे तुरंत शिकायत की जा सके.

नोएडा | Updated On: 22 Aug, 2025 | 05:40 PM

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों की सुरक्षा और उनके हितों की रक्षा के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. अब किसान टोल-फ्री नंबर पर सीधे शिकायत कर सकेंगे, यदि कोई उन्हें नकली या घटिया कृषि सामग्री बेचने की कोशिश करे. यह हेल्पलाइन सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक उपलब्ध रहेगी, जिससे किसानों को तुरंत सहायता मिल सके. साथ ही, केंद्र सरकार ने नकली कृषि उत्पादों की रोकथाम के लिए सभी राज्यों को आकस्मिक छापेमारी अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं. खराब कीटनाशक बनाने वाली कंपनियों के लाइसेंस निलंबित किए जा रहे हैं, ताकि किसानों की फसल और भविष्य सुरक्षित रहे.

नकली खाद-बीज बेचने वालों पर सख्ती, FIR और लाइसेंस रद्द

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों से मिली शिकायतों को गंभीरता से लिया है. मध्य प्रदेश के विदिशा, देवास और धार जिलों के किसानों ने शिकायत की थी कि क्लोरिम्यूरॉन एथिल 25% WP नामक खरपतवार नाशक के कारण उनकी सोयाबीन फसलें बर्बाद हो गईं. जांच में पुष्टि होने के बाद सरकार ने तुरंत कार्रवाई की. तीन जिलों में डिफॉल्टर कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और बचे हुए स्टॉक की बिक्री पर रोक लगा दी गई है. इसके अलावा, खराब उत्पाद बेचने वाले कई डीलरों के लाइसेंस निलंबित कर दिए गए हैं.

किसानों की रक्षा के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी

अब किसान खुद भी नकली खाद, बीज या कीटनाशक बेचने वालों के खिलाफ तुरंत शिकायत कर सकते हैं. कृषि मंत्रालय ने किसान कॉल सेंटर के लिए टोल-फ्री नंबर 1800-180-1551 जारी किया है, जो सुबह 6:00 बजे से रात 10:00 बजे तक सक्रिय रहेगा. यदि कोई व्यक्ति आपको नकली या घटिया कृषि सामग्री बेचने का प्रयास करे, तो आप इस नंबर पर तुरंत सूचना दे सकते हैं. इसके अलावा, किसान अपने जिले के कृषि विभाग से भी संपर्क कर सकते हैं.

पूरे देश में छापेमारी के आदेश, गुणवत्ता से नहीं होगा समझौता

केंद्रीय कृषि मंत्री ने सभी राज्यों को निर्देश दिए हैं कि देशभर में आकस्मिक छापामारी अभियान चलाया जाए, जिससे नकली उत्पादों की बिक्री पर रोक लगे. जांच में पाया गया कि जिन कंपनियों ने खराब कीटनाशक बनाए, उनका बैच नंबर KE-04 था. अब केंद्र सरकार ने साफ कहा है कि जब तक जांच पूरी नहीं होती, ऐसी कंपनियों के लाइसेंस तुरंत निलंबित किए जाएं और उनके स्टॉक की बिक्री पर पाबंदी लगाई जाए. यह कदम किसानों की फसल और भविष्य की रक्षा के लिए जरूरी है.

किसानों को शिवराज सिंह चौहान का संदेश- डरें नहीं, हमें बताएं

शिवराज सिंह चौहान ने कहा, हम किसानों के साथ हैं. कोई भी उन्हें नुकसान पहुंचाने वाला बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने किसानों से अपील की कि वे क्लोरिम्यूरॉन एथिल 25% WP (बैच KE-04) का इस्तेमाल न करें, जब तक जांच पूरी न हो जाए. उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर दोषियों को सख्त सजा दिलाएंगी और किसानों को पूरा न्याय मिलेगा. उनका संदेश है- डरें नहीं, आवाज उठाएं, सरकार आपके साथ है.

Published: 22 Aug, 2025 | 05:03 PM