गाय पालन के लिए 1.40 लाख रुपये दे रही सरकार.. मुफ्त बीमा, पोषक आहार भी मिलेगा, ऐसे उठाएं लाभ
योजना के स्टेट कॉर्डिनेटर राम हृदय पांडे ने कहा कि इस योजना के तहत लाभार्थी महिलाओं को 2 दुधारू गाय दी जा रही हैं. इन दोनों की लागत 1 लाख 40 हजार है.
पशुपालन को बढ़ावा देने के साथ ही गायों के संरक्षण के लिए छत्तीसगढ़ सरकार डेयरी समग्र विकास योजना के तहत महिलाओं को गाय पालन के लिए नकद राशि उपलब्ध करा रही है. योजना के तहत महिलाओं को दुधारू गाय के लिए 1.40 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी. इसके साथ ही हर महीने गाय के लिए 7 किलो पोषक पशु आहार भी उपलब्ध कराया जाएगा. योजना का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाते हुए उनकी आजीविका को बेहतर करना है और राज्य में दुग्ध उत्पादन क्षमता को और विकसित करना है.
छत्तीसगढ़ सरकार डेयरी समग्र विकास योजना तहत दुधारू पशु प्रदान कार्यक्रम संचालित कर रही है. योजना का उद्देश्य गायों के संरक्षण, दुग्ध उत्पादन में बढ़ोत्तरी और महिलाओं को वित्तीय रूप से सशक्त बनाना है. योजना के तहत बस्तर और कांकेर जिले की लाभार्थी आदिवासी जनजाति समूह की महिलाओं को गाय वितरित की गईं. लोगों से योजना का लाभ लेने की अपील की गई है.
आदिवासी परिवारों को दुधारू पशु उपलब्ध कराए
राज्य सरकार की ओर से योजना के स्टेट कॉर्डिनेटर राम हृदय पांडे ने कहा कि कांकेर जिले के बड़गांव में केंद्र सरकार की ओर से संचालित डेयरी समग्र विकास योजना के तहत आज 7 आदिवासी परिवारों को दुधारू पशु उपलब्ध कराए गए हैं. इस योजना में राज्य सरकार भी वित्तीय सहयोग कर रही है. उन्होंने कहा कि योजना का मुख्य उद्देश्य आदिवासियों को आर्थिक रूप से मजबूत करना है जिसके चलते उन्हें सब्सिडी के माध्यम से दुधारू गाय प्रदान की जा रही हैं.
लाभार्थी को पशुपालन के लिए मिलेंगे 1.40 लाख रुपये
योजना के स्टेट कॉर्डिनेटर राम हृदय पांडे ने कहा कि इस योजना के तहत लाभार्थी महिलाओं को गाय पालन के लिए 2 दुधारू गाय दी जा रही हैं. इन दोनों की लागत 1 लाख 40 हजार है. उन्होंने बताया कि इस राशि में से छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से 70 हजार रुपए की सब्सिडी दी जा रही है. जबकि, 56 हजार रुपए 3 साल में लाभार्थियों को किस्तों में लौटाना होगा.
बैंक देगा पैसा और राज्य सरकार देगी सब्सिडी
यह योजना राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की मदद से छत्तीसगढ़ राज्य दुग्ध महासंघ मर्यादित के जरिए लागू की जा रही है. इस योजना के तहत राज्य सरकार पशु की लागत पर 50 फीसदी सब्सिडी दे रही है, जो 2 दुधारू पशुओं के लिए 70,000 रुपये होगी. जबकि, 56,000 रुपये रुपये यानी 40 फीसदी रकम बैंक ऋण के रूप में दी जाएगी और बाकी 14000 रुपये यानी 10 फीसदी रकम लाभार्थी के हिस्से में आएगा.
कम ब्याज पर 4 साल के लिए मिलेगा पैसा
छत्तीसगढ़ राज्य दुग्ध महासंघ मर्यादित (CGCDF) ने छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक (CRGB) के साथ एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए, जो रियायती ब्याज दर पर 4 साल की अवधि के लिए ऋण देगा. लोन की किस्त लाभार्थी किसानों के दूध बिल से एडजस्ट की जाएगी.
डेयरी समग्र विकास योजना के लाभार्थी.
कैसे करें आवेदन और कितने लोगों को मिलेगा लाभ
योजना का लाभ लेने के लिए राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ वर्तमान में छत्तीसगढ़ के बलरामपुर, कांकेर, कोण्डागांव, महासमुंद, बिलाईगढ़ समेत 6 जिलों में इसे लागू कर रहा है. इन जिलों के 325 अनुसुचित जन-जाति परिवारों की 650 से ज्यादा महिला लाभार्थियों को योजना का लाभ दिया जाएगा, उसके बाद योजना का विस्तार भी किया जाएगा. अनुसुचित जनजाति महिला किसान आवेदन कर सकती हैं. वे दुग्ध महासंघ के कार्यालय या राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के स्थानीय कार्यालयों में आवेदन कर सकती हैं.
पशु बीमा के साथ ये लाभ भी मिलेंगे
- योजना के कोआर्डिनेटर के अनुसार लाभार्थियों को एक साल तक दुधारू पशु के लिए हर महीने 7 किलो पोषक आहार निशुल्क पशुपालकों को उपलब्ध कराया जाएगा.
- गाय का बीमा एक साल के लिए होगा.
- पशु स्वास्थ्य पर नजर रखने के लिए पशु निगरानी उपकरण
- प्रति पशु प्रति दिन 5 किलोग्राम साइलेज चारा मिलेगा.
- प्रति पशु प्रति दिन 2 किलोग्राम पशु आहार दिया जाएगा.
- प्रति पशु प्रति दिन 50 ग्राम खनिज मिश्रण दिया जाएगा.
- पशुपालन के लिए किसानों को ट्रेनिंग दी जाएगी.