बेसहारा गाय पालने पर सरकार दे रही 1500 रुपये महीना! जानिए कौन ले सकता है फायदा

उत्तर प्रदेश सरकार की गोवंश सहभागिता योजना के तहत जो भी व्यक्ति बेसहारा गायों को अपने घर पर पालता है, उसे सरकार प्रति गाय 1500 रुपये हर महीने देती है. लेकिन इस योजना का लाभ पाने के लिए कुछ जरूरी शर्तों का पालन करना होता है.

धीरज पांडेय
नोएडा | Updated On: 7 Jul, 2025 | 04:38 PM

अगर आप गांव में रहते हैं और गाय पालन से कमाई करना चाहते हैं तो सरकार आपके लिए एक बेहतरीन योजना लाई है. इस योजना का नाम है मुख्यमंत्री निराश्रित बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना. इसके तहत अगर आप बेसहारा गायों को पालते हैं तो सरकार हर गाय पर हर महीने 1500 रुपये सीधे आपके बैंक खाते में भेजेगी. यानी बिना कोई खर्च किए, गाय पालन से आपको हर महीने निश्चित आमदनी मिल सकती है.

गाय पालिए और हर महीने पाएं 1500 रुपये

उत्तर प्रदेश सरकार के पशुपालन विभाग के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस योजना का मकसद है कि सड़क और खेतों में घूम रहीं आवारा गायों को सुरक्षित ठिकाना और चारा मिल सके. इससे पशुपालकों की आमदनी भी बढ़ेगी और देशी नस्ल की गायों का संरक्षण भी होगा. योजना के तहत गोशालाओं में रह रही बेसहारा गायों को इच्छुक लोगों को हवाले किया जाता है. एक व्यक्ति अधिकतम 4 गायें पाल सकता है. सरकार हर गाय के लिए 1500 रुपये प्रति माह सीधे बैंक खाते में भेजती है, यानी 50 रुपये रोज. यह मदद DBT (डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर) के जरिए दी जाती है.

कुपोषित परिवारों को मिल रही डबल मदद

इस योजना के तहत गरीब और कुपोषित परिवारों को दूध देने वाली गायें दी जाती हैं, ताकि बच्चों को पोषण मिल सके और परिवार की सेहत में सुधार हो. इन परिवारों को भी हर गाय के पालन-पोषण के लिए 1500 रुपये प्रति माह की सहायता मिलती है. इससे न सिर्फ उनकी आमदनी बढ़ती है बल्कि घर में दूध की उपलब्धता भी सुनिश्चित होती है. यह योजना पोषण और आर्थिक मदद, दोनों में कारगर साबित हो रही है.

गाय बनी ग्रामीण परिवारों की सहारा

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 2 लाख 1 हजार से ज्यादा बेसहारा गोवंश सुपुर्द किए जा चुके हैं. इनमें से 3619 गायें पोषण मिशन से जुड़े कुपोषित परिवारों को दी गई हैं. इससे इन परिवारों को दूध मिल रहा है और आमदनी भी बढ़ रही है. यानी एक गाय से उन्हें दोहरा फायदा मिल रहा है पोषण भी और रोजगार भी.

लाभ उठाने से पहले जान लें ये जरूरी नियम

इस योजना के तहत जिलाधिकारी उन किसानों या पशुपालकों की पहचान करेंगे, जो बेसहारा गायों  को पालने के इच्छुक हैं. ऐसे लोगों को गोशालाओं से टैग लगी हुई गायें सुपुर्द की जाएंगी. इसके अलावा, हर गाय के पालन-पोषण के बदले उन्हें हर महीने 1500 रुपये DBT (डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर) के जरिए सीधे बैंक खाते में भेजे जाएंगे. इसके लिए शर्त यह है कि गाय को बेचना, खुला छोड़ना या लावारिस हालत में रखना सख्त मना है.

इस योजना से क्या होगा फायदा?

  • फसलों की सुरक्षा होगी क्योंकि आवारा पशु खेतों में नहीं घुसेंगे.
  • देशी गायों का संरक्षण होगा.
  • गरीब परिवारों को आमदनी और दूध दोनों मिलेगा.
  • ग्राम स्तर पर रोजगार और जिम्मेदारी बढ़ेगी.

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Published: 7 Jul, 2025 | 03:49 PM

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