Fish Farming: गलत तरीके से डाला भोजन तो बर्बाद होगा तालाब, मछलियों को ऐसे कराएं फीड

गलत तरीके से डाला गया मछली का भोजन न सिर्फ तालाब को बर्बाद करता है, बल्कि मछलियों की सेहत और उत्पादन दोनों पर असर डालता है. ऐसे में सही फीड का चुनाव करना जरूरी हो जाता है.

नोएडा | Updated On: 6 Jun, 2025 | 09:31 PM

मछली पालन में मुनाफा तभी संभव है जब तालाब में दिया गया भोजन न सिर्फ संतुलित हो, बल्कि सही तरीके और समय पर दिया जाए. कई बार किसान जल्दबाजी या जानकारी के अभाव में मछलियों को या तो जरूरत से ज्यादा भोजन दे देते हैं या फिर गलत समय पर, जिससे मछलियों की सेहत बिगड़ती है और तालाब का पानी भी प्रदूषित हो जाता है. ऐसे में मछलियों को कृत्रिम भोजन देने का सही तरीका और उससे जुड़े जरूरी फॉर्मूले जानना बहुत जरूरी है.

सही मात्रा में आहार देना जरूरी

कृत्रिम भोजन देने के लिए सबसे पहले एक तय समय निर्धारित करना जरूरी है. विशेषज्ञों की मानें तो प्रतिदिन मछलियों के कुल वजन का कम से कम 1 फीसदी और अधिकतम 5 फीसदी तक भोजन देना चाहिए. जैसे अगर तालाब में कुल मछलियों का वजन 100 किलोग्राम है तो दिन में 1 से 5 किलो कृत्रिम भोजन पर्याप्त होता है. यह खाना एक ही समय पर दें ताकि मछलियां उसे आसानी से खा सकें और फालतू खाना पानी को खराब न करे.

वजन और संख्या का अनुमान

कई किसान नियमित रूप से मछलियों का वजन या उनकी संख्या का पता नहीं लगाते, जिससे भोजन का अनुमान सही नहीं बैठता. बेहतर होगा कि हर 15 दिन पर तालाब में जाल लगाकर मछलियों की औसत संख्या और वजन का आकलन किया जाए. इससे न सिर्फ भोजन की सही मात्रा तय होगी, बल्कि मछलियों की वृद्धि भी संतुलित बनी रहेगी. साथ ही, इससे फीड की बर्बादी भी रुकेगी और लागत घटेगी.

ऐसे बढ़ेंगी तेजी से मछलियां

कृत्रिम भोजन न केवल मछलियों की ग्रोथ को तेज करता है बल्कि उनकी रोगों से लड़ने की क्षमता भी बढ़ाता है. इससे उत्पादन में सुधार आता है और क्वालिटी बेहतर होती है. एक और फायदा यह है कि संतुलित मात्रा में दिया गया भोजन पानी में जमा नहीं होता, जिससे प्रदूषण भी नहीं फैलता.

मछली के कृत्रिम भोजन में मुख्य रूप से चावल की भूसी और सरसों की खल का उपयोग किया जाता है. दोनों को समान मात्रा में मिलाकर मिश्रण तैयार किया जाता है. इसके अलावा, इस मिश्रण में मछली का चूरा भी मिलाया जाता है, जिससे भोजन के पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है और मछली इसे अधिक रुचि से खाती है.

Published: 7 Jun, 2025 | 08:00 AM