30 लाख सांपों को पालता है ये गांव, दुनियाभर में है इनके जहर-मांस की डिमांड

इस गांव में सांप पालना सिर्फ काम नहीं, बल्कि परंपरा बन चुका है. यहां के बच्चे बचपन से ही देख लेते हैं कि उनके मां-बाप कैसे सांपों को संभालते हैं. कुछ स्कूलों में तो सांप पालन पर विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाता है.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 22 Apr, 2025 | 03:54 PM

सांप का नाम सुनते ही, सबसे पहले हमारे मन में डर बैठ जाता है, फुफकारता हुआ, जहरीला जानवर जो जानलेवा भी हो सकता है. लेकिन सोचिए एक ऐसा गांव जहां लोग रोजाना इन सांपों को अपने हाथों से खाना देते हैं, उनकी देखभाल करते हैं और उन्हीं के भरोसे अपने बच्चों को पढ़ाते-लिखाते हैं.

ये कोई किस्सा-कहानी नहीं है, बल्कि हकीकत है चीन के जिशिकियाओ (Zisiqiao) नाम के एक गांव की, जिसे पूरी दुनिया में “सांपों का गांव” कहा जाता है. तो चलिए जानते हैं, क्यों इस गांव में पाले जाते हैं दुनिया के सबसे जहरीले सांप?

40 साल पुरानी हुई शुरुआत

जिशिकियाओ गांव चीन के झेजियांग प्रांत में बसा है. करीब 40 साल पहले, इस गांव के कुछ किसानों ने कमाई का एक अलग रास्ता चुना, उन्होंने सांपों को पालना शुरू किया. धीरे-धीरे यह काम इतना बड़ा हो गया कि आज यह गांव पूरे चीन के साथ साथ दुनिया का सबसे बड़ा सांप पालन केंद्र बन चुका है. आलम यह है कि अब गांव के बच्चे-बूढ़े, पुरुष-महिलाएं, हर कोई सांप पालन से जुड़ा हुआ है.

हजारों सांपों वाले फार्म

इस गांव में सैकड़ों परिवार सांप पालने का काम करते हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार यहां हर साल यहां 30 लाख से ज्यादा सांप पैदा किए जाते हैं. कुछ फार्म तो इतने बड़े हैं कि वहां 5 से 10 हजार तक सांपों को एक साथ रखा जा सकता है.

इन फार्मों में कोबरा, पाइथन, वाइपर जैसे सांप खास तौर पर पाले जाते हैं, क्योंकि इनसे मिलने वाले उत्पादों की मांग ज्यादा होती है.

सांपों से मिलती हैं बहुमूल्य चीजें

1. मांस
यहां पाले जाने वाले सांपों का मांस की डिमांड चीन समेत कई देशों में है. इसके मांस को कई बड़े होटलों और रेस्तरां में भेजा जाता है. वहां इसे डिश की तरह परोसा जाता है, जैसे सांप का सूप, सांप फ्राई आदि. कुछ लोग इसे स्वादिष्ट मानते हैं, तो कुछ इसे ताकत बढ़ाने वाला भोजन कहते हैं.

2. पारंपरिक दवाइयां
चीनी पारंपरिक चिकित्सा में सांपों का खास महत्व है. सांप की त्वचा, हड्डियां, तेल और अंगों का इस्तेमाल दमा, गठिया, त्वचा रोगों और दूसरी बीमारियों में किया जाता है.

3. जहर (Venom)
कुछ फार्म सांपों से जहर भी निकालते हैं, जिसे बहुत सावधानी से एकत्र किया जाता है. यह जहर कई तरह की दवाओं में डाला जाता है, और यह बहुत महंगा बिकता है. इससे एंटी-वेनम, कैंसर दवाएं और न्यूरोलॉजिकल रिसर्च में इस्तेमाल होने वाली चीजें बनती हैं.

अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी है भारी मांग

इस अनोखे गांव से तैयार हुए सांपों और उनके उत्पादों की मांग केवल चीन में नहीं, बल्कि कई विदेशों में भी है. जापान, दक्षिण कोरिया, अमेरिका, जर्मनी जैसे कई देश सांपों का मांस, दवाइयां और जहर निर्यात करते हैं. इ

बच्चों को भी सिखाया जाता है ये हुनर

इस गांव में सांप पालना सिर्फ काम नहीं, बल्कि परंपरा बन चुका है. यहां के बच्चे बचपन से ही देख लेते हैं कि उनके मां-बाप कैसे सांपों को संभालते हैं. कुछ स्कूलों में तो सांप पालन पर विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाता है, ताकि अगली पीढ़ी भी इस व्यवसाय को समझे और सुरक्षित तरीके से आगे बढ़ाए.

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