इन विदेशी बकरियों से पाएं हर दिन 5 लीटर तक दूध, हैरान कर देंगी इनकी खूबियां

विदेशी नस्लों की बकरियां जैसे एंग्लो नूबियन, सानेन और टोगेनबर्ग रोज 4-5 लीटर तक दूध देती हैं. इनका पालन कर किसान कम लागत में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं. बाजार में इनके दूध की भारी मांग है.

नोएडा | Published: 17 Aug, 2025 | 05:37 PM

भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में बकरी पालन (Goat Farming) एक तेजी से उभरता हुआ व्यवसाय बनता जा रहा है. बहुत से किसान इसे दूध, मांस और जैविक खाद के लिए अपनाते हैं. लेकिन एक बड़ी समस्या यह है कि ज्यादातर किसान अभी भी पारंपरिक नस्लों पर निर्भर हैं, जिनसे बहुत कम दूध या मांस उत्पादन होता है. अगर किसान विदेशी नस्लों की बकरियों को पालें, तो वे गाय के बराबर दूध उत्पादन कर सकते हैं और अच्छी कमाई भी कर सकते हैं. इस लेख में हम आपको ऐसी 3 विदेशी बकरी नस्लों के बारे में बताएंगे, जो रोज़ाना 4 से 5 लीटर तक दूध देती हैं और बाजार में जिनके दूध और मांस की भारी मांग है.

एंग्लो नूबियन बकरी- दूध और मांस दोनों में बेस्ट

  • एंग्लो नूबियन नस्ल की बकरी मूल रूप से यूरोप से है, लेकिन अब भारत में भी कई किसान इसका पालन कर रहे हैं.
  • यह नस्ल दूध और मांस दोनों के लिए जानी जाती है.
  • एक दिन में 4.5 से 5 लीटर दूध देने की क्षमता रखती है.
  • इसके बकरे लंबे और भारी होते हैं, जिनका वजन तेजी से बढ़ता है.
  • यह नस्ल कम समय में ज्यादा उत्पादन देती है, जिससे कमाई भी जल्दी होती है.
  • इसकी दूध की गुणवत्ता बहुत अच्छी होती है, जिससे यह बाजार में उच्च दामों पर बिकता है.

सानेन बकरी- दूध देने में सबसे आगे

  • सानेन (Saanen Goat) नस्ल स्विट्जरलैंड की है और इसे ‘दूध की रानी’ कहा जाता है.
  • यह बकरी दिनभर में करीब 4 लीटर तक दूध देती है.
  • इसका दूध पोषक तत्वों से भरपूर होता है और जल्दी खराब भी नहीं होता.
  • इस नस्ल के बकरे का मांस भी बाजार में महंगे दामों पर बिकता है.
  • जन्म के 9 महीने बाद ही गर्भधारण करने के लिए तैयार हो जाती है, जिससे इसकी ब्रीडिंग में तेजी आती है.
  • यह बकरी शांत स्वभाव की होती है और देखभाल में भी आसान मानी जाती है.

टोगेनबर्ग बकरी-सुंदरता और दूध उत्पादन में दमदार

  • टोगेनबर्ग (Toggenburg) भी एक स्विट्जरलेण्ड की नस्ल है, जो अपने सुंदर रंग और दूध उत्पादन के लिए जानी जाती है.
  • यह नस्ल एक दिन में लगभग 4 से 4.5 लीटर दूध देती है.
  • टोगेनबर्ग बकरी की सबसे खास बात यह है कि इसके सींग नहीं होते, जिससे बच्चों या अन्य जानवरों को चोट लगने का खतरा नहीं होता.
  • इसका रंग हल्का भूरा और सफेद होता है, जो इसे बहुत आकर्षक बनाता है.
  • कई लोग इसे पालतू जानवर के तौर पर भी पालते हैं.
  • इसके दूध की मांग और स्वाद भी बेहतर होता है.
Published: 17 Aug, 2025 | 05:37 PM