ब्लैक बंगाल बकरी का करें पालन, कम खर्च में होगी ज्यादा कमाई..1200 रुपये किलो बिकता है मांस

ब्लैक बंगाल बकरी पालन किसानों के लिए कम लागत में ज्यादा मुनाफा देने वाला व्यवसाय बन रहा है. इसकी बकरी कम खर्च में पाली जाती है और मांस बाजार में 1000 से 1200 रुपये किलो तक बिकता है.

Kisan India
नोएडा | Published: 16 Aug, 2025 | 08:21 PM

गांव में अक्सर लोग बकरियों को बस दूध या मांस के लिए पालते थे, लेकिन अब समय बदल चुका है. अब बकरी पालन सिर्फ जरूरत नहीं, बल्कि एक शानदार कमाई का जरिया बन चुका है. खासतौर पर ब्लैक बंगाल नस्ल की बकरियां किसानों के लिए किसी बैंक की फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) से भी ज्यादा फायदेमंद साबित हो रही हैं. सिर्फ कुछ ही सालों में किसान लाखों की कमाई कर रहे हैं, वो भी कम लागत और कम जगह में.

ब्लैक बंगाल नस्ल- दिखने में छोटी, कमाई में बड़ी

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ब्लैक बंगाल नस्ल की बकरियां आकार में भले ही छोटी होती हैं, लेकिन ये अपनी सेहत और मांस की गुणवत्ता के लिए जानी जाती हैं. इनकी खासियत ये है कि इनका शरीर मजबूत और तंदुरुस्त होता है. इनका रंग आमतौर पर काला होता है, लेकिन कुछ भूरे, सफेद या स्लेटी रंग की भी होती हैं. इस नस्ल की मादा बकरी का वजन लगभग 15-18 किलो और नर बकरे का वजन 18-20 किलो तक होता है. कम खुराक में जल्दी तैयार हो जाना और कम जगह में पालन योग्य होना इसे छोटे किसानों के लिए भी फायदेमंद बनाता है.

दो साल में देती है तीन बार बच्चे

ब्लैक बंगाल नस्ल की बकरियां अपने उत्पादन चक्र के लिए भी मशहूर हैं. ये नस्ल दो साल में औसतन तीन बार बच्चे देती है और एक बार में दो या तीन बच्चे होना आम बात है. यानी एक बकरी कुछ ही सालों में छोटा सा झुंड बना सकती है. यह नस्ल जल्दी बड़ी होती है, जिससे इनका मांस बाजार में जल्दी बेचा जा सकता है. यही वजह है कि कई युवा किसान अब बकरी पालन को एक फुल-टाइम बिजनेस के रूप में अपना रहे हैं.

1200 रुपये किलो बिकता है मांस

ब्लैक बंगाल नस्ल की बकरियों के मांस की बाजार में जबरदस्त मांग है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इनका मांस औषधीय गुणों से भरपूर होता है और स्वाद में भी लाजवाब होता है. यही कारण है कि बाजार में इसका मीट आसानी से 1000 से 1200 रुपये प्रति किलो तक बिक जाता है. त्योहारों या खास मौकों पर इस नस्ल की बकरियों की कीमत और भी बढ़ जाती है. छोटे किसान भी हर महीने अच्छी कमाई कर सकते हैं, अगर वे सही तरीके से पालन करें और बाजार की मांग के अनुसार बिक्री करें.

छोटा निवेश, बड़ा रिटर्न

ब्लैक बंगाल नस्ल की बकरियां कम खर्च में ज्यादा लाभ देने वाली होती हैं. इन्हें सामान्य चारे और थोड़ी-सी देखभाल में पाला जा सकता है। ना ज्यादा दवा लगती है, ना कोई विशेष व्यवस्था। गांव के किसान इन्हें अपने खेत के पास ही बांस की झोपड़ी में रखकर पालन कर सकते हैं. अगर कोई किसान 10 मादा बकरियों से शुरुआत करता है, तो एक साल में वह 25-30 बच्चों का झुंड तैयार कर सकता है. हर बच्चा 6–8 महीने में बिकने लायक हो जाता है और हर बकरी साल में औसतन 30,000–40,000 रुपये की कमाई कर सकती है.

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