कौन-सी नस्ल की है ये गाय जो रोज देती इतना दूध कि घर के बर्तन भी पड़ जाए कम! जानें नस्ल

एक ऐसी नस्ल की गाय जो आज किसानों की कमाई का बड़ा सहारा बन गई है. यह नस्ल कम देखभाल में भी दिन में 50 से 55 लीटर तक दूध देती है. किसी भी मौसम में आसानी से ढलने की क्षमता और जल्दी प्रजनन इसे किसानों के लिए बेहद फायदेमंद बनाता है. डेयरी शुरू करने वालों के लिए यह बढ़िया विकल्प है.

नोएडा | Updated On: 17 Nov, 2025 | 04:55 PM

Hardhenu Cow : कल्पना कीजिए.. आपके डेयरी में ऐसी गाय हो, जो एक दिन में इतना दूध दे दे कि आपके दूध के बर्तन भरने के बाद घर के 2 या 3 जग भी भर जाए ! सुनने में मजाक लगे, लेकिन सच यही है. भारत में एक ऐसी खास नस्ल है, जो 50 से 55 लीटर तक दूध देती है. इस गाय का नाम है- हरधेनु, जो आज किसानों की कमाई का बड़ा जरिया बन चुकी है. कम देखभाल, ज्यादा दूध और मजबूत शरीर.. यही वजह है कि इस नस्ल की मांग तेजी से बढ़ रही है.

हरधेनु नस्ल क्यों है खास?

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार,  हरधेनु गाय की खासियत यह है कि इसमें दो भारतीय नस्लों  और एक विदेशी नस्ल का बेहतरीन मेल है. इस गाय में होल्स्टीन फ्रीजन का लगभग 62 प्रतिशत गुण मौजूद हैं, जबकि बाकी हिस्सा हरियाणा एवं साहीवाल नस्ल का है. इस वजह से यह गाय मजबूत भी है और दूध देने में भी आगे रहती है. इस नस्ल के दूध में A-1 प्रोटीन पाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. किसानों के बीच इस गाय की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है, क्योंकि इसे संभालना भी आसान है और इससे अच्छी आय भी होती है.

दिन में 50-55 लीटर तक दूध

हरधेनु गाय की सबसे बड़ी ताकत है-इसका दूध उत्पादन . यह गाय रोजाना लगभग 50 से 55 लीटर तक दूध दे सकती है, जो किसी भी डेयरी किसान के लिए सोने पर सुहागा है. इस गाय को चारे की जरूरत भी सामान्य रहती है. यह रोज करीब 40-50 किलो हरा चारा और 4-5 किलो सूखा चारा खाती है. पानी की खपत 40-70 लीटर तक रहती है. कम मेहनत और ज्यादा दूध होने की वजह से किसान इस नस्ल को पसंद कर रहे हैं. कई किसान कहते हैं कि एक ही गाय पूरे परिवार का खर्च निकाल सकती है.

मौसम कोई भी हो, हरधेनु गाय हर हाल में फिट

कई गायें ठंड, गर्मी या बरसात में जल्दी बीमार पड़ जाती हैं, लेकिन हरधेनु नस्ल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह किसी भी मौसम में आसानी से खुद को ढाल लेती है. चाहे तेज गर्मी हो या कड़ाके की ठंड-यह नस्ल हर तापमान में अच्छे से रह सकती है. इसी वजह से यह गाय हरियाणा के अलावा देश के कई राज्यों में तेजी से अपनाई जा रही है. किसानों को भी इस नस्ल के साथ ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती, बस नियमित देखभाल और साफ-सफाई रखें, तो गाय लंबे समय तक अच्छी मात्रा में दूध देती है.

जल्दी तैयार होने वाली नस्ल, ज्यादा फायदा

किसानों के लिए यह नस्ल इसलिए भी फायदेमंद है क्योंकि यह बहुत जल्दी प्रजनन  के लिए तैयार हो जाती है. जहां सामान्य गायें 36 महीने में तैयार होती हैं, वहीं हरधेनु गाय 20 महीने में ही तैयार हो जाती है. इतना ही नहीं, यह गाय करीब 30 महीने में बछड़ा दे देती है, जबकि दूसरी नस्लों में यह काम लगभग 45 महीने लगते हैं. यानी इस नस्ल से किसान जल्दी-जल्दी फायदा उठा सकते हैं. एक बार ब्याने के बाद यह गाय करीब 10 महीने तक लगातार दूध देती है.

हरधेनु नस्ल किसानों के लिए क्यों है फायदेमंद?

इस नस्ल को अपनाकर किसान कम समय में अधिक मुनाफा कमा रहे हैं. बाजार में भी इस नस्ल का दूध अच्छी कीमत पर बिकता है और इसकी गुणवत्ता की काफी तारीफ होती है.

Published: 17 Nov, 2025 | 05:32 PM

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