पशुपालकों के लिए वरदान है हीरामणि घास, खिलाते ही 15 फीसदी बढ़ जाएगा दूध उत्पादन

हीरामणि नामक यह घास अगर पशुपालक गाय-भैंस को खिला दें तो एक हफ्ते में कम से कम 10-15 परेंसट तक दूध बढ़ाया जा सकता है. अगर आप भी पशुपालक हैं या फिर पशुपालन रुचि रखते हैं तो आपको इस घास के विषय में जरुर जानना चाहिए, ताकि दूध उत्पादन में वृद्धि हो सके.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 2 Nov, 2025 | 10:47 PM

Animal Husbandry: भारत में पशुपालन मुनाफे का व्यवसाय है. ऐसे में पशुपालक कम लागत में अच्छा मुनाफा कमाने की सोचते हैं. कभी-कभी पशुपालकों को पशुओं के आहार में ज्यादा खर्च करना पड़ जाता है. अगर पशु दुधारू है तो उसे एक नियमित मात्रा में पोषक तत्व की जरूरत होती है. खासकर दुधारू पशु को प्रोटीन की जरूरत सबसे अधिक होती है. आपको बता दें कि पशुओं को प्रोटीन फूड खिलाना महंगा पड़ता है. ऐसे में हम आपको आज ऐसी घास के बारे में बताएंगे जो प्रोटीन की कमी तो पूरी करती है. साथ ही दूध की क्वालिटी और क्वांटिटी को भी बढ़ाती है. हीरामणि नामक यह घास अगर पशुपालक गाय-भैंस को खिला दें तो एक हफ्ते में कम से कम 10-15 परेंसट दूध बढ़ाया जा सकता है. अगर आप भी पशुपालक हैं या फिर पशुपालन रुचि रखते हैं तो आपको इस घास के विषय में जरुर जानना चाहिए, ताकि दूध उत्पादन में वृद्धि हो सके और अधिक मुनाफा कमाया जा सके. इस खबर में हम आपको हीरामणि घास की पूरी जानकारी देने जा रहे हैं.

हीरामणि की विशेषताएं

भारत में लगभग 800 किस्मों की घास पाई जाती है. इन्हीं में से हीरामणि एक अद्भुत घास है. आपको बता दें कि एक बार यदि यह उगा लें तो यह कम से कम 20 साल तक चलती है. वहीं घास की ऊंचाई 15 फीट तक होती है. इसमें पत्तियां भी अधिक होती है. इनके पत्तियां में काफी मिठास होती हैं, जिससे गाय इसे खुब पसंद करते हैं. आपको बता दें कि इस घास में ग्लुकोस की भी मात्रा बेहतर होती है, जिसके प्रयोग से गाय-भैंस को उचित मात्रा में प्रोटीन मिल पाता है. उचित मात्रा में प्रोटीन मिलने के कारण हीं पशुओं के दूध की क्वालिटी और क्वांटिटी में वृद्धि होती है. इसलिए पशुपालक हीरामणि घास का प्रयोग दूध की उत्पादन बढ़ाने में करते हैं.

हीरामणि की खेती है फायदेमंद

आपको बता दें कि अगर घास को एक बार लगा दी जाए तो 20 साल तक की फुर्सत हो जाती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जानकार बताते हैं कि घास को लगाने वक्त दो बाई दो बाई की गांठे लगाएं जिससे घास को पानी की जरुरत कम पड़ती है. आपको बता दें कि घास सालों भर सदाबहार रहती है जिससे इसके खेती के जबर्दस्त फायदे होते हैं. वहीं पशुपालन में इसके हाई डिमांड के कारण भी किसान इसकी खेती कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

Published: 2 Nov, 2025 | 10:47 PM

अमरूद के उत्पादन में सबसे आगे कौन सा प्रदेश है?

Side Banner

अमरूद के उत्पादन में सबसे आगे कौन सा प्रदेश है?