Kisan Diwas 2025: किसान ध्यान दें… ये 10 सरकारी योजनाएं पशुपालन को बनाएंगी सुपरप्रॉफिटेबल! आमदनी होगी दोगुनी
Kisan Diwas 2025: आज देशभर में राष्ट्रीय किसान दिवस मनाया जा रहा है. इस खास मौके पर यह जानना महत्वपूर्ण है कि पशुपालन किसानों के लिए कितनी अहम भूमिका निभाता है. चौधरी चरण सिंह के दृष्टिकोण और सरकार की विभिन्न योजनाओं के चलते आज पशुपालन किसानों के लिए आय बढ़ाने और आत्मनिर्भर बनने का मजबूत जरिया बन चुका है. सरकार की अलग-अलग पशुपालन योजनाएं किसानों को कई सुविधाएं प्रदान करती हैं. इससे किसाम कम लागत में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं और अपने भविष्य को सुरक्षित बना सकते हैं.
Animal Husbandry Schemes: अन्नदाता किसान के बिना भारत की कल्पना अधूरी है. खेतों में दिन-रात मेहनत कर देश का पेट भरने वाले किसानों के योगदान को सलाम करने के लिए हर साल राष्ट्रीय किसान दिवस मनाया जाता है. यह दिन खासतौर पर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती के अवसर पर मनाया जाता है, जिन्होंने हमेशा किसानों के हित में कई महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत की. इसी कड़ी में आज के इस अवसर पर आइए जानते हैं पशुपालन से जुड़ी उन जरूरी योजनाओं के बारे में, जो किसानों की मदद और उनकी समृद्धि के लिए बनाई गई हैं.
राष्ट्रीय गोकुल मिशन
यह योजना देशी गाय और भैंस की नस्ल सुधारने के लिए शुरू की गई है. इसके तहत कृत्रिम गर्भाधान, अच्छे सांडों का उपयोग और गोकुल ग्राम बनाए जाते हैं. इससे गाय-भैंस ज्यादा दूध देती हैं और कम बीमार पड़ती हैं. किसानों को ट्रेनिंग और तकनीकी मदद भी मिलती है, जिससे दूध उत्पादन बढ़ता है.
राष्ट्रीय पशुधन मिशन (NLM)
जो किसान बकरी, भेड़, सूअर या मुर्गी पालन शुरू करना चाहते हैं, उनके लिए यह योजना बहुत काम की है. इसमें सरकार सब्सिडी देती है और नए पशुपालकों को प्रशिक्षण भी दिया जाता है. इससे लोग बिना ज्यादा जोखिम के पशुपालन को व्यवसाय बना सकते हैं.
डेयरी उद्यमिता विकास योजना (DEDS)
अगर आप डेयरी को बिजनेस बनाना चाहते हैं, तो यह योजना आपके लिए है. इसके तहत डेयरी फार्म, दूध संग्रह केंद्र, चिलिंग प्लांट और प्रोसेसिंग यूनिट लगाने पर बैंक लोन के साथ सब्सिडी मिलती है. छोटे किसानों के लिए यह योजना काफी फायदेमंद मानी जाती है.
पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना
किसान क्रेडिट कार्ड योजना के जरिए पशुपालकों को कम ब्याज पर लोन मिलता है. इस पैसे से चारा, दवा, पशु खरीद और देखभाल का खर्च निकाला जा सकता है. जरूरत पड़ने पर तुरंत पैसा मिल जाता है और बार-बार बैंक जाने की झंझट नहीं रहती.
राष्ट्रीय डेयरी योजना
इस योजना का मकसद दूध उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ दूध की गुणवत्ता सुधारना है. इसके तहत दुग्ध संग्रह केंद्र, आधुनिक मशीनें और बेहतर सप्लाई सिस्टम तैयार किए जाते हैं. इससे किसानों को दूध का सही दाम मिलता है और बिचौलियों से छुटकारा मिलता है.
पशु बीमा योजना
पशु बीमार हो जाए या किसी दुर्घटना में मर जाए, तो किसान को बड़ा नुकसान होता है. इस योजना में गाय, भैंस, बकरी जैसे पशुओं का बीमा कराया जाता है. पशु की मृत्यु होने पर बीमा राशि मिलती है, जिससे आर्थिक नुकसान की भरपाई हो जाती है.
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना
मछली पालन करने वालों के लिए यह योजना बहुत फायदेमंद है. इसके तहत तालाब निर्माण, फिश हैचरी, चारा, कोल्ड स्टोरेज और ट्रांसपोर्ट पर सब्सिडी दी जाती है. इससे मछली पालन आधुनिक बनता है और आमदनी कई गुना बढ़ सकती है.
राष्ट्रीय पोल्ट्री विकास योजना
मुर्गी पालन कम जगह में भी शुरू किया जा सकता है. इस योजना में पोल्ट्री शेड, अच्छे चूजे, दवाइयां और ट्रेनिंग की सुविधा मिलती है. कम लागत में जल्दी मुनाफा देने वाली यह योजना युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय है.
पशु स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना
इस योजना के तहत पशुओं को मुफ्त टीकाकरण, स्वास्थ्य जांच और दवाइयां दी जाती हैं. पशु डॉक्टरों की सुविधा भी मिलती है, जिससे बीमारियां कम होती हैं और पशुओं की मृत्यु दर घटती है.
कामधेनु योजना
यह योजना खासतौर पर आधुनिक डेयरी फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए है. इसके तहत छोटे और बड़े डेयरी प्रोजेक्ट्स के लिए लोन और सब्सिडी दी जाती है. जो किसान डेयरी को बड़े स्तर पर करना चाहते हैं, उनके लिए यह योजना बहुत मददगार है.
पशुपालन से जुड़ी ये सरकारी योजनाएं किसानों के लिए कमाई का सुनहरा मौका हैं. सही योजना चुनकर, सही जानकारी और वैज्ञानिक तरीके से काम किया जाए, तो पशुपालन से आमदनी कई गुना बढ़ाई जा सकती है.