सर्दियों में गाय-भैंस को रोज खिलाएं 13 ग्राम ये सफेद पाउडर, बाल्टी भर-भर के देंगी दूध

सर्दियों में गाय-भैंस कम दूध देती हैं, जिससे किसानों की चिंता बढ़ जाती है. पशुपालन विशेषज्ञों के अनुसार, रोजाना 13 ग्राम एक खास चीज देने से यह समस्या दूर हो सकती है. साथ ही गाय-भैंस की दूध देने की क्षमता भी बढ़ जाएगी.

नोएडा | Updated On: 12 Nov, 2025 | 05:01 PM

Animal Husbandry: अब किसान खेती के साथ-साथ बड़े स्तर पर पशुपालन भी कर रहे हैं. इससे उन्हें अच्छी कमाई हो रही है. लेकिन सर्दी के मौसम में दूध उत्पादन को लेकर किसानों की चिंता बढ़ जाती है. क्योंकि सर्दी के मौसम में गाय-भैंस कम दूध देने लगती हैं. ऐसे में किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है. लेकिन अब पशुपालकों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. आज हम एक ऐसे घरेलू नुस्खे के बारे में बात करने जा रहे हैं, जिसे अपनाते ही गाय-भैंस ज्यादा दूध देने लगेंगी. इसके लिए पशुपालकों को ज्यादा खर्च करने की भी जरूरत नहीं है.

पशुपालन एक्सपर्ट के मुताबिक, ठंड में गाय-भैंस कम पानी पीती हैं. इससे उन्हें भूख भी कम लगती है, जिससे दूध की मात्रा घट जाती है. लेकिन इस समस्या से किसान कुछ ही दिनों में निजात पा सकते हैं. इसके लिए रोजाना सिर्फ 13 ग्राम साधारण नमक  पशुओं को देना होगा. दरअसल, नमक से शरीर में सोडियम और क्लोराइड की पूर्ति होती है, जो पाचन को ठीक रखता है और भूख बढ़ाता है. जब पशु अच्छी तरह खाते हैं, तो उनका शरीर पोषक तत्व बेहतर ढंग से ग्रहण करता है, जिससे दूध की गुणवत्ता और मात्रा दोनों बढ़ती हैं.

पशु कमजोर हो जाते हैं

हालांकि, जानकारी के अभाव में कई बार किसान नमक को महत्व नहीं देते, जिससे पशु कमजोर हो जाते हैं और चारा खाना कम कर देते हैं. ऐसे में दूध उत्पादन  घट जाता है. वहीं, लंबे समय तक नमक न मिलने पर पशु लकड़ी, दीवार या यहां तक कि मलमूत्र चाटने लगते हैं, जो शरीर में नमक की कमी का साफ संकेत है.

पशुओं को नमक देने के दो आसान तरीके

इतनी फीसदी बढ़ जाएगा दूध

खास बात यह है कि नमक सिर्फ दूध बढ़ाने के लिए ही नहीं, बल्कि पाचन शक्ति, ऊर्जा और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत करता है. ठंड में जब पशु कम हिलते-डुलते हैं और पानी कम पीते हैं, तब नमक शरीर का संतुलन बनाए रखता है, रक्त संचार सुधारता है और त्वचा की समस्या  से बचाता है. कई किसानों ने यह तरीका अपनाया और देखा कि कुछ हफ्तों में गायों की भूख बढ़ी और दूध की मात्रा 10-15 फीसदी तक बढ़ गई. साथ ही पशु शांत और सक्रिय हो गए.

Published: 12 Nov, 2025 | 04:54 PM

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