Punjab Agriculture News: पंजाब में गेहूं के बीज की किल्लत हो गई है. किसानों को प्रयाप्त मात्रा में गेहूं के बीज नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में गेहूं की बुवाई प्रभावित हो रही है. खासकर संगरूर और बर्नाला जिले में बीज की कुछ ज्यादा ही कमी देखने को मिल रही है. किसानों का कहना है कि सरकार कह रही है कि बीज दिए जाएंगे, लेकिन अभी तक एक भी बैग नहीं मिला है. पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (PAU) के विशेषज्ञों के अनुसार, गेहूं की बुवाई 15 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच पूरी हो जानी चाहिए, वरना पैदावार पर असर पड़ सकता है.
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, संगरूर के लड्डी गांव के जत्थार सिंह ने कहा कि देरी से किसान चिंतित हैं. अगर बीज देर से मिलेंगे तो क्या फायदा? कृषि अधिकारियों के अनुसार, सब्सिडी वाले बीज सिर्फ J फॉर्म वाले किसानों को ही दिए जाएंगे. इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा. हर किसान को अधिकतम दो बैग (प्रत्येक 40 किलो) मिलेंगे, जो 50 फीसदी सब्सिडी पर 800 रुपये में उपलब्ध होंगे. एक एकड़ के लिए करीब 50 किलो बीज चाहिए, जबकि दो एकड़ के लिए यह पर्याप्त नहीं होंगे. बाकी जमीन पर हम क्या करेंगे? उन्होंने कहा कि किसानों को समय पर पर्याप्त बीज की आवश्यकता है, वरना उनकी फसल प्रभावित हो सकती है.
किसानों को 50 फीसदी सब्सिडी पर बीज मिलेंगे
हालांकि, सरकार ने बाढ़ प्रभावित किसानों के लिए बीज मुफ्त कर दिए हैं, जबकि बाकी किसानों को 50 फीसदी सब्सिडी पर बीज मिलेंगे, जो केवल 2 से 2.5 एकड़ जमीन तक ही सीमित है. बरनाला जिले में भी यही समस्या है. BKU (एकता उग्राहन) जिला प्रमुख चमकौर सिंह ने कहा कि उन्होंने कृषि विभाग से संपर्क किया, जहां उन्हें बीज ऑनलाइन बुक करने को कहा गया. अधिकारियों ने कहा कि ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी करने के बाद भी बीज तभी मिलेगा जब उपलब्ध होगा. उन्होंने कहा कि हमें बीज अब चाहिए, जब बुवाई शुरू होने वाली है. बाद में नहीं.
बीज कमी को लेकर क्या कहते हैं अधिकारी
कहा जा रहा है कि एक अधिकारी ने बीज की कमी की बात स्वीकार की है. उन्होंने कहा कि बीज PUNSEED से आ रहे हैं और कृषि विभाग सब्सिडी वितरित कर रहा है. कृषि विभाग के अनुसार, DBW 187 और PBW 826 बीज किसानों में लोकप्रिय हैं. अन्य किस्मों में DBW 327, PBW 826, DBW 222, HD 2967 और DBW 303 शामिल हैं. संगरूर के मुख्य कृषि अधिकारी धर्मिंदरजीत सिंह ने कहा कि फिलहाल बीज की कमी नहीं है.