तेलंगाना कृषि और किसान कल्याण आयोग के अध्यक्ष एम. कोदंडा रेड्डी ने शुक्रवार को नकली बीजों की बिक्री पर रोक न लगा पाने के लिए अधिकारियों पर नाराजगी जताई. उन्होंने चेतावनी दी कि नए प्रस्तावित बीज अधिनियम (Seed Act) के तहत जो लोग फर्जी तरीके से बीज कंपनियों के ‘ऑर्गेनाइज़र’ बनकर किसानों को गुमराह करते हैं, उन्हें बाहर कर दिया जाएगा. ऐसे में कहा जा रहा है सरकार ऐसे अधिकारियों के खिलाफ एक्शन भी ले सकती है.
गडवाल जिला कलेक्टरेट में किसानों को संबोधित करते हुए कोदंडा रेड्डी ने कहा कि ऐसे बिचौलिए जो किसानों को धोखा देते हैं, उनका सुधरी हुई कृषि व्यवस्था में कोई स्थान नहीं है. उन्होंने कहा कि जब-जब कांग्रेस सत्ता में रही, कृषि में बड़े सुधार किए. इस बार हम सख्त कार्रवाई करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि कृषि और मार्केटिंग विभाग के कई अधिकारियों में न तो जागरूकता है और न ही जवाबदेही.
क्या किसान अछूत हैं?
कोदंडा रेड्डी ने ज़िलाधिकारियों की उदासीनता पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या किसान अछूत हैं? उन्होंने कहा कि मुलुगु में हाल ही में सामने आए बीज घोटाले को देखते हुए कड़ी निगरानी और सख्त नियम बनाने की जरूरत है. उन्होंने अधिकारियों से अवैध सूदखोरों पर कार्रवाई करने और नियम तोड़ने वालों के लाइसेंस रद्द करने की मांग की. किसानों को भरोसा दिलाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार आपके भरोसे को तोड़ेगी नहीं. साथ ही विपक्षी दलों को किसान मुद्दों का राजनीतिकरण न करने की चेतावनी भी दी.
अरंडी छोड़कर कपास की खेती शुरू की
पुराने हालात को याद करते हुए उन्होंने कहा कि पलमूरु के किसानों ने कीटों की समस्या के चलते अरंडी छोड़कर कपास की खेती शुरू की थी, और आज यह इलाका कपास उत्पादन में चीन के बाद दूसरे नंबर पर है. उन्होंने पिछली सरकारों को किसानों को संकट और आत्महत्याओं से नहीं बचा पाने के लिए जिम्मेदार ठहराया.
11 अफसरों को सस्पेंड कर दिया
वहीं, राजस्थान में नकली खा-बीज बेचने वाले के खिलाफ सरकार एक्शन मोड में आ गई है. कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने बीते 14 दिनों में अजमेर, गंगानगर और जयपुर में धड़ाधड़ छापेमारी कर जहां 42 कंपनियों पर कार्रवाई की, वहीं कृषि विभाग के 11 अफसरों को सस्पेंड कर दिया गया.