कम लागत, जबरदस्त असर! दलहनी और तिलहनी फसलों के लिए गेमचेंजर साबित हो रहा जिप्सम

जिप्सम के उपयोग से दलहनी फसलों में प्रोटीन और तिलहनी फसलों में तेल की मात्रा बढ़ती है. उत्तर प्रदेश सरकार किसानों को 75 फीसदी अनुदान पर जिप्सम उपलब्ध कराकर भूमि सुधार और उपज बढ़ाने में मदद कर रही है.

नोएडा | Updated On: 22 May, 2025 | 10:58 PM

उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने एक अहम जानकारी साझा करते हुए बताया कि जिप्सम अब केवल मृदा सुधारक नहीं, बल्कि खेती का उत्पादन बढ़ाने वाला एक सस्ता और असरदार समाधान बन गया है. खासकर दलहनी और तिलहनी फसलों के लिए इसका असर बेहद सकारात्मक रहा है. किसानों को न सिर्फ फसल की क्वालिटी में इजाफा मिला है, बल्कि पैदावार में भी 10 से 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है.

जिप्सम से दालों में बढ़ेगी प्रोटीन

कृषि मंत्री ने बताया कि जिप्सम का प्रयोग दलहनी फसलों में राइजोबियम जीवाणुओं की क्रियाशीलता को बढ़ाता है. ये वही जीवाणु हैं जो पौधों की जड़ों में गांठ बनाकर नाइट्रोजन स्थिरीकरण में मदद करते हैं. जब ये जीवाणु सक्रिय होते हैं तो पौधे अधिक नाइट्रोजन ग्रहण करते हैं, जिससे उनकी वृद्धि तेज होती है और दानों में प्रोटीन की मात्रा बढ़ती है. इससे उपभोक्ताओं को पौष्टिक दाल मिलती है और किसानों को अच्छी कीमत.

तिलहनी फसलों का बेहतर विकास

तिलहनी फसलों, जैसे सरसों और मूंगफली में जिप्सम तेल की मात्रा और पौधों के विकास को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है. जिप्सम में मौजूद सल्फर इन फसलों के लिए एक आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्व है. इसके नियमित उपयोग से बीजों में तेल प्रतिशत बढ़ता है और पौधे अधिक शाखायुक्त और स्वस्थ होते हैं.

मिट्टी की क्वालिटी और क्षमता में सुधार

जिप्सम में पाए जाने वाले 23 फीसदी कैल्शियम और 18.6 फीसदी सल्फर मृदा की भौतिक और रासायनिक क्वालिटी को बेहतर बनाते हैं. यह क्षारीय और लवणीय भूमि में मौजूद सोडियम को विस्थापित करके मृदा की संरचना को दुरुस्त करता है. इसका परिणाम यह होता है कि मिट्टी की जलधारण क्षमता बढ़ती है, जिससे फसलें सूखे में भी बेहतर प्रदर्शन करती हैं. खासकर धान जैसी फसलों में दाने अधिक मोटे और चमकदार होते हैं.

सरकार का जिप्सम पर भारी सब्सिडी

राज्य सरकार किसानों को जिप्सम 75 प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध करा रही है. पंजीकृत किसान अधिकतम 2 हेक्टेयर भूमि पर 3 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से जिप्सम ले सकते हैं. इसे राज्य के बीज गोदामों से प्राप्त किया जा सकता है.कृषि मंत्री ने किसानों से अपील की है कि वे इस योजना का लाभ लें और अपनी भूमि की उर्वरता और फसल की गुणवत्ता दोनों में सुधार करें.

Published: 22 May, 2025 | 10:58 PM