मध्य प्रदेश के मंदसौर में मंडी सिस्टम की पोल एक बार फिर खुल गई है. तेज बारिश के बाद नाले का पानी मंडी में घुसने से बिकने के लिए रखा लहसुन बह गया. किसान लहसुन को समेटने की कोशिश करते, इससे पहले ही काफी लहसुन बह गया. बता दें कि इससे पहले 2024 में भी मंदसौर मंडी में लहसुन बारिश में बह गया था. जबकि, बीते महीने भारी बारिश के महाराष्ट्र की मंडी में किसान की मूंगफली बह गई थी, जिसके बाद कृषि मंत्री ने पीड़ित किसान से बात की थी.
मध्य प्रदेश की मंदसौर मंडी राज्य की बड़ी मंडियों में शुमार है. लेकिन, बारिश के समय उपज रखने और भंडारण की सही व्यवस्था ठीक नहीं होने से किसानों का नुकसान हो रहा है. अब ताजा मामले में बारिश के बाद मंडी में पानी के बहाव आने से वहां रखी लहसुन उपज भी बह गई है. मध्य प्रदेश में मॉनसून की एंट्री के बाद कई दिनों से इंदौर, भोपाल समेत अन्य शहरों में तेज बारिश दर्ज की जा रही है.
मंदसौर मंडी में पानी घुसा तो बहा लहसुन
बारिश के पानी में लहसुन बहने का वीडियो वायरल हो रहा है. इसके साथ ही बारिश के समय मंडी व्यवस्था की पोल भी खुल गई है. मंदसौर मंडी में भारी पैमाने पर बिक्री के लिए लहसुन रखा गया है. लेकिन, बारिश के बाद अचानक नाले का पानी मंडी में घुसने से लहसुन बहने लगा. किसान जब तक लहसुन को समेटते तब कई बोरियों में खुला रखा लहसुन बहाव में पानी के साथ बह गया.

मंडी में बारिश से बहा लहसुन.
मंडी के शेड में व्यापारियों का कब्जा
किसानों ने लहसुन समेटने की कोशिश की लेकिन वह ज्यादा बचा नहीं सके. किसानों ने आरोप लगाया कि व्यापारियों का माल शेड में पड़ा रहने की वजह से किसानों की उपज को खुले में ही मंडी प्रशासन रखवा देता है. इससे अकसर किसानों को मौसम की बेरूखी का सामना करना पड़ता है और उनकी उपज का नुकसान होता है. किसानों ने आरोप लगाया कि हमेशा मंडी प्रशासन की लापरवाही से उन्हें नुकसान होता है.
मूंगफली बहने पर कृषि मंत्री दिया था मदद का भरोसा
बीते माह मई में महाराष्ट्र के वाशिम जिले के मनोरा निवासी किसान गौरव पवार अपनी मूंगफली की फसल बेचने मनोरा कृषि मंडी लेकर आए थे. तभी अचानक तेज बारिश शुरू हो गई और उनकी पूरी फसल पानी में बह गई. इसके बाद APMC (कृषि मंडी समिति) ने पवार को मुआवजा देने का आश्वासन दिया था. अब समिति ने गौरव पवार को चेक के माध्य से आर्थिक मदद की है. चेक को पाकर किसान गौरव को थोड़ी बहुत राहत मिली है. बाद में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी किसान से बात की थी.