इस राज्य में 43 लाख टन से ज्यादा हुई धान की खरीदी, किसानों के खातों में पहुंचे 6671 करोड़

रबी 2025–26 के दौरान अब तक 43.10 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हो चुकी है. करीब 6.58 लाख किसानों को करोड़ों रुपये का भुगतान हुआ. सुपरफाइन धान पर 500 रुपये प्रति क्विंटल बोनस मिल रहा है.

नोएडा | Published: 16 May, 2025 | 05:24 PM

तेलंगाना में रबी सीजन 2025–26 के दौरान पूरे राज्य में धान की खरीद तेजी से हो रही है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, अब तक सरकार ने 43.10 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा है, जिसकी कुल कीमत करीब 9,999.36 करोड़ रुपये है. यह पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले काफी ज्यादा है, जब 29.88 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा गया था. अब तक खरीदे गए धान में से 27.75 लाख मीट्रिक टन मोटे धान की किस्म है, जबकि 15.35 लाख मीट्रिक टन सुपरफाइन किस्म का है.

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 6.58 लाख किसानों ने सरकार को अपनी फसल बेची है. इसके बदले 6,671 करोड़ रुपये सीधे उनके खातों में भेजे जा चुके हैं. इस बार किसानों ने करीब 60.14 लाख एकड़ में धान की खेती की है. कृषि विभाग ने अनुमान लगाया है कि कुल 129 लाख मीट्रिक टन धान का उत्पादन होगा, जिसमें से करीब 70.13 लाख मीट्रिक टन धान सरकारी खरीद केंद्रों तक लाया जाएगा.

धान खरीद के लिए बनाए गए 8,245 केंद्र

सरकार इस रबी सीजन में सुपरफाइन धान पर प्रति क्विंटल 500 रुपये का बोनस दे रही है. अब तक किसानों को बोनस के तौर पर 767 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है. अधिकारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी के निर्देश पर धान खरीद प्रक्रिया सुचारु रूप से चल रही है. समय पर भुगतान सुनिश्चित किया जा रहा है और इस बार खरीद केंद्रों की संख्या भी बढ़ाई गई है. रबी 2025–26 सीजन में सरकार ने 8,245 खरीद केंद्र बनाए हैं, जबकि पिछले रबी सीजन में यह संख्या 7,178 थी.

4,000 एकड़ में फैले आम के बाग बर्बाद

वहीं, बीते दिनों तेलंगाना के मंचेरियल जिले में हुई बारिश से आम की फसल को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा था. बेमौसम बारिश और तेज आंधी की वजह से जिले में करीब 4,000 एकड़ में फैले आम के बाग बर्बाद हो गए. 30 अप्रैल से 6 मई के बीच जिले के कई हिस्सों में बारिश और तेज हवाएं चलीं. इस दौरान नेंनल, भीमराम, बेल्लमपल्ली, जयपुर, मंडमरी और तंडूर मंडलों में आम के बाग सबसे ज्यादा प्रभावित हुए. यहां 3,713 एकड़ में आम की फसल कटाई के लिए तैयार थी, लेकिन बारिश और आंधी ने फलों को पेड़ों से गिरा दिया. वहीं, क्रय केंद्र पर 2 लाख धान भीग गए.