Mandi Bhav: महंगी होने लगीं सब्जियां, कीमतों में 100 फीसदी तक की बढ़ोतरी.. बिगड़ा किचन का बजट
केरल में लगातार बारिश से सब्जियों की कीमतें दोगुनी हो गई हैं. कोल्लम समेत कई बाजारों में सांप लौकी, बैंगन, खीरा और सेम के दाम तेजी से बढ़े हैं. तमिलनाडु से सप्लाई प्रभावित होने और खेती घटने से महंगाई बढ़ी है. वहीं प्याज, टमाटर और आलू के भाव भी ऊपर जा रहे हैं.
Vegetable Mandi Rate: केरल में पिछले दो हफ्तों में सब्जियों के दाम तेजी से बढ़ गए हैं, जिससे आम लोगों के घर का बजट बिगड़ गया है. कई सब्जियों की कीमतें जो पहले 20 से 30 रुपये प्रति किलो थीं, अब करीब 80 रुपये तक पहुंच गई हैं. खासकर कोल्लम जिले के बाजारों में महंगाई का असर कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रहा है. महंगाई का आलम यह है कि दो हफ्ते में ही सब्जियों की कीमतों में 100 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो गई है. सांप लौकी (चिचिंडा) की कीमत 40 से बढ़कर 80 रुपये प्रति किलो हो गई है. बैंगन अब 30 रुपये की जगह 80 रुपये 85 रुपये में बिक रहा है. वहीं, खीरा 25 रुपये से बढ़कर 40 रुपये किलो हो गया है और सेम (फ्लैट बीन्स) का थोक भाव 60 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है.
ओणम त्योहार के बाद नारियल के दाम भी फिर बढ़कर 80 रुपये से 84 रुपये प्रति किलो हो गए हैं. वहीं प्याज, टमाटर और आलू जैसी जरूरी सब्जियों के दाम में भी सिर्फ दो हफ्तों में 10 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. व्यापारियों का कहना है कि सब्जियों के दाम बढ़ने की मुख्य वजह लगातार हुई बारिश से फसलों को हुआ नुकसान और ताजी सब्जियों की कमी है. केरल में आने वाली ज्यादातर सब्जियां तमिलनाडु के तिरुनेलवेली, अलंगुलम, पवूरचत्रम और सूरंडई पलायम इलाकों से आती हैं, जहां पिछले दो हफ्तों से भारी बारिश के कारण खेती को बड़ा नुकसान हुआ है.
किसान इन फसलों की कर रहे खेती
वहीं, कई किसानों ने अब धान, मक्का और मूंगफली जैसी नई फसलों की ओर रुख किया है, जिससे सब्जियों की खेती कम हो गई है और सप्लाई की दिक्कतें और बढ़ गई हैं. इस समय सिर्फ कुछ स्थानीय सब्जियां, जैसे भिंडी और सेम, ही अंदरूनी इलाकों से आ रही हैं. अब बाजार में सब्जी किट 100 रुपये से 150 रुपये तक में बिक रही हैं. हालांकि नींबू, छोटा प्याज और हरी मिर्च के दाम लगभग स्थिर हैं, लेकिन राज्य के बाहर से सप्लाई कम होने के कारण स्थानीय व्यापारियों पर दबाव लगातार बढ़ रहा है.
प्याज के रेट में बंपर उछाल
वहीं, लगातार बारिश के कारण महाराष्ट्र के नासिक जिला स्थित मंडियों में प्याज की आवक घट गई है, जिससे थोक बाजारों में दाम तेजी से बढ़ गए हैं. पिछले दो हफ्तों में प्याज का औसत थोक भाव 1,075 रुपये से बढ़कर 1,650 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है. मंगलवार को देश के सबसे बड़े प्याज बाजार, लासलगांव एपीएमसी में प्याज का औसत भाव 1,680 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज किया गया. उस दिन न्यूनतम कीमत 600 रुपये और अधिकतम 2,200 रुपये प्रति क्विंटल रही, जबकि करीब 11,000 क्विंटल प्याज की नीलामी हुई..