Dairy Farming Tips: हरे चारे की टेंशन खत्म! भूसे से बनाइए प्रोटीन वाला चारा, दूध भी बढ़ेगा और खर्चा भी घटेगा

Dairy Farming Tips: बरसात और गर्मी के मौसम में अक्सर हरे चारे की भारी कमी हो जाती है, जिससे पशुपालकों के लिए मवेशियों को सही पोषण देना मुश्किल हो जाता है. लेकिन चिंता की बात नहीं, क्योंकि साधारण भूसा भी थोड़ी सी तकनीक से पौष्टिक और प्रोटीन युक्त चारे में बदल जा सकता है. यह न सिर्फ मवेशियों के स्वास्थ्य और दूध उत्पादन को बढ़ाता है, बल्कि किसानों के लिए कम लागत में ज्यादा मुनाफे का रास्ता भी खोलता है.

Isha Gupta
नोएडा | Published: 23 Sep, 2025 | 03:05 PM
1 / 6Green Fodder: बरसात और गर्मी के मौसम में जब हरा चारा खराब हो जाता है, तो भूसे को प्रोसेस करके पोषक चारे के रूप में इस्तेमाल करना एक कारगर विकल्प साबित हो सकता है.

Green Fodder: बरसात और गर्मी के मौसम में जब हरा चारा खराब हो जाता है, तो भूसे को प्रोसेस करके पोषक चारे के रूप में इस्तेमाल करना एक कारगर विकल्प साबित हो सकता है.

2 / 6Protein Rich Fodder: गेहूं, धान या ज्वार-बाजरे के भूसे को सिर्फ सूखा चारा मानने के बजाय, यूरिया और पानी के घोल से ट्रीट करने पर यह प्रोटीन युक्त चारा बन जाता है.

Protein Rich Fodder: गेहूं, धान या ज्वार-बाजरे के भूसे को सिर्फ सूखा चारा मानने के बजाय, यूरिया और पानी के घोल से ट्रीट करने पर यह प्रोटीन युक्त चारा बन जाता है.

3 / 6Urea Treated Straw: एक क्विंटल भूसे में चार किलो यूरिया और चालीस लीटर पानी का घोल डालकर 21 दिन तक ढक कर रखने से यह मुलायम, हरे जैसा और पौष्टिक चारा तैयार हो जाता है.

Urea Treated Straw: एक क्विंटल भूसे में चार किलो यूरिया और चालीस लीटर पानी का घोल डालकर 21 दिन तक ढक कर रखने से यह मुलायम, हरे जैसा और पौष्टिक चारा तैयार हो जाता है.

4 / 6Animal Husbandry Tips: भूसे में मोलास (गुड़ का घोल) मिलाने से चारे का स्वाद और ऊर्जा बढ़ती है, जिससे पशु इसे शौक से खाते हैं और उनकी पाचन क्षमता भी बेहतर होती है.

Animal Husbandry Tips: भूसे में मोलास (गुड़ का घोल) मिलाने से चारे का स्वाद और ऊर्जा बढ़ती है, जिससे पशु इसे शौक से खाते हैं और उनकी पाचन क्षमता भी बेहतर होती है.

5 / 6Pashu Palan: यूरिया ट्रीटेड भूसे में मिनरल मिक्सचर और नमक मिलाने से यह संतुलित डाइट बनती है, जिससे पशुओं की रोग-प्रतिरोधक क्षमता और दूध उत्पादन में सुधार होता है.

Pashu Palan: यूरिया ट्रीटेड भूसे में मिनरल मिक्सचर और नमक मिलाने से यह संतुलित डाइट बनती है, जिससे पशुओं की रोग-प्रतिरोधक क्षमता और दूध उत्पादन में सुधार होता है.

6 / 6Pashuon Ke Liye Chara: भूसे से बना चारा किसानों को बाजार से महंगा चारा खरीदने से बचाता है, खेत का अवशेष भी काम आता है और पशुपालन को ज्यादा लाभकारी बनाता है.

Pashuon Ke Liye Chara: भूसे से बना चारा किसानों को बाजार से महंगा चारा खरीदने से बचाता है, खेत का अवशेष भी काम आता है और पशुपालन को ज्यादा लाभकारी बनाता है.

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Published: 23 Sep, 2025 | 03:05 PM

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