Gold Rate Today: भारत में सोमवार, 10 नवंबर 2025 को सोने और चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिली है. यह उछाल अमेरिका में कमजोर आर्थिक संकेतों और सरकार के शटडाउन को लेकर बढ़ती अनिश्चितता के कारण आया है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निवेशकों ने एक बार फिर सुरक्षित निवेश यानी गोल्ड की ओर रुख किया है, जिसका सीधा असर भारतीय बाजारों पर पड़ा है.
मुंबई में सोने की कीमत 1.23 लाख रुपये के पार
मुंबई में 24 कैरेट सोना ₹1,23,220 प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना ₹1,12,950 प्रति 10 ग्राम के भाव पर पहुंच गया है. यह अब तक के ऊंचे स्तरों में से एक है. चांदी की कीमत में भी उछाल देखा गया, जो ₹1,55,000 प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है.
दिल्ली, जयपुर और अहमदाबाद जैसे शहरों में भी सोने की कीमतों में तेजी रही. यह त्योहारी सीजन में खरीदारी करने वालों के लिए थोड़ी चुनौतीपूर्ण स्थिति है, क्योंकि हर दिन दामों में मामूली बढ़त हो रही है.
फ्यूचर मार्केट में भी चमक
MCX (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) पर दिसंबर डिलीवरी के लिए गोल्ड कॉन्ट्रैक्ट 1.14% बढ़कर ₹1,22,443 प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा था. वहीं, सिल्वर के दामों में 1.99% की बढ़त दर्ज की गई और यह ₹1,50,675 प्रति किलो पर पहुंची.
मेहता इक्विटीज के वाइस प्रेसिडेंट राहुल कलंत्री ने कहा कि, “पिछले हफ्ते गोल्ड में भारी उतार-चढ़ाव रहा, लेकिन अमेरिकी उपभोक्ता आंकड़ों की कमजोरी और शटडाउन को लेकर बढ़ती अनिश्चितता के बीच निवेशकों ने सोने में सुरक्षित निवेश का विकल्प देखा. डॉलर इंडेक्स में नरमी ने भी सोने को सपोर्ट दिया है.”
10 नवंबर को देशभर के प्रमुख शहरों में गोल्ड रेट
| शहर | 22 कैरेट सोना (₹/10gm) | 24 कैरेट सोना (₹/10gm) |
|---|---|---|
| दिल्ली | ₹1,13,100 | ₹1,23,370 |
| जयपुर | ₹1,13,100 | ₹1,23,370 |
| अहमदाबाद | ₹1,13,100 | ₹1,23,370 |
| पुणे | 1,12,950 | ₹1,23,220 |
| मुंबई | 1,12,950 | ₹1,23,220 |
| हैदराबाद | 1,12,950 | ₹1,23,220 |
| चेन्नई | 1,12,950 | ₹1,23,220 |
| बेंगलुरु | 1,12,950 | ₹1,23,220 |
| कोलकाता | 1,12,950 | ₹1,23,220 |
गोल्ड प्राइस को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारण
- अंतरराष्ट्रीय बाजार की स्थिति: सोने की कीमतों पर सबसे बड़ा असर वैश्विक बाजार की स्थिति का पड़ता है. जब अमेरिकी अर्थव्यवस्था कमजोर होती है, तो निवेशक गोल्ड को सुरक्षित संपत्ति के रूप में देखते हैं.
- डॉलर और रुपया विनिमय दर: रुपया कमजोर होने पर सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं, क्योंकि भारत सोने का बड़ा आयातक है.
- आयात शुल्क और टैक्स: सरकार द्वारा लगाए गए आयात शुल्क और टैक्स भी दामों को प्रभावित करते हैं.
- त्योहारी और शादी का सीजन: भारत में सोना केवल निवेश ही नहीं, बल्कि परंपरा से भी जुड़ा है. जैसे-जैसे शादी या त्योहार का सीजन आता है, मांग बढ़ने से दाम ऊपर चले जाते हैं.
- वैश्विक तनाव और राजनीतिक अनिश्चितता: किसी भी देश में राजनीतिक या आर्थिक संकट आने पर निवेशक गोल्ड में पैसा लगाना सुरक्षित मानते हैं.
निवेशकों के लिए क्या मतलब है यह बढ़त?
सोने की कीमतों में बढ़ोतरी निवेशकों के लिए संकेत है कि आने वाले समय में गोल्ड मार्केट और मजबूत हो सकता है. वहीं, जो लोग इस समय गोल्ड खरीदना चाहते हैं, उन्हें बाजार की रोज़ाना की दरों पर नजर रखनी चाहिए. भारत में सोना हमेशा से ही “सेफ इन्वेस्टमेंट” माना गया है, इसलिए कीमतों में मामूली उतार-चढ़ाव के बावजूद इसकी मांग बनी रहती है.