देश की बागवानी को विश्वस्तर पर पहुंचाने की पहल, किसानों को मिलेगी आर्थिक मजबूती

कृषि मंत्री ने बागवानी के जरिए देश के किसानों को आर्थिक मजबूती देने पर भी जोर दिया है. इसके साथ ही अच्छी गुणवत्ता के साथ अच्छे उत्पादन को बढ़ाने का भी लक्ष्य निर्धारित किया .

अनामिका अस्थाना
नोएडा | Published: 3 May, 2025 | 11:35 AM

देश में बागवानी क्षेत्र के विस्तार और विकास के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) की मदद से कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार प्रयासरत हैं. इसी कड़ी में एक बैठक में कृषि मंत्री ने आईसीएआर के आला अधिकारियों को भारतीय बागवानी को विश्व स्तर तक पहुंचाने के लिए जो भी जरूरी है उसे पूरा करने के दिशा-निर्देश दिए. इसके साथ ही कृषि मंत्री ने आईसीएआर के बागवानी विभाग की समीक्षा भी की. कृषि मंत्री ने बागवानी के जरिए देश के किसानों को आर्थिक मजबूती देने पर भी जोर दिया है. इसके साथ ही अच्छी गुणवत्ता के साथ अच्छे उत्पादन को बढ़ाने का भी लक्ष्य निर्धारित किया .

किसानों को आर्थिक मजबूती देने पर जोर

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जैसे देश में बागवानी क्षेत्र में काम बढ़ेगा और यह क्षेत्र विकसित होगा. वैसे ही बाजार में भी भारतीय बागवानी उत्पादों की भी मांग बढ़ेगी. ऐसा होने पर न केवल देश की अर्थव्यवस्था समृद्ध होगी बल्कि बागवानी क्षेत्र से जुड़े किसान भी आर्थिक तौर पर मजबूत और स्वावलंबी हो सकेंगे. कृषि मंत्री के अनुसार बागवानी और किसान दोनों की बेहतरी हो सके यह सुनिश्चित करने के लिए और भी अच्छे तरीके से काम करना होगा.

उत्पादकता को वैश्विक स्तर पर पहुंचाना

कृषि मंत्री को उद्देश्य है कि भारतीय उत्पादकता वैश्विक स्तर तक पहुंचे. उनका कहना है कि हमें उत्पादन और उत्पादकता दोनों को ध्यान में रखते हुए ऐसी कोशिशें करनी हैं. जिससे वैश्वविक स्तर पर हम छलांग लगाकर सबसे आगे हो जाएं. हालांकि बहुत से उत्पादों के मामले में हम पहले से ही सबसे आगे हैं लेकिन उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश होनी चाहिए कि हम अच्छी गुणवत्ता के साथ उत्पादन-उत्पादकता बढ़ाने के उद्देश्य के साथ आगे बढ़ें.

किसानों तक सही लाभ पहुंचाना

कृषि मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि देश के किसानों तक बागवानी से जुड़ी सारी जानकारी पहुंचाने के लिए एक ऐसे माध्यम की जरूरत है जिसकी मदद से बागवानी करने वाले किसानों को सरकार द्वारा चलाई जा रहे अभियान और योजनाओं के बारे में जानकारी हो. इस जानकारी की मदद से किसान सभी सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें, यह सुनिश्चित करने के लिए कृषि मंत्री ने आईसीएआर के अधिकारियों को अभियान स्तर पर काम करने को कहा है.

कीटनाशकों का सही इस्तेमाल

फसलों में अकसर कीट या रोग लग जाने के कारण फसल बर्बाद हो जाती है और किसानों को भी काफी नुकसान होता है. इसकी रोकथाम के लिए कृषि मंत्री ने आईसीएआर को ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए. इसके साथ ही कीटनाशकों के सही मात्रा में इस्तेमाल करने की बात कही. उन्होंने ज्यादा पोषण क्षमता वाली, स्वास्थ्यवर्धक फसलों का उत्पादन बढ़ाने पर बल दिया. साथ ही उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि किसानों को अच्छी किस्मों के पौधे देने में मदद की जाए.

फसलों का संरक्षण और सही दाम

कृषि मंत्री ने कहा कि इलायची, केसर, सूपारी, काली मिर्च इत्यादि जैसे विशेष किस्म की फसलों की पैदावार में बढ़त करने की कोशिश की जाए और कुछ विशेष फसलें जैसे आलू, टमाटर, प्याज के उत्पादन से मिलने वाला दाम सीधे किसानों तक ही पहुंचना चाहिए. उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए यह भी बताया कि देश के कृषि वैज्ञानिक नई किस्मों के साथ-साथ अच्छा उत्पादन देने वाली कुछ पुरानी किस्मों के संरक्षण करने में जुटे हुए हैं.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

किस देश को दूध और शहद की धरती (land of milk and honey) कहा जाता है?

Poll Results

भारत
0%
इजराइल
0%
डेनमार्क
0%
हॉलैंड
0%