कसूरी मेथी का पाकिस्तान से है गहरा रिश्ता, जानिए क्यों खास हैं ये सूखी पत्तियां

कसूरी मेथी सिर्फ स्वाद के लिए नहीं, सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद मानी जाती है. इसमें आयरन, फाइबर, कैल्शियम और एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा होती है.

नई दिल्ली | Published: 30 Jun, 2025 | 01:58 PM

भारतीय रसोई में कुछ मसाले ऐसे होते हैं जो कम मात्रा में डालने पर भी खाने का स्वाद पूरी तरह बदल देते हैं. इन्हीं में से एक है कसूरी मेथी. छोटे-छोटे सूखे पत्तों के रूप में दिखने वाली ये मेथी सिर्फ एक मसाला नहीं, बल्कि स्वाद, खुशबू और सेहत का संगम है. पर क्या आप जानते हैं कि यह खास मेथी कहां से आई और इसका स्वाद कैसा होता है? अगर नहीं, तो चलिए जानते हैं कसूरी मेथी से जुड़ी हर जरूरी जानकारी.

कहां से आई कसूरी मेथी?

कसूरी मेथी की कहानी शुरू होती है पाकिस्तान के कसूर इलाके से, जो लाहौर के पास स्थित है. विभाजन से पहले यह क्षेत्र अविभाजित भारत का हिस्सा था, जहां की मिट्टी और मौसम मेथी की खेती के लिए बेहद अनुकूल थे. यहीं से मिलने वाली सूखी मेथी की पत्तियां इतनी सुगंधित और स्वादिष्ट होती थीं कि इनका नाम ही कसूरी मेथी पड़ गया.

विभाजन के बाद भारत में पंजाब और राजस्थान जैसे इलाकों में भी इसी गुणवत्ता की मेथी उगाई जाने लगी, खासकर मलेरकोटला जैसे क्षेत्रों में. आज भले ही यह मेथी हर जगह उगाई जाती हो, लेकिन “कसूरी” नाम इसका एक पहचान बन गया है यानी बढ़िया क्वालिटी की सूखी मेथी का प्रतीक.

कैसा होता है कसूरी मेथी का स्वाद?

कसूरी मेथी का स्वाद बेहद खास होता है. इसमें हल्की कड़वाहट, मिठास की झलक और मिट्टी जैसी एक सौंधी महक होती है, जो इसे दूसरी मेथी से अलग बनाती है. जब आप इसे उंगलियों से मसलते हैं या पकवानों में पकाते हैं, तो इसकी सुगंध पूरे किचन में फैल जाती है. यह स्वाद न केवल सब्जियों में गहराई लाता है, बल्कि दाल, पराठा, करी और यहां तक कि नॉन-वेज व्यंजनों में भी एक खास पंच भर देता है.

सेहत के लिए भी है वरदान

कसूरी मेथी सिर्फ स्वाद के लिए नहीं, सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद मानी जाती है. इसमें आयरन, फाइबर, कैल्शियम और एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा होती है. इसके सेवन से कई सेहत लाभ मिलते हैं, जैसे डायबिटीज कंट्रोल, पाचन सुधार, कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण और त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद होता है.