बेकरी चलाकर हर महीने 3 लाख रुपये कमा रही युवा महिला, मुद्रा योजना से लिया था लोन

मुद्रा योजना के जरिए लोन पाकर बेकरी का काम शुरू करने वाली रायबरेली की महिला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया कि वह हर महीने 3 लाख रुपये तक कमा रही हैं और कई लोगों को रोजगार भी दिया है.

रिजवान नूर खान
Noida | Updated On: 8 Apr, 2025 | 11:59 AM

छोटे उद्यमों को वित्तीय सुविधा देकर उन्हें बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार मुद्रा योजना चला रही है. इसके जरिए नए उद्यमियों को उन्हें रोजगार, व्यापार शुरू करने के लिए लोन के रूप में पैसा दिया जाता है. मुद्रा योजना के जरिए लोन पाकर बेकरी का काम शुरू करने वाली रायबरेली की महिला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया कि वह हर महीने 3 लाख रुपये तक कमा रही हैं और कई लोगों को रोजगार भी दिया है. बता दें कि आज पीएम मोदी मुद्रा योजना के लाभार्थियों से बात कर रहे थे.

पीएम मुद्रा योजना के 10 साल पूरे

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के 10 साल पूरे हो गये हैं.  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 8 अप्रैल को मुद्रा योजना के 10 साल पूरे होने के मौके पर योजना के लाभार्थियों से बातचीत की. बातचीत के दौरान लाभार्थियों ने बताया कि किस तरह इस योजना ने उनके जीवन में बदलाव लाया है.  पीएम ने कहा कि देश की महिलाएं उद्यम में तेजी से आगे आ रही हैं उन्हें बेहतर मौके उपलब्ध कराए जा रहे हैं. उन्होंने महिलाओं को और भागीदारी निभाने के लिए प्रेरित किया.

रायबरेली की मनीषा बेकरी से कमा रहीं 3 लाख रुपये

पीएम मुद्रा योजना की लाभार्थी मनीषा रावत ने पीएम मोदी से बातचीत करते हुए उन्हें बताया कि मैं बेकरी चलाती हूं. मेरा मासिक टर्नओवर 2.5 से 3 लाख रुपये है और हमारे पास 7 से 8 लोगों का स्टाफ है. उन्होंने कहा कि वह उत्तर प्रदेश के रायबरेली की रहने वाली हैं. पीएम से कहा कि हम आपसे वादा करते हैं कि हम सब मिलकर भारत को विकसित भारत बनाएंगे. अब हमें सरकार से लाइसेंस लेने में कोई परेशानी नहीं होती.

मनीषा रावत ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग और आसानी से बैंक से लोन मिलने की वजह से उनका काम जल्दी शुरू हो गया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) देश भर में युवा उद्यमियों को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है.

मुद्रा लोन की लिमिट बढ़ाकर 20 लाख की

मुद्रा लोन की लिमिट 10 लाख से बढ़ाकर केंद्र सरकार ने 20 लाख कर दी है. मुद्रा योजना के तहत दी जाने वाली वित्तीय सहायता का लाभ उठाकर, युवाओं के कई सदस्य न केवल अपना खुद का उद्यम शुरू कर रहे हैं, बल्कि अपने समुदायों में रोजगार सृजन में भी योगदान दे रहे हैं. मनीषा रावत ने अपना उद्यम स्थापित करने के लिए मुद्रायोजना के लाभों का सफलतापूर्वक उपयोग किया और तब से लगभग एक दर्जन व्यक्तियों के लिए रोजगार के अवसर पैदा किए हैं.

70 फीसदी महिलाएं हैं मुद्रा योजना की लाभार्थी

पीएम मुद्रा योजना के जरिए 52 करोड़ से ज्यादा मुद्रा लोन लाभार्थियों को दिए जा चुके हैं. पीएम मुद्रा योजना के तहत 2015-2016 के दौरान 1.37 लाख करोड़ का लोन सैंक्शन किया गया था. जबकि, 2024-25 के दौरान 33.65 लाख करोड़ रुपये लोन के रूप में उद्यमियों को स्वीकृति किए जा चुके हैं. इससे छोटे व्यापार को चलाने में उद्यमियों को मदद मिली है.

मुद्रा लोन लेने में आगे हैं महिला उद्यमी

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार मुद्रा लोन की लाभार्थी संख्या में महिलाओं की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. कुल लाभार्थियों में 70 फीसदी संख्या महिलाओं की है. 30 फीसदी पुरुष लाभार्थी हैं. लाभार्थियों में से आधे एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों से जुड़े उद्यमी हैं.

आवेदन करने पर कितना मिलता है लोन

पीएम मुद्रा योजना के गौरवशाली वर्षों का जश्न मनाते हुए उद्यमियों को चार कैटेगरी के तहत कोलैटरल फ्री लोन देकर सशक्त बनाया गया. योजना के तहत चार तरह से उद्यमियों को लोन दिए जाते हैं. इनमें शिशु कैटेरी में 50 हजार रुपये तक लोन दिया जाता है. किशोर कैटेगरी में 50 हजार रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक, तरुण कैटेगरी में 5 लाख से 10 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है. जबकि, तरुण प्लस कैटेगरी में 10 लाख रुपये से लेकर 20 लाख रुपये तक लोन दिया जाता है.

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Published: 8 Apr, 2025 | 11:10 AM

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