खाद उपलब्धता के सरकारी दावों की पोल खोलती किसानों की लंबी लाइनें, प्रदर्शन और चिट्ठियां
खाद की उपलब्धता को लेकर यूपी में लखीमपुर खीरी, ललितपुर, कानपुर, सीतापुर समेत कई जिलों में खाद वितरण केंद्रों के बाहर किसानों की लंबी-लंबी लाइनें लग रही हैं. इन जिलों में कई मौकों पर हाथापाई की नौबत तक बन गई है. यह स्थितियां खाद की उपलब्धता के सरकारी दावों को खारिज करती हैं.
खरीफ फसलों की बुवाई के बाद ये वक्त पौध के विकास के महत्वपूर्ण चरण का है और ऐसे में किसानों को यूरिया समेत अन्य खाद की सख्त जरूरत है. सरकार आंकड़े जारी कर रही है और खाद की भरपूर उपलब्धता के दावे कर रही है. लेकिन, खाद वितरण केंद्रों पर किसानों की लंबी-लंबी लाइनें, किसान संगठनों के प्रदर्शन और चिट्ठियां सरकार के दावों की पोल खोलती हैं.
सरकार का दावा खाद की भरपूर उपलब्धता
उत्तर प्रदेश सरकार का दावा है कि राज्य में भरपूर खाद उपलब्ध है. प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा है कि किसानों को खरीफ सीजन की बुवाई और रोपाई के बाद फसल के अनुसार पर्याप्त मात्रा में उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जा रही है. उन्होंने बताया कि 01 अगस्त से 24 अगस्त, 2025 तक भारत सरकार की ओर से राज्य को 268 यूरिया उर्वरक रैक डिस्पैच की गई, जिनमें से 223 रैक प्राप्त हो चुकी हैं, बाकी रास्ते में हैं. कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश में सहकारिता एवं निजी क्षेत्र के माध्यम से यूरिया, डीएपी और एनपीके उर्वरकों की कुल उपलब्धता क्रमशः 5,72,958 मीट्रिक टन, 4,06,859 मीट्रिक टन एवं 2,98,612 मीट्रिक टन है.
खाद बिक्री केंद्रों पर किसानों की लाइनें और पुलिस की बर्बरता
खाद की उपलब्धता को लेकर यूपी में लखीमपुर खीरी, ललितपुर, कानपुर, सीतापुर समेत कई जिलों में खाद वितरण केंद्रों के बाहर किसानों की लंबी-लंबी लाइनें लग रही हैं. इन जिलों में कई मौकों पर हाथापाई की नौबत तक बन गई है और पुलिस को बुलाकर खाद की बिक्री करनी पड़ी है. बीते जुलाई महीने में लखीमपुर खीरी के भादुरा गांव में खाद के लिए लगी लाइन में किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. इसका वीडियो वायरल हुआ जिसमें एक पुरुष किसान और एक महिला किसान को बेरहमी से पीटते हुए देखा गया. इस घटना ने किसानों की जमीनी हकीकत और सरकारी दावों के बीच गहरी खाई उजागर कर दी है.
सपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया.
बोरी पहनकर विधानसभा के सामने प्रदर्शन
खाद किल्लत को लेकर आज लखनऊ विधानसभा के बाहर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं ने बोरियां पहनकर सरकार विरोधी नारेबाजी की और किसानों को खाद उपलब्ध कराने की मांग की. वहीं, बीते दिन सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने खाद की किल्लत पर योगी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि सरकार को बताया चाहिए किसानों के लिए खाद कहां है? दरअसल खाद है ही नहीं किसान के लिए. सपा प्रमुख ने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में किसान खाद के लिए लाइन में लगकर इंतजार कर रहा है.
खाद समस्या की चिट्ठी सीएम को भेजी.
सीएम को चिट्ठी लिखकर बताया खाद नहीं मिल रही
उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्वांचल विकास बोर्ड के सदस्य विजय विक्रम सिंह ने मुख्यमंत्री को किसानों के लिए खाद की व्यवस्था किए जाने के लिए चिट्ठी लिखी है. विजय विक्रम सिंह ने सीएम को लिखी चिट्ठी में कहा कि किसानों को खाद मिलने में काफी समस्याओं का सामना कर पड़ रहा, जिससे फसलों पर बुरा असर पड़ रहा है और नुकसान होने का डर है. इससे पहले भी किसान संगठनों ने राज्य सरकार को खाद की उपलब्धता और ओवररेटिंग, टैगिंग समस्याओं को लेकर चिट्ठी लिख चुके हैं.