लाल नहीं, हरा-नीला-पीला भी होता खून? जानें किसका

खून का रंग इस बात पर निर्भर करता है कि उसमें कौन से रसायन और प्रोटीन होते हैं जो शरीर के भीतर जरूरी पोषक तत्वों को ले जाते हैं. जैसे लाल रंग के खून के पीछे कारण है खून में मौजूद हीमोग्लोबिन नामक प्रोटीन.

Kisan India
Noida | Updated On: 21 Mar, 2025 | 05:25 PM

हम सभी जानते हैं कि इंसान और अधिकांश जानवरों का खून लाल रंग का होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ जानवरों का खून अलग-अलग रंगों का होता है? यह सुनने में अजीब जरूर लगता है, लेकिन यह सच है. खून का रंग इस बात पर निर्भर करता है कि उसमें कौन से रसायन और प्रोटीन होते हैं जो शरीर के भीतर जरूरी पोषक तत्वों को ले जाते हैं. जैसे लाल रंग के खून के पीछे कारण है खून में मौजूद हीमोग्लोबिन नामक प्रोटीन, जो ऑक्सीजन को शरीर के विभिन्न हिस्सों तक पहुंचाता है. यही प्रोटीन खून को लाल रंग देता है, क्योंकि इसमें लौह तत्व (Iron) होता है.

वहीं कुछ जानवरों के खून का रंग तब बदलता है, जब वह ऑक्सीजन के संपर्क में आता है. इनमें से कुछ रंग ऐसे होते हैं जो केवल जानवरों को काटने या शरीर में खून का परीक्षण करने के बाद ही दिखते हैं. आइए, जानते हैं ऐसे ही कुछ जीवों के बारे में जिनके खून का रंग लाल नहीं हैं.

नीला खून- हॉर्स्शू क्रैब, ऑक्टोपस

समुद्र में पाए जाने वाले कुछ जानवरों का खून नीला होता है. इनमें ऑक्टोपस, स्क्विड, हॉर्स्शू क्रैब, मोलस्क, क्रस्टेशियन और मकड़ियां शामिल हैं. इनके खून में हीमोसाइनिन प्रोटीन होता है, जो ऑक्सीजन से मिलकर खून को नीला बना देता है. यह प्रोटीन ठंडे और कम ऑक्सीजन वाले वातावरण में बेहतर काम करता है.

हरा खून- छिपकली

कुछ खास तरह की छिपकलियों का खून हरा होता है. जैसे न्यू गिनी में पाई जाने वाली प्रासिनोहेमा प्रजाति. इन छिपकलियों के खून का हरा रंग एक पित्त रंग बिलिवर्डिन की वजह से होता है. यह रंग इन छिपकलियों को शिकारियों से बचाने में मदद करता है क्योंकि यह विषैला होता है और शिकारियों को दूर रखता है.

बैंगनी खून- समुद्री कीड़े

समुद्र में रहने वाले कुछ कीड़ों का खून बैंगनी रंग का होता है, जैसे हाइमेनोसिरा. इनके खून में हेमरीथ्रिन नामक प्रोटीन होता है, जो खून को बैंगनी रंग देता है. यह प्रोटीन गहरे और कम ऑक्सीजन वाले पानी में इन कीड़ों को जीवित रहने में मदद करता है.

पीला खून- आइसफिश

कुछ मछलियों का खून पीला होता है, जैसे आइसफिश जो दक्षिणी महासागर के बर्फीले पानी में रहती हैं. इन मछलियों के खून में एंटीफ्रीज प्रोटीन होते हैं, जो खून को जमने से बचाते हैं. इनकी वजह से इनका खून पीला दिखता है. इन मछलियों के खून में हीमोग्लोबिन नहीं होता, जिससे उनका खून साफ और पीले रंग का होता है.

ट्रांसपेरेंट(पारदर्शी) खून- गहरे समुद्री जीव

कुछ समुद्री जीवों का खून बिल्कुल साफ होता है, जैसे ग्लास ऑक्टोपस और कुछ जेलीफिश. इन जीवों के खून में कोई रंग नहीं होता, क्योंकि इनमें हीमोग्लोबिन नहीं होता. इनका खून पारदर्शी होता है, जो उन्हें शिकारियों से छुपने में मदद करता है और गहरे समुद्र में जीवित रहने में मदद करता है.

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Published: 21 Mar, 2025 | 04:58 PM

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