रमी विवाद के बाद माणिकराव कोकाटे को कृषि मंत्री पद से हटाया गया, अब संभालेंगे खेल मंत्रालय

विधानसभा की कार्यवाही के दौरान कोकाटे का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वे मोबाइल स्क्रीन पर ऑनलाइन कार्ड गेम खेलते नजर आए. वीडियो के सामने आने के बाद विपक्ष और सोशल मीडिया पर उनकी जमकर आलोचना हुई.

नई दिल्ली | Updated On: 1 Aug, 2025 | 09:34 AM

महाराष्ट्र सरकार ने गुरुवार देर रात बड़ा प्रशासनिक फैसला लेते हुए कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे को उनके पद से हटा दिया. उनकी जगह अब उन्हें खेल और युवा कल्याण मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है. यह फैसला उस वक्त आया जब कोकाटे हाल ही में महाराष्ट्र विधानसभा में मोबाइल पर ‘रमी’ गेम खेलने के आरोपों में घिरे थे.

क्या है रम्मी विवाद?

विधानसभा की कार्यवाही के दौरान कोकाटे का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वे मोबाइल स्क्रीन पर ऑनलाइन कार्ड गेम खेलते नजर आए. वीडियो के सामने आने के बाद विपक्ष और सोशल मीडिया पर उनकी जमकर आलोचना हुई. हालांकि, कोकाटे ने सफाई दी कि वे गेम नहीं खेल रहे थे, बल्कि एक “पॉप-अप एड” को बंद करने की कोशिश कर रहे थे.

उन्होंने यहां तक कह दिया कि “अगर आरोप सही साबित होते हैं, तो मैं इस्तीफा दे दूंगा.”

किसानों पर विवादित बयान बना वजह?

हालांकि रम्मी वाला वीडियो तात्कालिक कारण बना, लेकिन कोकाटे पहले से ही विवादों में थे. कुछ महीने पहले उन्होंने किसानों के फसल बीमा को लेकर बयान देते हुए कहा था- “भिखारी भी अब एक रुपये नहीं लेते, लेकिन हमने किसानों को एक रुपये में फसल बीमा दिया. कुछ लोगों ने इस योजना का गलत फायदा उठाया.”

इस बयान ने बवाल मचा दिया और उन्हें अपनी बात स्पष्ट करनी पड़ी. उन्होंने कहा “मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया. असल में सरकार एक रुपया लेती है, देती कुछ नहीं. भिखारी सरकार है, किसान नहीं.”

“योजनाओं का पैसा शादियों में खर्च होता है”

इतना ही नहीं, कोकाटे ने यह भी दावा किया था कि सरकार से मिलने वाली किसान सहायता की रकम खेती की बजाय सगाई और शादी जैसे आयोजनों में खर्च हो रही है. “किसान पांच-दस साल तक कर्ज नहीं चुकाते, क्योंकि उन्हें कर्जमाफी का इंतजार होता है.”

पुराने मामलों ने बढ़ाई मुश्किल

जनवरी में उन्होंने खुद माना था कि सरकारी योजनाओं में 2-4 फीसदी भ्रष्टाचार होता है, लेकिन इससे योजनाएं बंद नहीं होनी चाहिए. फरवरी में उनके और उनके भाई सुनील कोकाटे को सरकारी फ्लैट घोटाले में दो साल की सजा भी सुनाई गई थी.

मुख्यमंत्री की सख्त चेतावनी

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पहले ही अपने मंत्रियों को सख्त संदेश दे चुके हैं कि वे विवादों से दूर रहें. सूत्रों के अनुसार उन्होंने कहा था “अगर ऐसे मामले बार-बार होते रहे, तो सरकार की छवि खराब होगी. यह आखिरी चेतावनी है. जरूरी हुआ तो हम कड़ा एक्शन लेंगे.”

क्यों मायने रखता है यह बदलाव?

महाराष्ट्र में किसानों की नाराजगी लगातार बढ़ रही है  न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP), फसल नुकसान का मुआवजा और कर्ज जैसी समस्याएं लगातार सरकार के सामने आ रही हैं. ऐसे में एक विवादित मंत्री को हटाकर सरकार ने एक सधा हुआ राजनीतिक संदेश देने की कोशिश की है.

अब कृषि मंत्रालय की जिम्मेदारी दत्तात्रय भरने को दी गई है, जो इससे पहले भी कृषि मामलों से जुड़े रहे हैं.

Published: 1 Aug, 2025 | 08:59 AM

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