चीनी से ज्यादा मीठा फिर भी डायबिटीज के लिए रामबाण, जानें इस छोटे से पौधे की खेती का पूरा प्रोसेस

स्टीविया का नाम तो आपने सुना ही होगा. ये एक नेचुरल स्वीटनर है, जो चीनी से कई गुना ज्यादा मीठा होता है लेकिन इसकी खासियत है कि इसमें कैलोरी बिल्कुल नहीं होती है. यही कारण है कि डायिबिटीज के रोगियों के बीच ये काफी लोकप्रिय है.

अनामिका अस्थाना
नोएडा | Published: 29 Sep, 2025 | 06:45 AM

Stevia Farming: आज की भागदौड़ भरी जीवनशैली में लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति काफी जागरूक हो गए हैं. लोगों में डायिबिटीज, मोटापा और दिस संबंधी बीमारियों के बढ़ने के कारण अब लोग शुगर फ्री चीजों की ओर आकर्षित हो रहे हैं. ऐसे में स्टीविया ( Stevia), चीनी के एक बेहतर विकल्प के तौर पर सामने आया है. स्टीविया का नाम तो आपने सुना ही होगा. ये एक नेचुरल स्वीटनर है, जो चीनी से कई गुना ज्यादा मीठा होता है लेकिन इसकी खासियत है कि इसमें कैलोरी बिल्कुल नहीं होती है. यही कारण है कि डायिबिटीज के रोगियों के बीच ये काफी लोकप्रिय है. इसकी लगातार बढ़ती मांग के कारण अब किसानों के लिए ये एक फायदेमंद विकल्प बन गई है.

क्या है स्टीविया की खासियत

स्टीविया की खासियतों की बात करें तो डायिबिटीज के लिए इसे वरदान कहा जाता है. स्टीविया की पत्तियां चीनी से 15 से 30 गुना ज्यादा मीठी होती हैं, जो कि इसे नेचुरल स्वीटनर बनाती हैं. स्टीविया से बना पाउडर चीनी से 200 से 300 गुना ज्यादा मीठा होता है. कैलोरी न होने के कारण स्टीविया डायिबिटीज और मोटापे को कंट्रोल करने के लिए रामबाण साबित होती है. इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि इसके सेवन से शरीर में बनने वाली इंसुलिन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है, इसलिए इसका सेवन डायबिटिक लोगों के लिए सुरक्षित है. बता दें कि, स्टीविया पूरी तरह से एक प्राकृतिक पौधा है.

सही मिट्टी का चुनाव

स्टीविया की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली रेतीली दोमट (sandy loam) या कार्बनिक पदार्थों से भरपूर हल्की मिट्टी बेस्ट मानी जाती है, जिसका pH मान 6.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए. ध्यान रहे कि मिट्टी में पानी न जमने पाए नहीं तो पौधे सड़ सकते हैं. बता दें कि, इसकी खेती के लिए 20 डिग्री सेल्सियस से लेकर 30 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान बेस्ट होता है.

नर्सरी से लाकर लगाएं पौधा

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, स्टीविया की खेती बीज से नहीं, कटिंग या स्टीम से तैयार पौध से की जाती है. इसके पौधों को लगाते समय ध्यान रहे पौधे से पौधे के बीच की दूरी 30 से 40 सेंटीमीटर रखें और कतार से कतार के बीच की दूरी 45 से 60 सेंटीमीटर रखें. बता दें कि, किसान अपनी 1 एकड़ जमीन पर लगभग 25 हजार से 30 हजार स्टीविया के पौधे लगा सकते हैं.

कटाई का समय और पैदावार

स्टीवियी की फसल की पहली कटाई रोपण के लगभग 3 से 4 महीने बाद की जा सकती है, जब पौधे 40 से 60 सेंटीमीटर ऊंचे हो जाएं. पत्तियों को ऊपर से 10से 15 सेंटीमीटर छोड़कर काट लें. बता दें कि, साल में इसकी 3 से 4 बार कटाई की जा सकती है. बात करें स्टीविया की खेती से होने वाली कमाई की तो इसका एक पौधा एक साल में औसतन 200 से 300 ग्राम सूखी पत्तियां देता है.ऐसे में अगर प्रति पौधा 250 ग्राम पत्तियां मिलती हैं, तो 50,000 पौधों से 12,500 किलोग्राम (12.5 टन) सूखी पत्तियां मिलेंगी.

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Published: 29 Sep, 2025 | 06:45 AM

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