सितंबर के अंत में तैयार हो जाती हैं ये खरीफ फसलें, कटाई से पहले किसान कर लें ये 5 जरूरी काम

सितंबर में बहुत सी फसलें कटाई के लिए तैयार हो जाती हैं, जिनकी बुवाई खरीफ सीजन में की गई थी. इन दिनों देशभर में किसान खरीफ फसलों की कटाई की तैयारियों में जुट गए हैं. लेकिन फसल कटाई से पहले किसानों के लिए जरूरी है कि वे ये 5 काम कर लें ताकि फसल की क्वालिटी और क्वांटिटी दोनों अच्छी हों.

अनामिका अस्थाना
नोएडा | Published: 25 Sep, 2025 | 10:58 AM

Crop Harvesting: सितंबर का महीना खरीफ फसलों की खेती करने वाले किसानों के लिए बेहद ही खास होता है क्योंकि इस महीने के अंत तक ज्यादातर खरीफ फसलें कटाई के लिए तैयार हो जाती हैं. जो कि ये तय करती हैं कि किसान को कितनी पैदावार मिली और बाजार में उसे अपनी उपज की कितनी कींत मिलेगी. ऐसे में इन फसलों की खेती करने वाले किसानों के लिए बेहद जरूरी हो जाता है कि वे फसल कटाई के पहले ये 5 काम जरूर कर लें, ताकि उन्हें फसल कटाई या फिर उसके बाद भी किसी भी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े.

1- कटाई करने वाली फसलों की पहचान

सितंबर के अंतिम हफ्ते में मक्का, मूंग, उड़द, बाजरा, सोयाबीन और कुछ जल्दी पकने वाली धान की किस्में कटाई के लिए तैयार हो जाती है. फसल की कटाई समय से पहले या समय के बाद, दोनों ही लिहाज से नुकसादेह हैं. इसलिए कटाई से पहले ये जानना जरूरी है कि आपकी फसल पूरी तरह पक चुकी है या नहीं. सही समय पर फसल कटाई से अनाज की क्वालिटी और क्वांटिटी दोनों में ही सुधार आता है.

2- कब करें किस फसल की कटाई

  • मक्का की फसल की कटाई तब करनी चाहिए जब इसकी बालियां सूखी हों और दाने सख्त हों.
  • मूंग या उड़दी की कटाई का सही समय तब आता है जब फसल में लगी 80 से 90 फीसदी बालियां काली या भूरे रंग की हो जाएं.
  • सोयाबीन किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी फसल की कटाई तब करें जब पत्ते पीले होकर गिरने लगें और फलियां सूखने लगें.
  • बाजरा की कटाई से पहले किसान जांच लें कि इसकी बालियां सही से झुकी हैं यो नहीं और दाने भी सख्त हुए या नहीं.
  • धान की जल्दी पकने वाली किस्मों की कटाई के लिए किसान इस बात का ध्यान रखें कि दानों में 85 से 90 फीसदी तक सुनहरापन आ जाए.

3- कटाई की मशीन तैयार रखें

मीडिया रिपोर्टेस के अनुसार, फसल कटाई करने से पहले किसानों को सारी जरूरी तैयारियां कर लेनी चाहिए. जैसे कटाई में इस्तेमाल करने वाले कृषि उपकरणों को पहले से ही तैयार कर लेना चाहिए. किसानों को सलाह दी जाती है कि वे समय से पहले हार्वेस्टर, थ्रेशर, ट्रैक्टर आदि की सर्विसिंग करा लें, ताकि कटाई के बीच में किसी तरह की समस्या न हो. इसके अलावा खेतों में मजदूरों की भी जरूरत होती है. आज के समय में मजदूरों का मिलना बहुत मुश्किल होता है इसलिए पहले से ही मजदूरों की व्यवस्था कर लें.

4- स्टोरेज की सही इंतजाम है जरूरी

फसल तैयार होने के बाद कटाई कर देना ही काफी नहीं है बल्कि कटाई के बाद उपज को अच्छे से स्टोर करना भी बेहद जरूरी है. इसलिए ध्यान रहे कि फसल काटने के बाद उसे साफ और सूखी जगह पर अच्छी तरह सुखाना जरूरी है. साथ ही स्टोरेज के लिए बोरी, ड्रम, या स्टोर रूम की सफाई और कीट नियंत्रण पहले ही कर लें. इसके अलावा अगर आप फसल को कटाई के बाद सुखा रहे हैं तो जमीन पर तिरपाल बिछा कर सुखाएं, फसल की सीधे सीमेंट के संपर्क में न आने दें.

5- कटाई से पहले मंडी रेट की जानकारी लें

अच्छी फसल तब तक पूरी नहीं मानी जाती जब तक उसकी सही कटाई, सुखाने की प्रक्रिया, उसका स्टोरेज और मंडी में उसकी बिक्री नहीं हो जाती. इसलिए फसल कटाई से पहले अपने आसपास की मंडी के रेट  (Mandi Rate) की जानकारी जरूर कर लें ताकि अगर मंडी में कीमत कम हो तो आप अपनी फसल को मंडी की सही कीमत आने तक स्टोर करके रखें.

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