India Kharif 2025: देश में खरीफ फसलों की बुआई का मौसम समाप्त होने के करीब है और इस साल मक्का ने सभी अन्य फसलों को पीछे छोड़ दिया है. हालिया आंकड़ों के अनुसार, मक्का के बुआई क्षेत्र में साल-दर-साल 13 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि धान 2 फीसदी और उड़द की बुआई में 6.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है. कृषि मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि इस साल कुल खरीफ बुआई 1,115.86 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गई है, जो पिछले साल के 1,100.42 लाख हेक्टेयर से 1 फीसदी अधिक है.
मक्का की बढ़त और किसानों की प्राथमिकता
मक्का की बुआई इस साल 94.95 लाख हेक्टेयर तक पहुंची, जो पिछले साल के 84.30 लाख हेक्टेयर से काफी अधिक है. विशेषज्ञों का कहना है कि अच्छा मूल्य और जलवायु प्रतिरोधक क्षमता के कारण किसान मक्का की तरफ अधिक आकर्षित हुए हैं. इस बदलाव का असर अन्य फसलों पर भी पड़ा है, क्योंकि किसानों ने मक्का के लिए अन्य विकल्पों को कम प्राथमिकता दी.
धान और दालों की स्थिति
धान का कुल बुआई क्षेत्र इस साल 438.51 लाख हेक्टेयर रहा, जो पिछले साल के 430.06 लाख हेक्टेयर से 2 फीसदी अधिक है. दालों में उड़द का क्षेत्र 24.07 लाख हेक्टेयर रहा, जो पिछले साल के 22.59 लाख हेक्टेयर से 6.6 फीसदी अधिक है. वहीं, मूंग की बुआई 0.5 फीसदी कम होकर 34.79 लाख हेक्टेयर और अरहर का क्षेत्र थोड़ा घटकर 46.10 लाख हेक्टेयर रहा.
ज्वार, बाजरा और रागी में बढ़ोतरी
सालाना डेटा के अनुसार, पोषक और मोटे अनाजों का कुल बुआई क्षेत्र 194.01 लाख हेक्टेयर तक पहुंचा, जो पिछले साल के 181.59 लाख हेक्टेयर से 6.8 फीसदी अधिक है. इस श्रेणी में ज्वार का क्षेत्र लगभग स्थिर रहा, बाजरा में हल्की बढ़ोतरी और रागी में 6.6 फीसदी की वृद्धि देखी गई.
तिलहन और कपास में कमी
तेलहन की फसलों का कुल क्षेत्र इस साल 189.51 लाख हेक्टेयर रहा, जो पिछले साल के 194.67 लाख हेक्टेयर से 2.7 फीसदी कम है. इसमें सोयाबीन का क्षेत्र 4.6 फीसदी घटकर 120.44 लाख हेक्टेयर और सूरजमुखी का क्षेत्र 0.70 लाख हेक्टेयर रहा. कपास का क्षेत्र भी 2.5 फीसदी घटकर 109.9 लाख हेक्टेयर रहा.
गन्ना और जूट की बुआई पूरी
गन्ना और जूट की बुआई इस साल पूरी हो चुकी है. प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार गन्ने का क्षेत्र 59.07 लाख हेक्टेयर और जूट का क्षेत्र 5.56 लाख हेक्टेयर रहा. पिछले साल की तुलना में गन्ने और जूट के क्षेत्र में थोड़ी बढ़त या कमी दर्ज की गई है.
इस तरह, इस साल खरीफ बुआई में मक्का ने सबसे अधिक बढ़त दर्ज की है, जबकि अन्य फसलों में मिश्रित रुझान दिखाई दे रहे हैं. किसानों की प्राथमिकताएं, फसल मूल्य और जलवायु की अनुकूलता ने मक्का को इस सीजन की सबसे लोकप्रिय फसल बना दिया है.