काले टमाटर की बाजार में खूब डिमांड, सितंबर है खेती का बेस्ट टाइम.. जान लें ज्यादा उपज पाने का तरीका

टमाटरी की खेती से अच्छी कमाई करने के लिए जरूरी है कि किसान इसकी उन्नत किस्मों का चुनाव करें. लेकिन बीते कुछ सालों में किसानों के बीच काले टमाटर की खेती काफी लोकप्रिय हो रही है. इसमें मौजूद पोषक तत्व और औषय गुणों के कारण लोग इसको पसंद कर रहे हैं और किसान भी इसकी खेती से अच्छी कमाई कर रहे हैं.

नोएडा | Published: 13 Sep, 2025 | 06:00 AM

Black Tomato Farming: रबी सीजन में बहुत सी ऐसी सब्जियां हैं जिनकी खेती किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकती है. सर्दी के दिनों में बाजार में सब्जियों की मांग बढ़ जाती है, यही कारण है कि किसान अब पारंपरिक फसलों के साथ-साथ सब्जियों की भी खेती बड़े पैमाने पर करने लगे हैं. टमाटरी की खेती से अच्छी कमाई करने के लिए जरूरी है कि किसान इसकी उन्नत किस्मों का चुनाव करें. लेकिन बीते कुछ सालों में किसानों के बीच काले टमाटर की खेती काफी लोकप्रिय हो रही है. इसमें मौजूद पोषक तत्व और औषय गुणों के कारण लोग इसको पसंद कर रहे हैं और किसान भी इसकी खेती से अच्छी कमाई कर रहे हैं. इसकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि ब्लड प्रेशर और डायिबिटीज जैसी बीमारियों से लड़ने में मदद करता है.

डायिबिटीज के लिए रामबाण

काले टमाटर में सामान्य यानी लाल मटामट के मुकाबले एंथोसायनिन, लाइकोपीन और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं और इनकी मात्रा बहुत ज्यादा है. बता दें कि, ये तत्व डायिबिटी जैसी बीमारी को कंट्रोल करने में मदद करते हैं, इललिए डायिबिटीज के मरीज के लिए काले टमाटर का सेवन करना बेहद ही फायदेमंद साबित होता है. इसके अलावा दिल की बीमारी से भी बचाने में ये काफी हद तक मदद करता है.

ऐसे करें काले टमाटर की खेती

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, काले टमाटर की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली बलुई दोमट मिट्टी बेस्ट होती है जिसका pH मान 6 से 7.5 के बीच होना चाहिए. बता दें कि, सितंबर का महीना काले टमाटर की खेती के लिए बेस्ट माना जाता है. इसके पौधों की रोपाई से पहले नर्सरी में 25 से 30 दिन तक पौध तैयार करना होता है. इसके बाद मिट्टी में पौधों की रोपाई से पहले मिट्टी में गोबर की खाद या वर्मीकंपोस्ट जरूर डालें. किसानों को ये सलाह दी जाती है कि वे इसके पौधों की हर 10 से 12 दिन में सिंचाई करें और फल लगने के समय पानी की कमी न होने दें. हालांकि, इस बात का खास खयाल रखना होगा कि खेत में जलभराव न हो, क्योंकि ऐसी स्थिति में पौधों की जड़ सड़ सकती है और पौधा जड़ से नष्ट हो सकता है.

200 क्विंटल तक होती है पैदावार

काले टमाटर की खेती अगर सही ढंग और वैज्ञानिक तरीकों से की जाए तो किसान इसकी प्रति एकड़ फसल से औसतन 150 से 200 क्विंटल तक पैदावार ले सकते हैं. बाजार में इसकी भारी मांग होने के कारण इसकी कीमत सामान्. टमाटर के मुकाबले 2 से 3 गुना ज्यादा होती है. यहा कारण है कि किसान इसकी प्रति एकड़ फसल से 1.5 से 2 लाख रुपये तक की शुद्ध कमाई कर सकते हैं.

Published: 13 Sep, 2025 | 06:00 AM