भारत त्योहारों का देश है, और होली इनमें सबसे रंगीन और उल्लासपूर्ण त्योहारों में से एक है. यह पर्व न सिर्फ बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, बल्कि प्रेम, भाईचारे और उत्साह का भी संदेश देता है. भारत के अलग-अलग राज्यों में होली को मनाने के अलग-अलग तरीके हैं, जो इस त्योहार को और भी खास बना देते हैं. आइए जानते हैं कि हमारे देश में होली को कितने अलग और अनोखे अंदाज में मनाया जाता है.
ब्रज की लट्ठमार होली
उत्तर प्रदेश के मथुरा और वृंदावन की होली दुनियाभर में प्रसिद्ध है. खासतौर पर बरसाना और नंदगांव की “लट्ठमार होली” देखने लायक होती है. इस अनोखी होली में महिलाएं, पुरुषों को लाठियों से मारती हैं और पुरुष उन्हें बचने की कोशिश करते हैं. यह परंपरा राधा-कृष्ण की प्रेम लीला से जुड़ी मानी जाती है.
कानपुर की होली और होली मेला
कानपुर में होली एक हफ्ते तक मनाई जाती है. यहाँ होली का सबसे बड़ा मेला ‘गंगा मेला’ आयोजित किया जाता है, जिसमें हजारों लोग भाग लेते हैं. यह मेला होली के ठीक बाद आता है और इसकी शुरुआत अंग्रेजों के खिलाफ स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा मनाए गए जश्न से हुई थी.
बिहार और झारखंड में फगुआ की धूम
बिहार और झारखंड में होली को “फगुआ” के नाम से जाना जाता है. यहां ढोल-मंजीरे के साथ पारंपरिक फगुआ गीत गाए जाते हैं. खासतौर पर, होली की रात भांग और ठंडाई का आनंद लिया जाता है और लोग एक-दूसरे को रंग लगाकर गले मिलते हैं.
पंजाब में होला मोहल्ला
पंजाब में सिख समुदाय होली को “होला मोहल्ला” के रूप में मनाता है. यह त्योहार होली के अगले दिन आता है और इसमें युद्ध कौशल, घुड़सवारी और मार्शल आर्ट का प्रदर्शन किया जाता है. आनंदपुर साहिब में इसका भव्य आयोजन किया जाता है.
बंगाल की डोल यात्रा
पश्चिम बंगाल में होली को “डोल यात्रा” के रूप में मनाया जाता है. इस दिन भक्त भगवान श्रीकृष्ण और राधा की प्रतिमा को पालकी में सजाकर नगर में झांकी निकालते हैं. महिलाएं पीले वस्त्र पहनती हैं और अबीर-गुलाल उड़ाकर होली का आनंद लेती हैं.
राजस्थान की शाही होली
राजस्थान में होली को शाही अंदाज में मनाया जाता है. खासतौर पर, जयपुर और उदयपुर में राजघरानों द्वारा होली का भव्य आयोजन किया जाता है. हाथियों, घोड़ों और ऊंटों की सजीव झांकी निकाली जाती है और होली की रात होलिका दहन किया जाता है.
मणिपुर की याओसांग होली
मणिपुर में होली को “याओसांग” नाम से जाना जाता है, जो पांच दिनों तक मनाया जाता है. यहाँ पारंपरिक थाबल चोंगबा नृत्य किया जाता है और पूरा राज्य रंगों और संगीत से सराबोर हो जाता है.
उत्तराखंड की बैठकी होली
उत्तराखंड में होली को तीन अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है—बैठकी होली, खड़ी होली और महिला होली. यह संगीत और भक्ति से जुड़ी होली होती है, जिसमें शास्त्रीय रागों पर आधारित होली गीत गाए जाते हैं.
तमिलनाडु में कामन पंडिगई
दक्षिण भारत में होली उतनी धूमधाम से नहीं मनाई जाती, लेकिन तमिलनाडु में इसे “कामन पंडिगई” के रूप में मनाया जाता है. यह कामदेव की पूजा से जुड़ा होता है, जिसे शिवजी के क्रोध से बचाने के लिए मनाया जाता है.
गोवा की शिमगो होली
गोवा में होली को “शिमगो” के नाम से जाना जाता है. यहाँ इस अवसर पर पारंपरिक नृत्य और लोकगीत गाए जाते हैं. यह त्योहार खासकर किसानों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि यह फसल कटाई के मौसम की शुरुआत का संकेत देता है.
असम की दोल जात्रा
असम में होली को “दोल जात्रा” के रूप में मनाया जाता है, जिसमें कृष्ण भक्त झूम-झूम कर नाचते और गाते हैं. यहां होली के दिन अबीर-गुलाल उड़ाने की परंपरा है और यह पूरे राज्य में बड़े उल्लास के साथ मनाई जाती है.